Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल | Ayurvedic Oil For Joint Pain In Hindi

Joint pain गंभीर पीड़ादाई होता है जो बढ़ती उम्र का प्रतीक है अगर आप या आपके आस -पास कोई व्यक्ति जोड़ों के दर्द से परेशान है, तो आपको पता होना चाहिए कि यह एक भयानक दर्द है जिसके कारण जिंदगी मुश्किलों से भरी लगती है।

Ayurvedic oil for joint pain
Ayurvedic oil for joint pain

स्पष्ट रूप से आप इस दर्द से प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए जोड़ों के दर्द से राहत के लिए समाधान की तलाश कर रहें हैं। आपकी मदद करने के लिए, हमारे पास कुछ सबसे लोकप्रिय और आयुर्वेदिक तेलों की एक सूची है जो आपको जोड़ों के दर्द से निजात दिलाने ने में मदद करेंगे।

जोड़ो का दर्द एक बड़ी चुनौती है जो आपको किसी भी उम्र में परेशान कर सकती है। इस दर्द के कारण, हाथ या पैर हिलाना में कठिनाई महसूस होती है।

जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, जोड़ों में दर्द की समस्या भी बढ़ने लगती है। जोड़ो के दर्द का प्रभाव घुटने पर सबसे अधिक दिखाई देता है।

जोड़ो के दर्द के कारण, किसी को भी काम करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। डॉक्टरों के अनुसार, आजकल की दिनचर्या, खानपान और खराब जीवन शैली के साथ, हार्मोनल परिवर्तन भी जोड़ों के दर्द के मुख्य कारण है।

यदि आप जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं और दवाई का सेवन करने से आपको कोई लाभ नहीं होता। तो अब आप इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए इस आर्टिकल में बताएं तेलों का उपयोग कर सकते हैं यह तेल जोड़ो के दर्द में आपके लिए उपयोगी रहेंगे।

सबसे पहले जानते हैं कि जोड़ों का दर्द होता क्या है और यह किस हद तक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

Table of Contents

जोड़ो (Joint Pain) का दर्द क्या है?

शरीर के कुछ हिस्से, जहां दो हड्डियां एक दूसरे से जुड़ी होती हैं, को जोड़ कहा जाता है। यह दर्द घुटनों, कंधों, कोहनी, गर्दन, हाथ और कूल्हों में हो सकता है।

जोड़ों के दर्द के कई अन्य कारण हैं। लिगामेंट्स, कार्टिलेज या किसी भी तरह की चोट, दर्द का कारण बन सकते हैं।

जोड़ो के दर्द का कारण अधिकतर आरामपरस्त जीवनशैली ही बनती है अधिक समय तक बैठे रहना या किसी एक ही मुद्रा में लेटे रहना भी जोड़ों के दर्द की वजह बन सकती है।

क्योंकि एक ही मुद्रा में लंबे समय तक रहने से शरीर अकड़ जाता है जोड़ों में लचक कम हो जाती है जिससे जोड़ों में दर्द होने लगता है।

किस उम्र में Joint Pain (जोड़ों में दर्द) होने लगता है?

जोड़ों का दर्द जोड़ों में लचीलापन खत्म होने के कारण होता है। क्योंकि लचीलापन खत्म होने के कारण जोड़ों में मूवमेंट नहीं हो पाता।

यह स्थिति व्यक्ति में 30 से 40 वर्ष के बीच में आती है जब उनकी हड्डियों में कमजोरी और जोड़ों में लचीलेपन की कमी हो जाती है।

उम्र बढ़ने के साथ लिगामेंट भी अपनी मजबूत पकड़ को खोने लगता है। जोड़ों में एक कुशन की तरह मौजूद आर्टिकुलर कार्टिलेज घर्षण के कारण जिस जाता है। जिससे जोड़ पर सूजन आने लगते हैं सूजन joint pain का मुख्य कारण है।

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Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल

