Paracetamol: सबसे ख़तरनाक दवा जानिए कैसे? | Paracetamol ke side effects in hindi

क्या आपके मन में भी यह सवाल आता है कि दुनिया की सबसे ज्यादा खतरनाक दवा (paracetamol) कौन सी हो सकती है वैसे तो बहुत सारी दवाईयां होती है जो स्वास्थ्य के लिए खराब होती है तथा जिनके ज्यादा सेवन करने से हमारी सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है।

Paracetamol
Paracetamol

लेकिन आज हम paracetamol tablet जो सबसे खतरनाक दवाई है के बारे में बात करेंगे जानेंगे यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक क्यों है और किस तरह से हम इसके जोखिमों से बच सकते हैं साथ ही पेरासिटामोल का उपयोग क्यों करना चाहिए तथा क्यों नहीं करना चाहिए इस बात पर भी चर्चा करेंगे।

तो दोस्तों भारत में ऐसा कोई भी घर नहीं होगा जहां पर पेरासिटामोल का इस्तेमाल ना होता हो यहां तक कि जब भी हमें बुखार होता है और हम डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर हमें पेरासिटामोल ही खाने को देता है।

इसके अलावा सिर दर्द के लिए पेट दर्द के लिए पैरों में दर्द के लिए या शरीर में किसी भी तरह के दर्द से राहत के लिए डॉक्टर हमेशा यही दवा हमें रिकमेंड करते हैं इसीलिए ज्यादातर घरों में यह टेबलेट होती ही है और थोड़ी सी भी समस्या होने पर हर कोई इस टैबलेट का सेवन करता है।

जिससे उन्हें फायदा भी होता है क्योंकि यह दवाई नसों को शांत कर देती है और आराम करती है जिससे लोगों को लगता है कि यह दवाई उनके लिए अच्छी है और इससे उनका फायदा होता है इसीलिए हमारे भारत में लोग पेरासिटामोल का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं।

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सबसे खतरनाक दवाई paracetamol कैसे?

अब बात करते हैं कि पेरासिटामोल खतरनाक क्यों है? दोस्तों आपने पेरासिटामोल के बारे में काफी सारे फायदे सुने होंगे और महसूस भी किए होंगे हालांकि कुछ लोग इसके नुकसान भी बताते हैं लेकिन आपको नहीं पता कि यह दवाई कितनी ज्यादा खतरनाक है इससे हमारा स्वास्थ्य कितना ज्यादा खराब हो सकता है यदि आपको यह जानकारी हो जाए तो आप चौंक जाएंगे?

सिर दर्द के लिए पेरासिटामोल कैसे खतरनाक है?

जब भी घर में किसी को सर दर्द होता है तो वह पेरासिटामोल का ऑप्शन चुनते हैं ताकि उन्हें जल्दी से आराम मिल जाए और उनका सर का दर्द ठीक भी हो जाता है जानते हैं क्यों?

क्योंकि पेरासिटामोल सीधा शरीर की नसों पर प्रभाव दिखाता है इसके सेवन से शरीर की नसें शांत हो जाती हैं और दर्द होना बंद हो जाता है।

लेकिन हमारे शरीर की नसों को शांत करना वो भी बार-बार हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर करता है अंदर ही अंदर शरीर में बीमारियां पनपने लगता हैं जो हमें पहले पता नहीं चलती लेकिन लंबे समय के बाद हमें एहसास होता है कि हमारे शरीर में किसी तरह की बीमारी है।

और आप डॉक्टर के पास जाते हैं लेकिन डॉक्टर भी आपको यह नहीं बात पता कि यह बीमारी आपको किस वजह से हुई है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे देश में लोग डॉक्टर को एक मशीन की तरह समझते हैं जिसे सब कुछ आता है।

और किसी भी फील्ड के डॉक्टर के पास जाकर अपनी प्रॉब्लम बताते हैं डॉक्टर अपना फायदा करने के लिए जितनी जानकारी होती है उसके हिसाब से इलाज भी कर देते हैं जबकि उन्हें इस बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं होता।

जैसे यदि आपको स्किन प्रॉब्लम्स है तो आप किसी भी आसपास के डॉक्टर के पास जाकर अपनी स्किन को दिखाएंगे और डॉक्टर कहेगा कि आपको यह प्रॉब्लम है और आप मान लेते हैं क्योंकि वह डॉक्टर है।

