एमिनो एसिड के प्रकार (Types of amino acid in hindi)

सभी 20 अमीनो एसिड को दो अलग-अलग हिस्सों में बांटा किया गया है। 1. Essential amino acids and 2. Non-essential amino acids ये दोनों तरीके के अमीनो एसिड मिलकर 20 अमीनो एसिड बनाते हैं। 20 अमीनो एसिड में से 9 आवश्यक अमीनो एसिड हैं, और अन्य गैर-आवश्यक अमीनो एसिड हैं।

A smiling woman showing the Amino Acid types
एमिनो एसिड के प्रकार

नौ अमीनो एसिड-हिस्टिडाइन, आइसोल्यूसीन, ल्यूसीन, लाइसिन, मेथिओनिन, फेनिलएलनिन, थ्रेओनीन, ट्रिप्टोफैन और वेलिन- हमारा शरीर खुद नहीं बना सकता, और इसलिए ये भोजन में आवश्यक पोषक तत्व हैं। इन्हें आमतौर पर essential amino acids कहते हैं।

दो प्रकार के अमीनो एसिड होते हैं आवश्यक अमीनो एसिड और अनावश्यक एमी ऐसी तो चलिए विस्तार से समझते हैं:

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1.) आवश्यक अमीनो एसिड (Essential amino acid)

amino acid कार्बनिक यौगिक होते हैं जो की ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन और हाइड्रोजन से बनते हैं।

मानव शरीर का विकास करने के लिए, जिससे शरीर ठीक से काम करें। इसके लिए 20 अलग-अलग अमीनो एसिड की जरूरत होती है। यह सभी 20 स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, इनमें से 9 को आवश्यक 11 को अनावश्यक कहा जाता है।

कितने आवश्यक अमीनो एसिड हैं?

9 आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जिनमें से प्रत्येक आपके शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करता है:

ये हैं आवश्यक – हिस्टिडाइन, आइसोल्यूसीन, ल्यूसीन, लाइसिन, मेथिओनिन, फेनिलएलनिन, थ्रेओनीन, ट्रिप्टोफैन और वेलिन अब इन्हें विस्तार से समझते हैं:

1. Phenylalanine (फेनिलएलनिन): 

इंसानी शरीर इस अमीनो एसिड को एपिनेफ्रिन, न्यूरोट्रांसमीटर टायरोसिन, डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन में बदल देता है। यह प्रोटीन और एंजाइमों की आकार, कार्य और अन्य अमीनो एसिड के उत्पादन में मददगार रहता है।

2. Valine (वैलीन): 

वेलिन शरीर में मांसपेशियों के विकास वृद्धि, पुनर्जनन तथा मरम्मत को प्रोत्साहित करने में सहायता करता है साथ ही यह शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए भी जिम्मेदार होता है।

3. Threonine (थ्रेओनीन): 

यह एसिड शरीर की वसा के पाचन में और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को बेहतर तरीके से करने में भूमिका निभाता है। यह त्वचा के कोलेजन और इलास्टिन की संरचनात्मक प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

4. Tryptophan (ट्रिप्टोफैन): 

यह एक ऐसा न्यूरोट्रांसमीटर है जो आपके मूड नींद और भूख को कंट्रोल करता है अर्थात यह अमीनो एसिड आपके भूख और नींद में बदलाव का कारण भी बन सकता है।

5. Methionine (मेथिओनिन):

यह पाचन क्रिया में महत्वपूर्ण होता है यह अमीनो एसिड metabolism और detoxification में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं इसके अलावा यह एसिड शरीर में ऊतक का विकास और सेलेनियम व जिंक के अवशोषण के लिए भी जरूरी होता है जिससे स्वास्थ्य बेहतर बने, क्योंकि खनिज हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।