Ayurvedic oil for joint pain
Oil for joint pain

1. डाबर आयुर्वेदिक तेल

डाबर कंपनी के सभी तेल प्रभावी होते हैं इन तेलों को हर्बल जड़ी बूटियों के अर्क के माध्यम से बनाया जाता है जो अलग-अलग आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बनाए जाते हैं।

डाबर के तेल जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने के लिए एक अच्छा विकल्प है यह आयुर्वेदिक तेल ज्वाइंट पेन से राहत प्रदान करने में शानदार होते हैं इस तेल के इस्तेमाल से जोड़ का दर्द कुछ ही दिनों में दूर हो जाता है।

2. जैतून का तेल

जैतून का तेल भी जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने व joints पर आई सूजन को कम करने में प्रभावी होता है यह तेल joint pain से राहत दिलाने में बेहतरीन तरीके से का करता है इस तेल की मालिश करने से joint pain से जल्दी छुटकारा पाने में सहायता मिलती है।

जैतून का तेल आयुर्वेदिक उपचार के साथ बहुत सारे गुणकारी लाभ से भी परिपूर्ण होता है जो मसाज करने से जोड़ों को मजबूती प्रदान करता है जोड़ों की कमजोरी को दूर करता है।

3. महुआ का तेल

महुआ का तेल Joint pain से छुटकारा दिलाने में शानदार काम करता है इस तेल की रोजाना दो बार मालिश करते रहने से धीरे-धीरे दर्द कम होने लगता है व कुछ ही हफ्तों में जोड़ों का दर्द बिल्कुल खत्म हो जाता है।

महुआ का तेल जोड़ों पर आई सूजन को भी खत्म करता है तथा इसकी मालिश के प्रभाव से joint pain से राहत होने के साथ-साथ जोड़ों में लचक भी बढ़ती है।

4. नारियल का तेल

जैसा कि हम जानते हैं कि नारियल का तेल बहुत सारे लाभकारी गुणों से भरपूर होता है इसमें बहुत से एंटी इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण विद्यमान होते हैं जिससे जोड़ों के दर्द के इलाज में फायदा मिलता है।

नारियल का तेल रोजाना घुटनों पर लगाकर मालिश करने से joint pain बहुत जल्दी कम हो जाता है इसके इस्तेमाल से तीन से चार हफ्तों में है घुटनों के दर्द में काफी राहत पहुंचती हैं व 1 से 2 महीने में दर्द पूरी तरह से दूर हो जाता है।

5. सरसों का तेल

सरसों का तेल भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है इसको हम खाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं तथा अन्य और स्वास्थ्य वर्धक चीजों में भी उपयोग किया जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरसों के तेल के इस्तेमाल से आप अपने joint pain से हमेशा के लिए राहत पा सकते हैं क्योंकि इसमें पाए जाने वाले प्राकृतिक अच्छाई जोड़ों को मजबूती प्रदान करके दर्द से राहत देने में प्रभावी हैं।

सरसों के तेल को हल्का गर्म करके मसाज करने से जोड़ों के दर्द में जल्दी आराम मिलता है नियमित रूप से मसाज करते रहने से आप अपने जोड़ों के दर्द को हमेशा के लिए खत्म कर सकते हैं।

6. नीलगिरी का तेल

नीलगिरी का तेल इस्तेमाल करने से भी शारीरिक जोड़ो को ताकत मिलती है तथा जोड़ों के दर्द में कमी आती है नीलगिरी का तेल जोड़ों की सूजन को कम करने के लिए रामबाण का काम करता है।

यदि आपके जोड़ों में पुराना दर्द है तो नीलगिरी का तेल आप को इस दर्द से राहत दिलाने में बहुत मदद कर सकता है नीलगिरी के तेल में ऐसे लाभकारी गुण होते हैं जो जोड़ों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

नीलगिरी के तेल के माध्यम joint pain की तकलीफ पूरी तरह से दूर की जा सकती है यदि नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए।

