Influenza H3N2 virus क्या है? डॉक्टर क्यों कह रहे हैं इससे डरना चाहि? कैसे फैलता है? इसके लक्षण, कारण और इलाज…

Influenza h3n2 virus कोरोना के बाद तेजी से फैलने वाला वायरस है ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने बताया कि बीते 2 महीनों में इन्फ्लूएंजा टाइप A के सबटाइप H3N2 के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

Influenza H3N2 virus symptoms
Influenza H3N2 virus

अब जानना बहुत जरूरी है कि यह इंफ्लूएंजा H3N2 वायरस कैसे फैलता है इसके कारण, लक्षण क्या हैं और बचने के लिए क्या करें?

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Influenza H3N2 virus क्या है?

H3N2 Virus एक वायरल बीमारी का नाम है, यह रोग एक से दूसरे व्यक्ति में सरलता से फैल सकता है WHO का कहना है कि, यह भीड़भाड़ वाली जगहों पर आसानी से फैलता है।

Influenza H3N2 virus कैसे फैल सकता है?

>> जैसा कि ऊपर बताया है कि एक ये वायरल बीमारी है, इसलिए यह बहुत आसानी से किसी एक इंसान से दूसरे में फैल सकती है।

>> इन्फ्लूएंजा से संक्रमित कोई व्यक्ति जब खांसता या छींकता है तो यह हवा के माध्यम से भी फैलता है।

>> किसी संक्रमित जगह को छूने से भी Influenza H3N2 virus फैल सकता है।

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Influenza H3N2 virus से किन लोगों को ज्यादा खतरा है?

यह वायरस इन व्यक्तियों को होने का ज्यादा खतरा है :

• Influenza H3N2 virus किसी भी उम्र या लिंग के व्यक्ति को हो सकता है।

• अगर सबसे ज्यादा खतरे की बात करें तो गर्भवती महिलाओं को इससे अधिक जोखिम है।

• यह वायरस 5 साल से कम उम्र के बच्चे और बुजुर्गों को हो सकता है।

• हेल्थकेयर वर्कर्स को भी Influenza H3N2 virus से संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है।

Influenza H3N2 virus के प्रकार? – Influenza H3N2 virus types in hindi

डब्ल्यूएचओ के अनुसार इनफ्लुएंजा वायरस चार प्रकार का होता है A, B, C और D यह एक मौसमी फ्लू है।

~ इसका टाइप A flu महामारी का कारण बन सकता है।

~ इनफ्लुएंजा A के 2 सबटाइप होते हैं एक H3N2 और दूसरा- H1N1.

~ इनफ्लुएंसर टाइप B के कोई सब टाइप नहीं होते लेकिन यह खतरनाक फ्लू है।

~ इन्फ्लूएंजा टाइप C स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं माना गया है।

~ वहीं टाइप D इनफ्लुएंजा जानवरों में भी फैल सकता है।

Influenza H3N2 virus के मामले कब से आ रहे हैं?

WHO का डेटा बताता है कि 15 दिसंबर के बाद से इसके मामले बढ़ते देखें जा रहें हैं।

आईसीएमआर के अनुसार कोविड के मुकाबले अब ज्यादा लोग H3N2 से संक्रमित मिले हैं।

बड़े बड़े अस्पताल के डॉक्टरों का भी दावा है कि H3N2 के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या भी बढ़ी है।

कुछ डॉक्टर इसे ज्यादा गंभीरता से लेने की सलाह दे रहे हैं।

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Influenza H3N2 virus के लक्षण – Influenza H3N2 virus symptoms in hindi

Influenza H3N2 virus
Influenza H3N2 virus in hindi

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के मुताबिक, Influenza H3N2 virus से संक्रमित होने पर बुखार, खांसी होना, सिरदर्द, घबराहट, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकावट होना, गले में खराश और नाक बहने जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं।

Influenza H3N2 virus की वजह से बुखार अधिकतर एक हफ्ते में ठीक हो जाता है, परन्तु खांसी और अन्य लक्षण ठीक होने में दो ज्यादा हफ्ते का टाइम लग सकता है।

Influenza H3N2 virus : क्या करें – क्या न करें?

