Bypass Surgery: रिकवरी, फायदे, नुकसान और कैसे होती है?

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि दिल से related बीमारियां बहुत ही आम है। छोटे बच्चे, जवान, महिलाएं, आदमी किसी को भी दिल की बीमारी हो सकती है। लेकिन 50 से ऊपर की उम्र में यह बीमारी बहुत ही आम है। मेरे यह कहने की वजह एक है क्योंकि मेरे घर में भी एक Heart patient है वह और कोई नहीं मेरे खुद के father हैं। यह पेशेंट scientific language में cardio patients कहलाते हैं।

bypass surgery
bypass surgery in hindi

दिल का मरीज कौन होता है कैसे पहचाने?

यह वह मरीज है जिन्हें दिल से रिलेटेड बीमारियां है: जैसे की किसी नस का ब्लॉक होना,किसी वजह से हार्ट तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, या फिर जिन्हें दिल का दौरा पड़ता है और दिल कमजोर हो जाता है।

बाईपास सर्जरी क्या होती है?

मेरे ‌, एक uncle की बाईपास सर्जरी (Openheart surgery) 1 साल पहले GB pant hospital में हुई थी इसलिए मुझे पता है बाईपास सर्जरी क्या होती है।

बाईपास सर्जरी एक तरह की सर्जरी होती है जो कि दिल के मरीजों के लिए होती है। जो नसें हमारे शरीर के अंगों से दिल तक ऑक्सीजन से भरपूर खून ले जाती हैं अगर किसी वजह से यह नसे ऑक्सीजन से भरा खून हमारे दिल तक ना ले जा पाए और नसें ब्लॉक हो जाए तब डॉक्टर बाईपास सर्जरी की सलाह देते हैं।

डाक्टर बाईपास की मदद से एक नया रूट तैयार करते हैं जहां से शरीर  खून को हमारे दिल तक बिना किसी रूकावट के आसानी से ले जा पाए। यह नया रूट हमारी नसों से दिल तक खून की रुकावट नहीं होने देता, जिससे रक्त हमारे दिल तक आसानी से पहुंच जाता है इसे बाईपास सर्जरी CABG(CORONARY ARTERY BYPASS GRAFT) कहते हैं।

बाईपास सर्जरी क्यों की जाती है? 

बाईपास सर्जरी तब की जाती है जब हमारी , coronary artery में खून की रूकावट होती है। और दिल तक ब्लड नहीं पहुंच पाता। यह पेशेंट के दिल मे blood और oxygen के flow को बेहतर बनाने के लिए की जाती है। लेकिन यह जरूरी नहीं की हर CHD ( coronary heart disease) वाले व्यक्ति को बाईपास सर्जरी की सलाह दी जाए,

इसके अलावा treatment के कई अलग options भी है, जैसे stents के साथ angioplastia का treatment (यह एक process है जिसमें ब्लॉक्ड नसों को खोलने के लिए एक गुब्बारे को पिरोया जाता है) और फ्यूचर में नसों के टुकड़ेपन को रोकने के लिए स्टैंड नाम की एक जालीदार ट्यूब लगाई जाती है)। 

हृदय Bypass surgery के बाद दिल का दौर ना पड़ने के चांसेस कम हो जाते हैं और एक अच्छी लाइफ गुजारने की chances बढ़ जाते है।

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बाईपास सर्जरी कब की जाती है?

दिल से जुड़ी निम्नलिखित स्थितियों में bypass surgery की जा सकती है:

• जब हार्ट की main left vessel सिकुड़ती है।

• जब हमारी नसों में ऑक्सीजन व खून आना बंद हो जाता है।

• जब दो या दो से ज्यादा नसों में diabetes के साथ blockage हो।

• यदि हमारा दिल बहुत कम धड़कता हो।

हृदय bypass surgery से पहले की तैयारी क्या होती है?