7. कपूर का तेल

कपूर का तेल भी जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने का एक कारगर विकल्प है यदि आपके पैरों के घुटनों में बहुत ज्यादा दर्द रहता है जिसका कारण बढ़ती उम्र होती है तो आप कपूर का तेल इस्तेमाल करके अपने दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

कपूर के तेल joint pain relief के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा यह जोड़ो के ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बनाने में शानदार काम करता है जो जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करता है।

8. आर्थ्रम तेल

आयुर्वेद में जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने के लिए कई तरह के तेल उपलब्ध है उनमें से एक आर्थ्रम तेल भी है जो पारंपरिक आयुर्वेदिक प्रक्रिया द्वारा बनाया जाता है।

इस तेल में बहुत सारे गुणकारी अव्यव मिलाए जाते हैं जैसे नारियल का तेल महामश का तेल सरसों का तेल इत्यादि।

यह तेल जोड़ों के दर्दनाक दर्द व स्थितियों जैसे मांसपेशियों में दर्द, पैरों में ऐंठन होना, खिंचाव होना, सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है।

9. जीवा आयुर्वेदा तेल

जीवा आयुर्वेदा विशेष रुप से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिलाने के लिए बनाया गया तेल है यह तेल प्राकृतिक जड़ी बूटियों की अच्छाइयों से निर्मित किया गया है।

इस तेल में जोड़ों के दर्द, गर्दन का दर्द, मांसपेशियों का दर्द पीठ का दर्द शांत करने की क्षमता है तथा इसके इस्तेमाल से मोच व ऐंठन की समस्या भी पूरी तरह से दूर हो सकती है।

इस तेल के माध्यम से रोज मसाज करने से प्रभावित जोड़ों की नसे उत्तेजित होती है और रक्त संचार बढ़ता है जिसके परिणाम स्वरूप जोड़ों के दर्द में तेजी से राहत मिलती है।

यह तेल जोड़ों के दर्द में मुश्किलों को आसान बनाने व जोड़ों में लचक बढ़ाने के साथ जोड़ों की ताकत को भी बढ़ाता है जिससे joint pain जल्दी ठीक होता है तथा स्वास्थ्य में बेहतर परिणाम मिलता है।

10. सूरजमुखी का तेल

सूरजमुखी का तेल भी आप अपने जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं सूरजमुखी का तेल आयुर्वेदिक तेल है जिसमें बहुत से एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिलाने में शानदार भूमिका निभाते हैं।

11. भृंगराज तेल

भृंगराज आयुर्वेदिक तेल जोड़ों के दर्द को दूर करने में बहुत कारगर है इसका इस्तेमाल करके joint pain को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।

अगर नियमित रूप से इस तेल की मालिश जोड़ों पर की जाए तो 1 महीने के के इस्तेमाल से ही आपको काफी बेहतर लाभ प्राप्त होंगे।

2 से 3 महीने नियमित रूप से भृंगराज तेल इस्तेमाल करके जोड़ों के दर्द पर मसाज करते रहने से पूरी तरह से जोड़ों के दर्द से छुटकारा मिल जाता है।

12. बादाम का तेल

बादाम का तेल ऐसा गुणकारी उत्पाद है जो जोड़ों के दर्द को खत्म करके आपको एक आरामदायक और कष्ट मुक्त जिंदगी जीने में सहायता करता है यह तेल बादाम की अच्छाइयों से भरपूर होता है बादाम हड्डियों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

बादाम के तेल के प्रयोग से घुटने के दर्द को बहुत जल्दी खत्म करने में सहायता मिलती है यह तेल घुटनों के जोड़ों के लिगामेंट को जोड़ने और मजबूत बनाए रखने में सहायता करता है और हड्डियों की क्षमता को बढ़ाने में कारगर है।

Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल इस्तेमाल कैसे करें?