6. Leucine (ल्यूसीन): 

ल्यूसीन भी वेलिन की तरह प्रोटीन संश्लेषण और मांसपेशियों की मरम्मत के लिए काम करता है यह शरीर की शर्करा अर्थात शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है साथ ही यह एसिड घाव भरने और हार्मोन उत्पादन के लिए भी जिम्मेदार होता है।

7. Isoleucine (आइसोल्यूसीन): 

यह amino acid आइसोल्यूसीन मांसपेशियों के चयापचय में शामिल होता है और मांसपेशियों के ऊतकों में भारी मात्रा में पाया जाता है, यह प्रतिरक्षा की कार्यक्षमता, हीमोग्लोबिन उत्पादन और ऊर्जा को बढ़ावा देने में सहायता करता है।

8. Lysine (लाइसिन): 

लाइसिन प्रोटीन संश्लेषण, कैल्शियम अवशोषण, हार्मोन और एंजाइमों के उत्पादन में मदद करता है यह ऊर्जा उत्पादन, प्रतिरक्षा कार्य त्वचा कोलेजन और इलास्टिन उत्पादन के लिए भी आवश्यक योगदान देता है।

9. Histidine (हिस्टिडाइन): 

यह एक ऐसा अमीनो एसिड है जो नींद को बेहतर बनाने व्यक्ति को नींद से जगाने के चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है साथ ही यह प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में भी महत्वपूर्ण है इसके अलावा यह तंत्रिका कोशिकाओं को कवर करने वाली सुरक्षात्मक आवरण माइलिन को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी होता है।

इसके अलावा यह सभी नौ आवश्यक amino acid शारीरिक विकास, ऊतक वृद्धि, शरीर में ऊर्जा उत्पादन, प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने, पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

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2.) अनावश्यक अमीनो एसिड (Nonessential amino acid)

Nonessential या अनावश्यक अमीनो एसिड हमारा शरीर खुद बनाता है गैर-आवश्यक अमीनो एसिड शामिल हैं: एलेनिन, आर्जिनिन, शतावरी, एसपारटिक एसिड, सिस्टीन, ग्लूटामिक एसिड, ग्लूटामाइन, ग्लाइसिन, प्रोलाइन, सेरीन और टायरोसिन।

अनावश्यक अमीनो एसिड क्या हैं?

ऐसे amino acid जो हमारे शरीर में खुद बनते हैं जिन्हें हमें भोजन के द्वारा लेने की आवश्यकता नहीं होती उन्हें गैर आवश्यक अमीनो एसिड कहा जाता है।

गैर-आवश्यक अमीनो एसिड में आर्जिनिन, एलानिन, एसपारटिक एसिड, एस्पेरेगिन शामिल हैं। सिस्टीन, ग्लूटामाइन, ग्लूटामिक एसिड, प्रोलाइन, ग्लाइसिन, सेरीन और टायरोसिन। इन अमीनो एसिड के बिना, हमारे शरीर को प्रोटीन बनाने में कठिनाई होगी जो कोशिकाओं की मरम्मत, वृद्धि के लिए आवश्यक है।

आइए हम अपने गैर-आवश्यक अमीनो एसिड और उनके कार्यों को थोड़ा बेहतर तरीके से जानें:

1. Alanine (अलैनिन):

यह मनुष्य में पाया जाने वाला सबसे छोटा amino acid है यह शरीर से विषयुक्त पदार्थ को साफ करने में मदद करता है ताकि लीवर की कार्य क्षमता बढ़े और उसे खाना पचाने में समस्याएं ना आएं।

इसके अलावा यह ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के लिए ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

2. Arginine (आर्जिनिन):

इसका मुख्य कार्य रक्तचाप को नियंत्रित बनाए रखना है और यह पुरुषों में स्तंभन दोष को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है इसके अलावा यह शारीरिक घाव को भरने में तेजी लाता है और किडनी को डिटॉक्सिफाई करने के लिए काम करता है।