यह सर्जरी होने से पहले डॉक्टर ने अंकल को इस सर्जरी से होने वाले सभी खतरों के बारे में अच्छी तरह से बताया था कि इस सर्जरी को करवाने से क्या-क्या परेशानियां आ सकती हैं या उन्हें किन-किन बातों को ध्यान रखना पड़ेगा।

इसमें सबसे important, एनेस्थेटिक (एक एजेंट होता है जो सर्जरी के वक्त पेशेंट को सुन्न करके सुला देता है), and post operative care का  option जिसकी उन्हें सर्जरी के बाद जरूरत पड़ी थी।

सर्जरी करने से पहले जिन बातों का ध्यान रखा गया था:

  • उन्हें दिल या कोई और बीमारी तो नहीं है।
  • Past में कोई heart disease का treatment तो नहीं हुआ।
  • कोई और previous सर्जरी
  • क्या वह कोई और दवाई ले रहे थे
  • क्या किसी भी दवाई से उन्हें एलर्जी है?
  • सर्जरी के वक्त उनकी उम्र क्या थी?
  • सर्जरी के वक्त उनकी health कैसी थी?
  • क्या किसी family member की heart disease की history है?

बाईपास सर्जरी कौन करता है?

Bypass surgery के लिए हमेशा 4-6 hr के लिए एक Special team की जरूरत होती है, जिसमें एक कार्डियोलॉजिस्ट यानी हार्ट सर्जन, एनेस्थीसिया लोजिस्ट (एक डॉक्टर जो सर्जरी के लिए पेशेंट का शरीर सुन्न करने में माहिर होता है), परफ्यूज़निस्ट, कुछ और सर्जन और नर्स की जरूरत होती है।

बाईपास सर्जरी कैसे की जाती है?

बाईपास सर्जरी करने से पहले की तैयारी?

उनकी बाईपास सर्जरी से पहले कुछ जांचें की गई थी जैसे:

  • Blood test 
  • Chest X-ray
  • Electrocardiogram(EKG)
  • Angiogram 

सर्जरी से पहले डॉक्टर ने यह भी बताया था कि खाने में क्या चीज खानी है क्या चीज खाने के लिए हेल्दी है और क्या खाने की चीजों को नहीं लेना है? कौन-कौन सी दवाओं को continue करना है किन दवाओं को रोकना है जो की ब्लड फ्लो को रोक रही है यह सारी बातें ध्यान रखने के लिए कहीं थी।

बाईपास सर्जरी के बाद सावधानियां:

bypass surgery के बाद की देखभाल?

सर्जरी के बाद डॉक्टर ने अंकल को 1 से 2 दिन के लिए ICU में रखा था, जहां उन्होंने इन बातों का बहुत खास ध्यान रखा था:

  • दिल को नॉर्मल रखने के लिए continuous निगरानी करी थी।
  • ऑक्सीजन थेरेपी (नाक के रास्ते से)
  • सांस लेने के लिए ट्यूब लगाई थी।
  • पेट से वेस्ट बाहर निकालने के लिए पेट की एक नाली लगाई थी।
  • पेशाब निकालने के लिए एक कैथेटर लगाया था।
  • चेस्ट ट्यूब
  • पेसमेकर
  • सर्जरी वाले निशान पर पट्टियां।

उन्हें एक से दिनों में patient ward में shift कर दिया था। जहां उन्हें अपनी निगरानी में 3 से 5 दिन के लिए रखा गया था।

बाईपास सर्जरी के फायदे: (Bypass surgery benefits in hindi)

बाईपास सर्जरी के कुछ प्रमुख फायदे शामिल हो सकते हैं:

अच्छा रक्त परिसंचरण: इस सर्जरी को करने के बाद रक्त प्रवाह में सुधार होता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या ठीक हो जाती है और शरीर के सभी अंगों को ऑक्सीजन अच्छी मात्रा में मिलता है।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार: यह सर्जरी दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है और हृदय की नसों को साफ कर देती है जिससे हृदय में रक्त प्रवाह सही से हो पता है और इसकी वजह से व्यक्ति का पूरा स्वास्थ्य पहले से बेहतर हो जाता है।

दर्द कमी: सर्जरी के बाद दिल में जो दर्द रहता है और सीने में जो चुभन महसूस होती है वह सब दूर हो जाती है और मरीज को अब हृदय से संबंधित दर्द नहीं होता।