जोड़ों के दर्द में राहत के लिए उपरोक्त बताए गए सभी आयुर्वेदिक तेल प्राकृतिक गुणों से भरपूर हैं इनके इस्तेमाल से हड्डियों को बहुत जल्दी मजबूती मिलती है।

यह सभी तेल जोड़ो पर मालिश करके जोड़ों के दर्द को कम करके सूजन हटाते हैं और पीड़ादायक दर्द से राहत दिलाने में असरदार है।

अगर नियमित रूप से किसी भी एक तेल से मालिश की जाए तो बहुत जल्दी हड्डियों के दर्द, joint pain को कम करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल ऐसे करें।

1)जो भी तेल आप प्रयोग करें उसे किसी बर्तन में निकाल लें।

2) तेल को हल्का गर्म करना ज्यादा प्रभावी होता है। इसीलिए तेल को गुनगुना गर्म कर लें।

3) अब अपनी उंगलियों के माध्यम से तेल को प्रभावित जगह पर लगाएं जहां पर आपको दर्द है।

4) उसके बाद हल्के हाथों से जोड़ों की मसाज करें, एक जगह पर लगभग 10 मिनट तक मसाज करते रहें।

5) joint pain पर मसाज दिन में दो बार करने से दर्द से जल्दी छुटकारा मिलता है।

6) उसके बाद प्रभावित जगह पर गर्म पट्टी बांध ले ऐसा करने से तेल से मिले लाभ जल्दी असर करते हैं और दर्द से राहत भी जल्दी मिलती है।

Joint pain (जोड़ों में दर्द) होने पर मसाज कैसे करें?

• मसाज करने के लिए प्रभावित स्थान या जोड़ों पर हल्का गर्म तेल लगा कर हल्के हाथों से दबाव डालकर गोलाई में मसाज करें।

• ध्यान रखें हमेशा हल्के हाथों से मसाज करें ज्यादा तेज और कठोर हाथों से मसाज नहीं करनी चाहिए।

• एक स्थान पर लगातार 10 मिनट के लिए मसाज करते रहना चाहिए तभी आप सही और चमत्कारी लाभ महसूस करेंगे।

Joint pain के लिए 12 चमत्कारी आयुर्वेदिक तेल के क्या फायदें हो सकते हैं–

• आयुर्वेदिक तेल का उपयोग करने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है और आपके जोड़ों में दर्द रहता है तो ऐसे में आप तेल की मालिश का इस्तेमाल कर सकते हैं।

• ऐसा करने से यह तेल जोड़ों पर जमी वसा को जलाकर जोड़ों में रक्त संचरण में सुधार करते हैं जिससे जोड़ों में लचक बढ़ेगी व जोड़ों के दर्द से भी छुटकारा मिलेगा।

• आयुर्वेदिक तेल के उपयोग से प्रभावित अंग उत्तेजित हो जाते हैं जिस वजह से उनके काम करने की दर में बढ़ोतरी होती है और कोशिकाओं के स्तर, हड्डियों व मांसपेशियों में उपचार को बढ़ावा मिलता है।

क्या तेल मालिश सच में Joint Pain से राहत दिला सकती हैं?

कुछ लोगों का सवाल यह भी हो सकता है कि क्या तेल मालिश करने से वाकई जोड़ों के दर्द से निजात पाई जा सकती है क्या तेल मालिश सच में काम करती है?

जी हां गुनगुने तेल की मालिश यदि जोड़ों पर नियमित रूप से की जाए तो कुछ ही दिनों में दर्द में कमी होने लगेगी, और आपको जोड़ों के दर्द में आराम महसूस होने लगेगा।

साइंस के मुताबिक तेल मालिश जोड़ों के दर्द को आराम देने में मदद करती है व मांसपेशियों को शांत करके उनकी थकावट को दूर करती है।

मसाज थेरेपी के माध्यम से शरीर गर्म हो जाता है जिससे रक्त संचरण में वृद्धि होती है और शरीर में होने वाली पीड़ा और दर्द दूर हो जाता है।

Joint pain (क्या जोड़ों) का दर्द अपने आप दूर हो सकता है?