वहां पर हमें यह समझ नहीं आता कि यह डॉक्टर स्किन का डॉक्टर नहीं है हर तरह का डॉक्टर अलग होता है स्किन के लिए अलग डॉक्टर होता है जो सिर्फ स्किन को ट्रीट करने की पढ़ाई करता है।

दिल की बीमारियों को ठीक करने वाला डॉक्टर अलग होता है हड्डियों का डॉक्टर अलग होता है दिमाग का डॉक्टर अलग होता है लड़कियों के लिए सहायता करने वाले डॉक्टर अलग होते हैं जिन्हें गाइनेकोलॉजिस्ट कहा जाता है।

शायद अब आपको समझ आया होगा कि डॉक्टर हमें paracetamol ही हर प्रॉब्लम्स में क्यों देते हैं।

तो यहां गलती जितनी डॉक्टर की है उतनी हमारी भी है क्योंकि हमें इतनी नॉलेज ही नहीं होती कि हमें डॉक्टर अपनी प्रॉब्लम के हिसाब से चुनें, अगर हमें स्किन प्रॉब्लम है तो हमें स्किन स्पेशलिस्ट के पास जाना है।

क्योंकि सिर्फ उसी के पास ही हमारी प्रॉब्लम का हल हो सकता है किसी दूसरे डॉक्टर के पास स्किन से जुड़े सवाल ले जाने से कोई फायदा नहीं होता। इसीलिए ज्यादातर लोग डॉक्टर के पास जाने के बाद भी प्रॉब्लम से बाहर नहीं आते क्योंकि वह सही डॉक्टर के पास नहीं जाते।

तो यही सबसे बड़ा कारण होता डॉक्टर हमें पेरासिटामोल रिकमेंड करते हैं।

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बुखार के लिए पेरासिटामोल खतरनाक?

बुखार में पेरासिटामोल दवाई लेने से क्या आप जानते हैं कितना ज्यादा खराब असर हो सकता है शायद नहीं तो चलिए इस बारे में खुलकर बात करते हैं।

क्या आपने सोचा है कि हमें बुखार क्यों होता है और बार-बार होता है हालांकि कारण अलग-अलग हो सकते हैं दरअसल बुखार अपने आप में कोई बीमारी नहीं होती बुखार एक लक्षण होता है।

जब भी हमें कोई सीरियस बीमारी होने वाली होती है तो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली इसका विरोध करती है और बीमारी को शरीर में प्रवेश करने से रुकती है जिस कारण से शरीर का तापमान बढ़ जाता है और व्यक्ति को बुखार आ जाता है।

कई बार बुखार बहुत ज्यादा तेज भी हो जाता है ऐसे में दवाई लेना जरूरी हो जाता है इसके लिए किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है पेरासिटामोल नहीं खाने चाहिए।

लेकिन नॉर्मल बुखार में किसी भी तरह की दवा लेना सही नहीं होता क्योंकि दवाई लेने से शरीर का तापमान कम हो जाता है शरीर की नसें शांत हो जाती है ऐसे में हमारा शरीर कमजोर पड़ जाता है और बीमारी हमारे शरीर पर हावी हो जाती है।

तो देखा आपने की पेरासिटामोल हमारे लिए कितने ज्यादा खतरनाक हो सकती है यदि हम बुखार में बिना सोचे समझे पेरासिटामोल का सेवन करें तो हमक्षभविष्य में बड़ी बीमारी को दावत देते हैं।

पीरियड में दर्द से राहत के लिए पेरासिटामोल क्यों है खतरनाक?

