महिलाओं को Protein Supplement क्यों लेना चाहिए?

महिलाओं में प्रोटीन डेफिशिएंसी और skin problems जैसे Nutrients और micronutrients की कमी से हो सकती हैं। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में प्रमुख रूप से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, और फैट शामिल होते हैं। micronutrients में विटामिन ए, बी, सी, डी, और ई, साथ ही आयन, जिंक, और कैल्शियम शामिल होते हैं।

Protein powder for women in Hindi
Protein powder for women in Hindi

एक साइंटिफिक फ्रेमवर्क के अनुसार, व्यक्ति के वजन के हिसाब से रोजाना 0.8 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम चाहिए। sedentary lifestyle (बहुत अधिक बैठने और लेटने वाली जीवनशैली) वाले लोगों के लिए यह मात्रा 1 टू 1.2 ग्राम तक बढ़ सकती है, जबकि एक्टिव और एक्सटेंसिव वर्कआउट करने वाले व्यक्तियों के लिए यह 1.5 ग्राम तक हो सकती है।

भारत में न्यूट्रिशन की Literacy की कमी के कारण, लोग सप्लीमेंट्स का उपयोग करने में interest ले रहे हैं, लेकिन इसमें भी ध्यान रखना जरूरी है क्योंकि उनमें कई बार unwanted या हानिकारक Material हो सकते हैं।

समझदारी से डाइट प्लान बनाना और सही मात्रा में न्यूट्रिएंट्स लेना personal health के लिए जरूरी है।

कड़ी पत्ता एक्सट्रैक्ट से आयन की डेफिशियेंसी को दूर करने के लिए नेचुरल तरीके से बने extract का होता है। इसे high temperature पर naturally Lab में आयन की पहचान के लिए जाँचा जाता है, और फिर इसका उपयोग किया जाता है।

जीरो शुगर लेबल

शुगर फ्री प्रोटीन पर “जीरो शुगर” का दावा करने वाले products में भी artificial sweeteners का इस्तेमाल हो सकता है, जिनमें शुगर के अल्टरनेटिव के रूप में उपयोग किए जाने वाले यानी Sucralose, Aspartame, Neo Tame, और दूसरे हो सकते हैं।

consumers को चाहिए कि वे उत्पादों के पीछे अल्टरनेटिव्स को देखें और सभी स्वीटनर्स का सही Source Check करें। यह जरूरी है। क्योंकि जीरो शुगर लेबल के पीछे इस्तेमाल किए जा रहे same taste दे सकते हैं।

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प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान प्रोटीन की सही मात्रा

प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान प्रोटीन का सही मात्रा में लेना बहुत ज्यादा जरूरी है, क्योंकि यह मां और बच्चे के लिए important है। Carefully, ज़्यादा protein concentration और clean source से प्रोटीन लेना जरूरी है। 30% से अधिक प्रोटीन कंसंट्रेशन वाले प्रोटीन ड्रिंक्स का उपयोग किया जा सकता है। 

मार्केट में Available अच्छे प्रोटीन सोर्स को चुनना चहिए, और ज़्यादा से ज़्यादा natural foods को Priority देनी चाहिए। इससे नुकसान या साइड इफेक्ट्स की संभावना कम होती है।

शुगर और कार्ब्स के सही level का टेस्ट और control भी जरूरी हैं, और सिर्फ प्रोटीन से ही नहीं, सारी required energy और पोषण को पूरा किया जा सकता है।

nutrition की Literacy बहुत ज़रूरी है, और लोगों को यह सिखाना चाहिए कि सही तरीके से पूरा Diet लेना क्यों जरूरी है। इससे न केवल फिजिकल हेल्थ में सुधार होगा, बल्कि mental health में भी बेहतरीन असर देखने को मिलेंगे।