जोड़ों के दर्द के अलग-अलग कारण हो सकते उसके लिए उपचार की आवश्यकता होती है मेडिकल ट्रीटमेंट इसके लिए तरह-तरह की दवाइयां उपलब्ध कराते हैं जिससे joint pain से छुटकारा पाया जाए।

लेकिन कुछ तरह के दर्द को घरेलू उपचार के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है जो दर्द बहुत अधिक महसूस ना हो तथा हड्डियों में चलने के लिए क्षमता रहे ऐसे में घरेलू उपचार कारगर साबित हो सकते है।

आप चाहे घरेलू उपचार करें या डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं तेल मालिश जोड़ों के दर्द में महत्वपूर्ण है जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय है।

Joint pain (जोड़ो के दर्द) के लक्षण

घुटनों में दर्द होने के कई लक्षण हो सकते हैं जो आपको संकेत देते हैं कि आपके जोड़ों में कमजोरी है जिससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

तो चलिए जानते है कौन-कौन से लक्षण जोड़ों में समस्या का संकेत देते हैं:-

• जोड़ों में सूजन आना।

• ज्यादा देर खड़े होने की क्षमता ना रहना।

• बार-बार मोच आना।

• जोड़ों में अकड़न रहना।

• जोड़ो में कड़ापन महसूस होना।

• हिलने डुलने में तकलीफ होना।

• हड्डियों से चलते फिरते आवाज आना।

Joint pain (जोड़ो में दर्द) के क्या कारण हैं?

जोड़ों में दर्द होना आजकल आम बात बन गई है यह दर्द अधिकतर बढ़ती उम्र में महसूस होता है लेकिन आजकल की Lifestyle के कारण Joint Pain सभी उम्र के लोग महसूस कर रहे हैं।

बढ़ती उम्र के अलावा जोड़ों में दर्द होने के अन्य कौन से कारण हैं–

• क्षतिग्रस्त जोड़।

• प्रतिरक्षित तंत्र की खराबी।

• टेंडन में सूजन।

• ऐलर्जी

• बुढ़ापा।

• कमजोरी।

• जोड़ों में चोट लगना।

• कोई दुर्घटना।

• मोच।

• गलत खानपान।

• अधिक समय तक एक ही मुद्रा में बैठे हैं लेटे रहना।

• शारीरिक क्रियाकलाप ना करना।

• आरामदायक स्थिति में लंबे समय तक रहना।

• योगा और एक्सरसाइज न करना।

• अधिक मात्रा में चीनी और घी का सेवन करना।

• बहुत अधिक काम करना।

• वायरस से होने वाला बुखार।

• कुपोषण।

किन बीमारियों के कारण होता है Joint Pain (जोड़ों का दर्द)?

निम्नलिखित बीमारी के कारण जोड़ों का दर्द हो सकता है–

• ऑस्टियोआर्थराइटिस।

• ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर।

• वयस्क स्टिल रोग।

• लेकिमिया।

• रीढ़ के जोड़ों में गतिविधि – रोधक सूजन।

• सोरियाटिक गठिया।

Joint pain (जोड़ो में दर्द) से बचने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं?

जोड़ों के दर्द से बचने के लिए ना केवल हमें तेल मालिश करने की आवश्यकता है बल्कि एक अच्छी डाइट लेने की भी जरूरत है।

क्योंकि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में डाइट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

• हरी सब्जियों का सेवन करें।

• मौसम के फल खाएं।

• मांस मछली अपनी डाइट में शामिल करें।

• अंडे खाने में शामिल करें।

• बीन्स और दाल भी।

• सूखे मेवे।

• अखरोट।

• अलसी के बीज।

• पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

• दूध का सेवन करें।

• अदरक और लहसुन।

Joint pain में/जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए?