जीवन की अधिक दीर्घकालिकता: दिल की यह सर्जरी करवाने के बाद रोगी की जीवन प्रत्याशा बढ़ जाती है और वह अपने जीवन को और ज्यादा स्वस्थ और सुखी तरह से जीने में समर्थ हो जाता है।

सामान्य जीवन में सुधार: यह सर्जरी करवाने के बाद व्यक्ति अपने सामान्य जीवन में सुधार महसूस कर पता है शारीरिक को मानसिक क्षमता में भी एक सकारात्मक बदलाव आता है और जीवन जीने की इच्छा प्रबल होती है।

बाईपास सर्जरी के नुकसान: (Bypass surgery side effects in hindi)

बाईपास सर्जरी जोखिम:

बाईपास सर्जरी नुकसान की बात करें तो इसके कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो डॉक्टर की देखरेख में कुछ दिनों में अपने आप ठीक भी हो जाते हैं लेकिन अगर इन पर ध्यान ना दिया जाए तो भविष्य में एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आ सकते हैं इसलिए इनके नुकसान को समय रहते ठीक करना जरूरी है।

bypass surgery के नुकसान संभावित रूप से यह हो सकते हैं: इंफेक्शन सर्जरी के बाद रक्त बहना, high blood pressure, लंबे समय तक दर्द रहना इत्यादि।

इसके नुकसान हर इंसान की चिकित्सा स्थिति के अनुसार अलग हो सकते हैं या फिर कुछ लोगों को नहीं भी हो सकते। लेकिन अगर आपको किसी भी तरह की तकलीफ हो रही है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

हृदय बाईपास सर्जरी के नतीजे क्या रहे?

इससे जल्दी से उभरने या ठीक होने में उन्हें थोड़ा टाइम तो लगा था। इससे उन्हें 3 से 6 महीने लगे थे जिनमें उन्हें फायदा दिखने लगा था। लेकिन बाईपास से उबर में उन्हें कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा था जैसे की कब्ज, बहुत ज्यादा पसीना आना, stress होना, किसी भी चीज में ध्यान न लगना, emotionally unhealthy feel होना।

अच्छे नतीजे: शुरू के 6-7 महीने।

शुरू के 6, 7 महीने उन्हें बाईपास के नतीजे अच्छे लगे, क्योंकि वह अपने खाने पीने का अच्छे से ध्यान दे रहे थे टाइम पर खाना खाना, दवाई लेना सारे जरूरी काम वक्त पर कर रहे थे।

  •  उन्होंने हेल्दी खाना खाया।
  • रूटीन से कसरत की।
  • बीड़ी, गुटके तंबाकू शराब सभी को छोड़ दिया।
  • अपने शुगर को कंट्रोल किया।

नापसंद नतीजे: हाल ही में,

लेकिन बाईपास सर्जरी के बाद उन्हें कुछ परेशानियां भी झेलनी पड़ी जो उन्हें बहुत नापसंद थी। जैसे: 

छाती में इन्फेक्शन

बार-बार बुखार आना सर्जरी के बाद

बहुत ज्यादा थकान न महसूस करना

ताल मेल नहीं बिठा पाना

स्ट्रेस

Emotionaly unhealthy feel होना।

मूड में चेंज आना।

बाईपास सर्जरी से जुड़ी difficulties:

दूसरे पेशेंट की तरह उन्हें भी सर्जरी में जोखिम आए थे जिसमें:

  • सर्जिकल स्पॉट पर इंफेक्शन और ब्लीडिंग हुई थी।
  • बार-बार बुखार आना
  • छाती में दर्द होने लगा
  • दिमाग सही से काम नहीं करना यानी कुछ की जगह कुछ कहना
  • मूड में चेंज आना
  • दिल का दौरा पड़ना

बाईपास सर्जरी के बाद जीवन

बाईपास सर्जरी के बाद घर पर ध्यान रखने वाली बातें:

बाईपास सर्जरी के बाद घर पर ठीक होने में उन्हें 6 से 12 हफ्ते लगे थे। उन्हें इन बातों को ध्यान रखने के लिए कहा गया था:

• वक्त पर सारी दवाई लेने किसी भी दवाई को लेने ना भूले।

• अगर खांसी ठीक से कुछ Abnormal फील हो तो घबराएं नहीं।

• सर्जिकल स्पॉट पर नजर रखे हैं अगर कोई मवाद बने या कोई और लालिमा पैदा हो उसे पर निगरानी रखना

• भारी वस्तुओं को उठाने धक्का देने या खींचने से मना किया गया था क्योंकि इससे छाती की हड्डी पर वजन पड़ता है जिससे उन्हें दर्द महसूस हो सकता था जिससे ठीक होने में ज्यादा टाइम लग सकता था।

• हेल्दी डाइट और फ्लेक्सिबल एक्सरसाइज करने के लिए कहा गया था

• ताजे फल सब्जियां खाने के लिए कहा गया था

• Protein वाले आइटम्स जैसे मिल्क, मीट खाने के लिए मनाही थी।

दिल की बाईपास सर्जरी के बाद व्यायाम: (Exercise for bypass surgery in hindi)

दिल की इस सर्जरी के बाद व्यायाम करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है क्योंकि व्यायाम करने से आपके स्वास्थ्य में सुधार जल्दी आता है और किसी भी तरह की समस्याएं देखने को नहीं मिलती, लेकिन ध्यान रखें इसके लिए व्यायाम केवल चिकित्सक के मार्गदर्शन में ही सुरक्षित होता है इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

आरंभ करें सावधानी से: अगर आपकी बाईपास सर्जरी हुई है और आप इसके लिए एक्सरसाइज करना चाहते हैं तो शुरुआत में बहुत सावधानी रखने की जरूरत है और धीरे-धीरे व्यायाम की शुरुआत करें ताकि दिल पर जोर ना पड़े।

रेगुलर चेकअप: व्यायाम करने के दौरान आपको रेगुलर चेक कब कराते रहना चाहिए, जिससे पता चले कि व्यायाम का स्वास्थ्य पर अच्छा सा हो रहा है या फिर आप कोई गलती कर रहे हैं जैसे नुकसान बढ़ सकता है।

कार्डियोवास्कुलर व्यायाम: हार्ट सर्जरी के बाद कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम करना अच्छा माना जाता है जिसमें आपको वॉकिंग साइकलिंग स्विमिंग करने के लिए कहा जाता है यह सभी व्यायाम स्वस्थ को जल्दी बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

मास्टरिंग रेजिस्टेंस ट्रेनिंग: मोडरेट से हाई इंटेंसिटी की रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से ऐसे फायदे प्राप्त होते हैं जो हमेशा बने रहते हैं।

योग और मेडिटेशन: बाईपास सर्जरी के बाद exercise करने के साथ योग और मेडिटेशन भी करनी चाहिए यह सभी चीज आपको स्थाई परिणाम देते हैं और लंबे समय तक सुधार बनाए रखते हैं।

चिकित्सक की सुनें: इस बात का ध्यान रखें कि हर मरीज के लिए बाईपास सर्जरी के बाद एक्सरसाइज सही नहीं होती तो अपने चिकित्सक से इस बारे में बात कर ले उसके बाद ही एक्सरसाइज करना शुरू करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

 प्रश्न- दिल का ऑपरेशन कब होता है?

जब हमारे दिल की नसे ब्लॉक हो जाती है तब दिल का ऑपरेशन होता है और दूसरा तब जब हमारे वाल्व मैं प्रॉब्लम आती है।

प्रश्न- सबसे आम दिल की सर्जरी क्या है?

कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी।

प्रश्न- बाईपास सर्जरी क्यों की जाती है?

जब हमारे दिल की नजर दिल तक खून नहीं पहुंच पाती हैं उसे वक्त एक नए रूट बनाकर जिसे बाईपास कहा जाता है से दिल तक खून पहुंचाया जाता है।

प्रश्न – बाय सर्जरी की जरूरत कब पड़ती है?

जब सीने में दर्द हो जो की दवा लेने से भी ठीक नहीं हुआ हो, और कार्डियक अरेस्ट की हिस्ट्री हो तब बाईपास सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

प्रश्न- बाईपास के लिए कितने प्रतिशत की आवश्यकता होती है?