बालों के लिए Nutraceutical Supplements

बालों के झड़ने की समस्या एक इंसान के लिए चिंता की वजह बन जाती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि complete diet की कमी जिससे आपको जरूरी पोषण नहीं मिलते है, जिससे hormonal imbalanceq हो सकता है। यह असंतुलन पुरुष और महिलाओं दोनों में हो सकता है और यह बालों के झड़ने का कारण बनता है। 

ब्लड टेस्ट से आप अपने ferritin level की जाँच करा सकते हैं जो आयरन को ट्रांसपोर्ट करने में मदद करता है। इसके अलावा, cortisol levels का टेस्ट भी किया जा सकता है, जो स्ट्रेस के level को मापता है और बालों की Health पर असर डाल सकता है।

androgen test से भी यह पता चल सकता है कि क्या हार्मोनल इंबैलेंस के कारण बाल झड़ रहे है। 

इन सभी समस्याओं को सुधारने के लिए आप Nutraceutical Supplements का सहारा ले सकते हैं, जैसे कि अमरूद के पत्तों से निकाला गया जिंक, guava leaf और biotin extract, जो बॉडी की micronutrients की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

ओबेसिटी (Obesity)

खराब खाने, बिना सही एक्सरसाइज के, और बढ़ती बॉडी वेट के कारण, आजकल ओबेसिटी बढ़ती जा रही है। ओबेसिटी से जुड़ी Issues जैसे कि Diabetes, heart issues, और triglyceride level का खतरा बढ़ जाता हैं। हमें यह याद रखना चाहिए कि सिर्फ खाने पीने से ही इस समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि regular exercise और healthy lifestyle भी ज़रूरी हैं।

बच्चों में obesity 

बच्चों को सही जानकारी और शिक्षा मिलनी चाहिए ताकि वे ब्रांड्स को समझ पाए और स्वस्थ खाने की आदतें बना सकें। उन्हें योगा, walking, और strength training देनी चाहिए।

आने वाले 10 सालों में Health से जुड़ी problems में एक main issue बच्चों की ओबेसिटी हो सकती है। बच्चों को जंक फूड की बुराईयों को समझाने के लिए, उन्हें Healthy Diet की Importance को समझाएं।

बच्चों को यह बताएं कि ज्यादा तीखी, ज्यादा मीठी, ज्यादा तेल वाली और ज्यादा सूखी चीजें उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं हैं,

उन्हें यह सिखाएं कि जंक फूड का ज्यादा सेवन उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। ताकि BMR और TE calculation में संतुलन बना रहे। उन्हें यह भी बताएं कि एक्सरसाइज करना उनकी सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

महिलाओं के लिए protein के बाद व्यायाम ज़रूरी

महिलाओं के लिए प्रोटीन के बाद एक्सरसाइज बहुत जरूरी है, खासकर जो घरेलू कामों का सारा बोझ उठा रही हैं। भारी एक्सरसाइज नहीं, लेकिन योग से महिलाएं अपनी Health को बेहतर बना सकती हैं। प्रोटीन लेने के साथ, आयुर्वेदिक हर्ब्स शामिल करें जो प्रोटीन को शरीर में अच्छे से पचाने में मदद करते हैं।

200 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन न लें, सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें, जिससे शरीर को required energy मिलती है।

बोन हेल्थ इश्यूज विशेषकर महिलाओं में 30 के बाद आम होते हैं। कैल्शियम और विटामिन डी3 लेना इन problems को सुधार सकता है, परंतु हार्मोनल बैलेंस भी जरूरी है। Vegetarian Source से मिलने वाला कैल्शियम अच्छे Absorption को promote करता है।

Healthy lifestyle के लिए, balanced diet, नियमित व्यायाम, और stress free ज़िंदगी जीनी चाहिए। सभी लोगों से यह अपील है कि वे अपने nutrition का ध्यान रखें और अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए alert रहें। किसी भी suppliment को इस्तेमाल करने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लें और किसी अच्छे डॉक्टर से उसको इस्तेमाल करने से पहले सलाह ले लेना सही होता है।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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