जोड़ों को healthy रखना चाहते हैं और दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए–

  • खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए खट्टी चीजें शरीर में अम्लता को बढ़ाती है जिससे शारीरिक संतुलन बिगड़ जाता है और जोड़ों में भी कमजोरी आने लगती है इसीलिए अधिक मात्रा में खट्टी चीजों का सेवन ना करें।
  • ठंडी चीजों से परहेज रखें, क्योंकि ठंडी चीजें के सेवन से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने के लिए गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए और ठंडी चीजों का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
  • बासी भोजन ना करें, बासी भोजन करने से जोड़ों में आवश्यक न्यूट्रीशंस की प्राप्ति नहीं होती। जिससे शारीरिक जोड़ कमजोर होने लगते हैं और उनमें रोग पनपने लगते हैं।
  • बासी भोजन खाने से शरीर में सूजन बढ़ जाती है जोड़ों में भी सूजन आने लगती है जिस कारण जोड़ों में दर्द महसूस होता है इसीलिए बची हुई चीजों का भी परहेज रखें।
  • बाहर के खाने से बचें, बाहर का खाना अस्वच्छ होता है व उसमें न्यूट्रिशन ही नहीं होते इसीलिए बाहर का खाना खाने के बजाय अपने घर पर बना खाना खाएं।
  • फास्ट फूड जंक फूड और ज्यादा तला भुना खाना नहीं खाना चाहिए इस तरह के खाने से हड्डियों और जोड़ों में तकलीफ होने लगती है उनमें कमजोरी बढ़ जाती है और दर्द महसूस होता है।
  • शराब और तंबाक जोड़ों के दर्द का मुख्य कारण बन सकते हैं इसीलिए शराब पीते हैं या तंबाकू का सेवन करते हैं तो आपको जोड़ों का दर्द हो सकता है इससे बचने के लिए इन दोनों का सेवन करना बंद करें।

Joint pain (जोड़ों के दर्द) से बचने व राहत पाने के लिए है पोषक तत्व–

कैल्शियम

हड्डियों को मजबूत रखने में कैल्शियम सबसे ज्यादा जरूरी तत्व है यदि आप अपनी हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ और पीड़ारहित रखना चाहते हैं तो अपनी डाइट में कैल्शियम से भरपूर खाना शामिल करें।

जैसे – केले, अंडे, गुड़, दही आदि।

खनिज

हड्डियों को ताकत देने के लिए खनिज बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो हमें दैनिक खाने से मिल जाता है लेकिन अगर इस पोषक तत्व की कमी हमारी हड्डियों में हो जाए तो हड्डियां चटकने लगती है।

खनिज की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो जाते है जिससे हड्डियों के टूटने की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए अपने खाने में खनिज से परिपूर्ण चीजों का सेवन करें। जैसे – हरी सब्जियां, दूध, फल, मछली इत्यादि।

प्रोटीन

हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रोटीन बहुत अहम है उसके लिए आप रोज ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें प्रोटीन अच्छी मात्रा में है।

जैसे – दही, पनीर, मछली, अंडे, हरी सब्जियां, चिकन।

विटामिन

विटामिन जोड़ मजबूत रखने में मदद करते हैं और शरीर की कार्य क्षमता को बढ़ाते हैं इसीलिए हमारे शरीर में विटामिन की कमी नहीं होने चाहिए।

हालांकि विटामिन हमें कम मात्रा में जरूरत होती है लेकिन यह एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। इसलिए विटामिन से समृद्ध चीजों का सेवन करें।

खासकर विटामिन बी कॉन्प्लेक्स से परिपूर्ण चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें। जैसे – हरी सब्जियां, ताजे फल, मछली इत्यादि।

वसा

हड्डियों को मजबूत बनाए रखने व हड्डियों के दर्द से छुटकारा दिलाने में वसा बहुत जरूरी है कुछ लोग अपने खाने में वसा कम खाते हैं।

क्योंकि उन्हें लगता है कि वसा खाना उसके लिए जरूरी नहीं है तथा तेल खाने से मोटापा बढ़ता है और स्वास्थ्य खराब होता है।