कुछ लड़कियों को पीरियड के दौरान बहुत ज्यादा दर्द होता है जो वह सहन नहीं कर पाती है ऐसे में जब वह डॉक्टर से इस बारे में इलाज के लिए जानकारी लेती हैं।

तो जैसा कि मैंने ऊपर बताया है हम सही डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं और आसपास के local doctor लड़कियों को दर्द से राहत के लिए पेरासिटामोल रिकमेंड कर देते हैं।

कुछ लड़कियां पीरियड में दर्द महसूस होते ही इस दवाई का सेवन कर लेते हैं यानी पेरासिटामोल खा लेती है और उन्हें फिर पीरियड के दौरान दर्द नहीं होता।

अब कुछ लोगों को लगेगा कि यह तो बहुत अच्छी बात है कि अब पूरे दिन लगभग 4 से 6 घंटे जो दर्द होता है जो असहनीय दर्द होता है वह बेचारी लड़की को सहन नहीं पड़ता।

लेकिन paracetamol को पीरियड के दर्द से छुटकारा पाने के लिए इस्तेमाल करना बेहद बुरा होता है चलिए इसके बारे में विस्तार से समझ लेते हैं।

पीरियड पेन सभी लड़कियों को होना एक सामान्य बातें लेकिन कुछ लड़कियों को बहुत ज्यादा पीरियड पेन होता है इसका मतलब है कि उनके हार्मोन इंबैलेंस हो जाते हैं यानी जैसे उन्हें काम करना चाहिए उसे हिसाब से कम नहीं करते इस वजह से कुछ लड़कियों को बहुत तेज दर्द होने की शिकायत होती है।

और अधिकतर घरों में यह माना जाता है कि यह दर्द नेचुरल है और इसका इलाज नहीं होता जबकि इसका एक पूरा इलाज होता है जिसके लिए आपको गाइनेकोलॉजिस्ट के पास जाना पड़ता है 3 महीने का पूरा कोर्स होता है और लड़कियां इस समस्या से पूरी तरह से छुटकारा पा सकती हैं।

तो जब कुछ लड़कियां पेरासिटामोल का इस्तेमाल करती है पीरियड पेन के दर्द से बचने के लिए हार्मोन इतनी ज्यादा इंबैलेंस हो जाते हैं पूरा पीरियड चक्र खराब हो सकता है बल्कि लड़की को भविष्य में प्रेगनेंसी में बहुत ज्यादा कॉम्प्लिकेशंस हो सकती हैं।

क्योंकि हमारे शरीर में हर तरह के हार्मोन अपना काम करते हैं यदि हम खराब चीज सेवन करके हार्मोन को बिगाड़ देते हैं तो हमारे शरीर का पूरा सिस्टम बिगड़ जाता है जिसकी वजह से तरह-तरह की समस्याएं होती हैं।

तो जो लड़कियां मासिक धर्म के दर्द से छुटकारा पाने के लिए पेरासिटामोल खाती है उनके लिए मेरी सलाह होगी कि ऐसा ना करें पेरासिटामोल बहुत ज्यादा खराब असर करती है ऐसा देखा भी गया है जो लड़कियां पीरियड के दर्द से बचने के लिए पेरासिटामोल खाते हैं उनकी प्रेगनेंसी में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम आती है कई बार वह मन नहीं पाती।

पेरासिटामोल जुकाम के लिए भी है खतरनाक?

जिन लोगों को जुकाम हो जाता है वह भी पेरासिटामोल का इस्तेमाल करते हैं हालांकि जुकाम के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल करना थोड़ा कम देखा जाता है लेकिन कुछ लोग ऐसा करते हैं वह जुकाम को ठीक करने के लिए इस दवाई को खाते हैं।

फिर से वही बात पेरासिटामोल लगंस को खराब कर देता है जुकाम इसलिए होता है क्योंकि हमारे शरीर में ऐसे गंदे कारण प्रवेश कर जाते हैं जिन्हें शरीर से बाहर निकालना जरूरी होता है लेकिन हम अपने शरीर की सफाई नहीं करते इसलिए वह जुकाम के जरिए शरीर से बाहर निकलते हैं।

ऐसे में जब हम जुकाम को ठीक करने के लिए पेरासिटामोल का सेवन करते हैं तो यह वाइरस या कीटाणु हमारे फेफड़ों में ही फंस जाते हैं जिससे हमें फेफड़ों से संबंधित बीमारियां होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

किडनी और लीवर को डैमेज करती है पेरासिटामोल?