Influenza H3N2 virus से ग्रसित होने या बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखें –

• भीड़ वाली जगह जाने से बचें।

• मास्क पहन कर घर से बाहर निकलें।

• अपने हाथों को साफ रखें।

• छींकने या खांसने के समय मुंह पर रुमाल रख लें।

• किसी से हाथ मिलाने से बचें।

• सार्वजनिक जगह पर ना थूकें।

• लक्षण नजर आने पर डॉक्टर के पास जाएं।

• बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए।

• अपने आसपास सफाई रखें।

Influenza H3N2 virus कितना खतरनाक है?

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह वायरस बहुत खतरनाक है इससे ग्रसित लोग गंभीर हालत में जा सकते हैं इसके अलावा मरीजों की मौत भी हो सकती है।

इस वायरस के लक्षण नजर आने पर व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए नहीं तो यह हाई रिस्क का कारण बन सकता है।

अनुमान के अनुसार हर साल इस वायरस से बीमार मरीजों की संख्या 50 लाख तक पहुंचाती हैं जिसमें से 2 से 6 लाख लोगों की मौत हो जाती ह।

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Influenza H3N2 virus बचने के उपाय –

यदि आप इस वायरस से बचना चाहते हैं तो निम्नलिखित बातों को ध्यान रखें।

# नियमित रूप से अपने हाथों को धोते रहना और अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें।

# छींकने या खांसने के समय मुंह ढक लें।

# घर से बाहर जाते समय मांस पहने।

# प्रदूषित चीजों से दूर रहें।

# ज्यादा मिर्च मसालेदार है या तला भुना खाना अवॉइड करें।

Influenza H3N2 virus के लिए एंटीबायोटिक लेने से बचने की सलाह क्यों दी जाती है?

इनफ्लुएंजा एच3एन2 वायरस से ग्रसित होने पर एंटीबायोटिक लेने को डॉक्टर द्वारा मना किया जा रहा है क्योंकि इसके लक्षणों को निष्प्रभावी करने के लिए घरेलू चीजें काफी कारगर है।

और ज्यादा गंभीर लक्षण नजर आए तो डॉक्टर के द्वारा दी जाने वाली दवाई का ही सेवन करना चाहिए ना कि उसे किसी एंटीबायोटिक का सेवन करें।

क्योंकि यदि आप एंटीवायरस एंटीबायोटिक दवाइयां लेते हैं तो आपको अच्छा परिणाम तो मिलता है।

लेकिन ठीक होने के बाद यह एंटीबायोटिक शरीर पर बेअसर होने लगती हैं इसलिए डॉक्टर एंटीबायोटिक को लेने के लिए चेतावनी दे रहें हैं।

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Influenza H3N2 virus के लिए घरेलू इलाज।

Influenza H3N2 virus home remedies
Influenza H3N2 virus in hindi

कुछ घरेलू इलाज जो आपको इस खतरनाक बीमारी से बचा सकते हैं- :

1. हाइड्रेटेड रहें – यदि आप इस बीमारी से ग्रसित हैं या आपको इसके लक्षण देखने को मिल रहे हैं तो आपको चाहिए कि खुद को हाइड्रेट रखें ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।

2. तरल पदार्थों में हल्दी डालकर पिएं – अपनी डाइट में तरल चीजों को शामिल करें और साथ ही हल्दी का सेवन करें क्योंकि हल्दी एक एंटीबायोटिक आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है।

3. खांसी-बुखार के लिए अदरक – अगर आपको बुखार खांसी जुकाम आदि जैसे लक्षण दिखते हैं तो अपने खाने में अदरक का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें इसके अलावा अदरक का काढ़ा भी पीते रहें।

4. विटामिन सी से भरपूर चीजें खाएं – रोजाना विटामिन सी से भरपूर चीजें ज्यादा से ज्यादा खाएं क्योंकि विटामिन सी शरीर को बीमारियों से बचाता है और पाचन क्षमता को मजबूत बनाता है।

5. नमक के पानी से गरारे करें – क्योंकि इस बीमारी से ग्रसित लोगों को गले में खराश की शिकायत भी देखी जा रही है तो आपको ऐसे में गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने चाहिए।

6. शहद और तुलसी – h3n2 वायरस से बचाव और इलाज के लिए शहद में तुलसी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।

7. आराम करें – किसी भी रोग से निपटने के लिए शरीर में सहन क्षमता होना जरूरी है उसके लिए आराम चाहिए इसीलिए पर्याप्त आराम लें।

8. एक्सरसाइज और योगा करें – जैसा कि हम जानते ही हैं कि योग और एक्सरसाइज हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में बहुत मदद करते हैं इसीलिए इनकी आदत बनाएं।

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Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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