जबकि सच्चाई यह है कि जैसे हमें अन्य किसी पोषक तत्व की आवश्यकता होती है वैसे ही वसा की भी हमारे शरीर को जरूरत है हर रोज 4 चाय के चम्मच तेल हमारे शरीर की आवश्यकता है।

यदि हम रोज इतना तेल सेवन नहीं करते तो हमारे शरीर में वसा की कमी हो जाती है जिससे जोड़ों में दर्द हो होने लगता है इसीलिए वसा की सही मात्रा अपने शरीर में बनाए रखें।

कार्बोहाइड्रेट

कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है जो हमें रोजाना के खाने से आसानी से मिल जाता है लेकिन अगर कार्बोहाइड्रेट्स हम अपने खाने के माध्यम से पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं तो शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है।

कार्बोहाइड्रेट्स की कमी तब हो सकती है जब आप अपने खाने में बहुत ज्यादा तला हुआ और बाहर का खाना खा रहे हैं जिससे आपको नकारात्मक ऊर्जा और खराब न्यूट्रिशन प्राप्त होते हैं।

तो ध्यान रखें अपने घर का खाना खाएं हरी सब्जियों का सेवन करें ताकि आपके जोड़ों की कार्य क्षमता स्वस्थ बनी रहे।

Joint pain (जोड़ों के दर्द) से राहत पाने के लिए एक्सरसाइज।

हमारे शरीर में किसी भी तरह की कोई भी समस्या एक्सरसाइज के माध्यम से ठीक की जा सकती है अगर आप अपने joint pain जोड़ों के दर्द) को जल्दी और हमेशा के लिए खत्म करना चाहते हैं।

तो आपको रोजाना कुछ समय के लिए एक्सरसाइज या योगा करने की आदत बना लेनी चाहिए।

एक्सरसाइज और योगा करने से जोड़ों में ताकत बढ़ती है मजबूती आती है रक्त संचरण में वृद्धि होती है जिससे जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है व आप आसानी से अपने जोड़ों के दर्द को से निजात पा सकते हैं।

एक्सरसाइज के जोड़ों के दर्द के लिए फायदे।

• जोड़ों के दर्द से राहत मिलती।

• जोड़ों में मजबूती बनती है।

• जोड़ों में लचक आती है।

• हड्डियों में बीमारियों से छुटकारा मिलता है।

• हड्डियां स्वस्थ रहती है।

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Joint pain (जोड़ों के दर्द) में इन बातों की बरतें सावधानियां

यदि आपको जोड़ों का दर्द है तो आपको इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है–

  • हेल्दी डाइट खाएं।
  • विटामिन बी और डी युक्त भोजन का सेवन करें इस तरह का भोजन जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायता करते हैं।
  • सूखे मेवे अपनी डाइट में शामिल करें क्योंकि सूखे मेवों में शक्तिशाली पोषक तत्व होते हैं जो आपको जोड़ों के दर्द से बहुत जल्दी छुटकारा दिलाने में सक्षम है।
  • मांस मछली भी अपने खाने में शामिल करें हड्डियों को मजबूत और हेल्दी रखने के लिए उन्हें गर्म चीज की आवश्यकता होती है और मांस मछली गर्म होते हैं जो हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
  • भारी चीजों को उठाने से बचें।
  • अधिक समय तक AC में ना बैठे हैं।
  • जोड़ो पर नियमित रूप से मसाज करते रहें।
  • जोड़ों के दर्द में राहत पाने के लिए के आस पास गर्माहट बनाए रखें।
  • अधिक समय तक एक ही मुद्रा में नहीं रहना चाहिए।
  • आरामपरस्त ना बने।
  • योग और एक्सरसाइज करने की आदत बनाएं।
  • हाथों पैरों पर अधिक जोर ना डालें।
  • कुछ समय के लिए हल्की धूप में में बैठे।
  • हड्डियों के लिए विटामिन डी महत्वपूर्ण माना जाता है और सूरज की धूप से विटामिन डी की प्राप्ति होती है।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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