जब कोई भी बार-बार पेरासिटामोल को खाता है यानी बुखार के लिए, जुकाम को ठीक करने के लिए, सर दर्द के लिए या किसी भी तरह की प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए बार-बार paracetamol का इस्तेमाल करता है तो उसकी किडनी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है।

क्योंकि पेरासिटामोल का ज्यादा सेवन करना या ओवरडोज में paracetamol को लेने से सीधा प्रभाव किडनी पर पड़ता है और यह किडनी को खराब करना शुरू कर देती है जिस वजह से धीरे-धीरे समय के साथ किडनी डैमेज होने लगती है।

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Paracetamol का उपयोग क्यों करना चाहिए तथा क्यों नहीं करना चाहिए?

पेरासिटामोल का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए मुझे लगता है इस बारे में हमें और ज्यादा जानने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमने ऊपर इस बारे में बहुत डिटेल में बात की है।

फिर भी हम समझ लेते हैं कि पेरासिटामोल का इस्तेमाल हमें नहीं करना चाहिए जैसे अगर हमें बुखार होता है तो सीधा पेरासिटामोल की गोली उठाई और खा ली, सर दर्द और बदन दर्द हुआ राहत के लिए पेरासिटामोल का डब्बा उठाया और गोली निकाल कर खा ली।

तो ऐसा करने से हमें बहुत सारी बीमारियां होने लगती है जो हमें तत्काल नहीं पता चलती लेकिन समय के बीतने के बाद हमें पता चलता है कि हमारे शरीर में एक गंभीर बीमारी में जगह बना ली है।

और ज्यादातर लोगों को इसका कारण भी पता नहीं चलता मुझे लगता है कि अचानक से ही उनके शरीर में यह बीमारी आ गई है जबकि हमारा शरीर हर तरह की बीमारी से हमें बचाने की कोशिश करता है लेकिन जब हम खुद ही अपने शरीर को बीमारी की तरफ धकेलते हैं तो क्या कर सकते हैं।

तो यदि आप एक दिन में 500 milligrams paracetamol की दवाई खाते हैं तो यह आपको बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचती, लेकिन यदि आप डॉक्टर के कहने पर लेते हैं इस बात का ध्यान रखें।

अगर आपको डॉक्टर ने रिकमेंड नहीं किया कि आपको पेरासिटामोल खानी चाहिए तो आपको पेरासिटामोल नहीं लेनी चाहिए नहीं तो आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

अगर आप जो वाकई बुखार वायरस फ्लू आदि का ट्रीटमेंट करने वाला डॉक्टर है उसके कहने पर पेरासिटामोल दवाई का सेवन करते हैं तो यह लंबे समय तक आपके लिए सुरक्षित साबित हो सकती है।

अब बात करते हैं कि पेरासिटामोल का सेवन क्यों करना चाहिए? ऐसे बिल्कुल नहीं है कि कोई भी चीज हमें सिर्फ नुकसान पहुंचती है हर चीज के दो पहलू होते हैं लेकिन हद से ज्यादा हर चीज हमारे नुकसानदायक होती है चाहे दवाई हो या घर का बना खाना भी।

लेकिन एक सीमित मात्रा में हमारे शरीर की जरूरत के हिसाब से यदि हम किसी भी चीज का सेवन करते हैं तो वह हमारे लिए सकारात्मक प्रभाव भी दिखता है।

तो यदि आप डॉक्टर के कहने पर अपने इलाज के लिए पेरासिटामोल को एक निश्चित खुराक में लेते हैं तो यह आपके लिए सुरक्षित साबित होगी।

डॉक्टर आपको paracetamol दवाई बुखार को ठीक करने बदन दर्द के लिए और सिर दर्द के लिए दे सकते हैं इसके अलावा पेरासिटामोल अन्य बीमारियों में लेना सही नहीं है।

किस तरह से हम paracetamol के जोखिमों से बच सकते हैं?

यदि आप पेरासिटामोल खाने के बाद होने वाले जोखिमों से बचना चाहते हैं तो हमेशा इस दवाई का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें खुद से बिना जानकारी के इसे इस्तेमाल करने से बचें।

पेरासिटामोल की दवाई को हमेशा कुछ खाने के बाद ही सेवन करना चाहिए खाली पेट इस दवाई को लेने से थकान, बेचैनी, चक्कर आना, उल्टी होने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

तो यदि आप इसके जोखिमों से बचना चाहते हैं तो पेरासिटामोल को डॉक्टर के निर्देशो के अनुसार ही इस्तेमाल करना चाहिए।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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