3. Aspartic Acid (एस्पार्टिक):

एस्पार्टिक एसिड कई एंजाइमों के सक्रिय भाग की रासायनिक संरचना का एक हिस्सा है। एंजाइम विशेष प्रोटीन होते हैं जो रासायनिक प्रतिक्रिया को मजबूत करने में मदद करते हैं।

4. Cysteine (सिस्टीन):

यह अमीनो एसिड नाखूनों, त्वचा और बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है इसका मुख्य कार्य कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करना है साथ ही यह आपकी त्वचा की बनावट को बनाए रखने में काम करता है।

टॉरिन को बनाने में भी इसकी भूमिका होती है टॉरिन एक सल्फर युक्त एंटीऑक्सीडेंट है जो दिल और कंकाल की मांसपेशियों के लिए काम करता है।

5. Asparagine (एस्पेरेगिन):

यह अमीनो एसिड मस्तिष्क की कोशिका न्यूरॉन के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है इसे हिंदी में शतावरी कहते हैं जो मस्तिष्क के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में संतुलन बनाए रखता है।

6. Glutamic Acid (ग्लूटामिक):

ग्लूटामिक अमीनो एसिड बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह मस्तिष्क की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा स्रोत का काम करता है।

ग्लूटामिक एसिड गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड (जीएबीए) के संश्लेषण में भी महत्वपूर्ण है, एक निरोधात्मक न्यूरोट्रांसमीटर जो ग्लूटामिक एसिड के विपरीत प्रभाव डालता है और टी के भीतर गतिविधि को कम करने में मदद करता है।

7. Glutamine (ग्लूटामाइन):

ग्लूटामाइन अमीनो एसिड शरीर के मुक्त कणों से होने वाली क्षति की मरम्मत करता है और ठीक करता है यह समय से पहले बूढ़ा होने से भी बचाता है इसके और भी महत्वपूर्ण काम होते हैं जैसे यही पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाता है प्रतिरक्षा स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देने में मदद करता है।

8. Glycine (ग्लाइसिन):

यह कोलेजन उत्पादन का एक प्रमुख घटक है जो कोलेजन का एक तिहाई हिस्सा बनाता है यह त्वचा को सुरक्षा देने के साथ शारीरिक शक्ति को बढ़ावा देता है घाव भरने में मदद करता है छोटी आंत में एसिड के रक्त स्राव को कंट्रोल करने में भी भूमिका निभाता है।

9. Proline (प्रोलाइन):

प्रोलाइन अमीनो एसिड उत्तक की मरम्मत करने के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण होता है जब कोमल ऊतक को कोई नुकसान होता है कोई चोट लगती है या घाव भरने की प्रक्रिया में, तो ऐसे में इस गैर आवश्यक एसिड उत्पादन बढ़ जाता है जिससे शरीर की क्षति की मरम्मत की जा सके

10. Serine (सेरीन):

यह है अमीनो एसिड मोड हार्मोन सेरोटोनिन का उत्पादन करने के लिए जिम्मेदार होता है शेरिन शारीरिक और मानसिक कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाता है अगर शरीर पर्याप्त मात्रा में सेरोटोनिन नहीं बन पाता तो ऐसे में आप चिंता तनाव डिप्रेशन भ्रम और नींद की कमी की समस्या से ग्रसित हो सकते हैं।

11. Tyrosine (टायरोसिन):

आवश्यक अमीनो एसिड फेनिलएलनिन से निर्मित, टायरोसिन आहार संबंधी फेनिलएलनिन आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।

टायरोसिन प्रोटीन संश्लेषण के साथ-साथ थायराइड हार्मोन और डोपामाइन के उत्पादन में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। ये न्यूरोट्रांसमीटर तंत्रिका तंत्र, तनाव और अवसाद के management में महत्वपूर्ण कार्य करता है।

टायरोसिन का यूज़ high blood pressure, तनाव और पुराने दर्द के अलावा भी विभिन्न नैदानिक ​​स्थितियों के लिए एक सुरक्षित चिकित्सा के रूप में किया जाता है।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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