50%

प्रश्न- बाइपास सर्जरी में कितना खर्च आता है?

बड़े प्राइवेट अस्पतालों में डेढ़ से 2 लाख का खर्च, और सरकारी अस्पतालों में 85 से 90000 तक का खर्च आता है।

प्रश्न- बाईपास फेल होने पर क्या होता है?

ऐसे में गैर दिली रोगों के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है जैसे इन्फेक्शन,कैंसर जैसी बड़ी बीमारी हो सकती है।

प्रश्न- बिना सर्जरी के हार्ट ब्लॉकेज से कैसे छुटकारा मिलता है?

एंजियोप्लास्टी के जरिए से।

प्रश्न- क्या बाईपास सर्जरी से बचा जा सकता है?

जी बिल्कुल, अगर आप अपना बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं अच्छा खाना पीना करते हैं वक्त पर कसरत करते हैं समय पर दवाइयां लेते हैं तो पॉसिबिलिटीज़ है कि आप इससे बच सकते हैं।

प्रश्न- क्या हार्ट पेशेंट को कम पानी पीना चाहिए? 

जी हां डॉक्टर हार्ट पेशेंट को कम पानी पीने की सलाह देते हैं।

प्रश्न- हार्ट पेशेंट को कम पानी क्यों पीना चाहिए?

दिल की बीमारी वाले लोग अगर ज्यादा पानी पीते हैं तो दिल की धड़कन बढ़ सकती है साथ ही, हार्ट अटैक ,कार्डियक अरेस्ट और हार्ट फेल्योर की कंडीशन पैदा हो सकती है।

प्रश्न- बाईपास या एंजियोप्लास्टी कौन सा बेहतर है?

 बाईपास की तुलना में एंजियोप्लास्टी को बेहतर माना जाता है, लेकिन सीएसडी वाले हर शख्स के लिए एंजियोप्लास्टी की सलाह नहीं दी जाती है।

नमूने के तौर पर अगर किसी व्यक्ति को डबल या ट्रिपल कार्डियक डिज़ीज़ है तो उन्हें बाईपास की सलाह दी जाती है और अगर शुगर डायबिटीज जैसी कंडीशंस हो तो बाईपास से जीने के चांसेस ज्यादा होते हैं।

प्रश्न- दिल का दौरा कितनी बार आता है? 

यह देखा गया है कि किसी भी इंसान को उसकी पूरी जिंदगी में अमूमन तीन बार दिल का दौरा आता है लेकिन कई मामलों में कम या ज्यादा हो जाता है, और यह 40 से 45 उम्र के व्यक्ति को सबसे ज्यादा होने का खतरा होता है।

प्रश्न- हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण क्या है?

 यह कुछ बुनियादी लक्षण है:

• बिना किसी चोट के सीने में दर्द होना जलन होना।

• सांस लेने में परेशानी होना

• चिपचिपाहट वाला पसीना आना

• हर वक्त थकान रहना

• बार-बार चक्कर आना या बेहोश हो जाना

प्रश्न– बाईपास सर्जरी में कितना टाइम लगता है?

3 से 6 घंटे का वक्त लगता है।

प्रश्न- बाईपास सर्जरी के बाद भोजन क्या खाना चाहिए?

हरी पत्तेदार सब्जियां,फल, दूध, अंडे ,मछली इन सभी चीजों को खानी चाहिए।

प्रश्न- ओपन हार्ट सर्जरी और बाईपास सर्जरी के बीच अंतर क्या होता है?

ओपन हार्ट सर्जरी में दिल को खोल भी सकते हैं और नहीं भी, इनमें चेस्ट के अलावा इन पार्ट्स में भी सर्जरी होती है: आर्टिरीज,वाल्विस,मांसपेशियां।

बाईपास सर्जरी एक तरह की ओपन हार्ट सर्जरी ही है जिसमें कोरोनरी एंजियोप्लास्टी शामिल है।

प्रश्न- बाईपास सर्जरी कितनी सफल होती है?

96 से 97% इसकी सफलता के चांसेस होते हैं।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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