पूरी दुनिया में सबसे अमीर और सक्सेसफुल इंसान एलोन मस्क ने अपनी कंपनी Neuralink के द्वारा इंसानी दिमाग में डाली जाने वाली चिप बनाने का दावा किया है और कहां है कि इंसान पर इसका ट्रायल कर लिया गया है जो की सफल रहा, जिस पर इसका ट्रायल किया गया वह बहुत तेजी से ठीक हो रहा है।
इसे बनाने वाली कंपनी ने यह भी कहा है कि हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि यह न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एक उम्मीद की तरह साबित हो, जिससे दिमागी बीमारियों को ठीक किया जा सके और मनोरोगियों का जीवन आसान किया जा सके।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के X पर ट्वीट करते हुए एलोन मस्क ने यह सूचना दी है कि Neuralink chip जिसे अभी, पहली बार बनाया गया है को टेलीपैथी कहा जाएगा। यह एक ऐसी टेलीपैथी है जो सिर्फ सोचने से ही इंसान को मोबाइल और कंप्यूटर चलाने की स्वतंत्रता देगी और व्यक्ति बिना किसी समस्या के कोई भी डिवाइस अपने दिमाग से चल पाएगा।
न्यूरालिंक चिप क्या है? (Neuralink chip in hindi)
तो आखिर है क्या यह चिप? न्यूरलिंक चिप ब्रेन में एक इंटरफेस बनाने का काम करती है इसे दिमाग में डाला जाता है इस चिप को दिव्यांग लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जा रहा है क्योंकि वह अपने शारीरिक अक्षमता के कारण मोबाइल या डिवाइस नहीं चला पाते। लेकिन अब इसकी सहायता से किसी भी डिवाइस को ऑपरेट कर पाएंगे।
Neuralink Chip के फायदे और साइड इफेक्ट्स
न्यूरालिंक का मुख्य लक्ष्य क्या है?
जैसा कि वैज्ञानिकों ने बताया है कि इसका उद्देश्य हमारे हिसाब से यह रहा है की जो लोग किसी वजह से पीड़ित हैं उनके शरीर में कमी है और वह अपनी कमी के कारण डिवाइस का प्रयोग नहीं कर पाते तो अब बिना समस्या के, सिर्फ सोच कर किसी भी डिवाइस को ऑपरेट कर सकेंगे।
साथ ही आने वाले समय में यह चिप उपयोगकर्ताओं की याददाश्त को बढ़ाने का काम करेगी, तांत्रिक तंत्र से संबंधित बीमारियों के इलाज में मदद करेगी, दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए भी यह भविष्य में काम आएगी।
न्यूरालिंक ब्रेन चिप क्या करेगी?
यह ब्रेन चिप इंसानी दिमाग में इंप्लीमेंट की जाएगी इसका इस्तेमाल दिमाग के द्वारा होगा जो लोग नर्वस सिस्टम के डिसऑर्डर का सामना कर रहे हैं वह लोग भी इसे उपयोग करने में सक्षम होंगे।
अगर आप आसान शब्दों में कहा जाए तो न्यूरलिंक चिप किसी भी इंसान को बिना अपने शारीरिक अंगों का इस्तेमाल किए मोबाइल कंप्यूटर या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो नेट से कनेक्ट होता है को इस्तेमाल कर पाएंगे।
जो लोग चल-फिर नहीं सकते, जिनके हाथ नहीं है जिनको इस तरह की बीमारी है कि वह डिवाइस नहीं चला पाते, मोबाइल कंप्यूटर को अपने हाथ में नहीं ले पाते और इसी वजह से सोचते रहते हैं कि वह कभी भी इन चीजों का उपयोग नहीं कर पाएंगे उनके लिए यह एक जादुई करिश्मा की तरह है, क्योंकि वह अब दिमाग में सोच कर ही कंप्यूटर और मोबाइल को चला सकेंगे।
बीते साल मिली थी परीक्षण की मंजूरी
अमेरिकी फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा न्यूरालिंक को इंसान के मस्तिष्क में डालने के लिए प्रशिक्षण करने की मंजूरी दे दी गई थी हालांकि पहले कई बार एलोन मस्क और वैज्ञानिकों ने मंजूरी मांगी थी तो मना कर दिया गया था। लेकिन क्योंकि अब मंजूरी दे दी गई थी तो इंसान पर इसका परीक्षण किया गया है।
इंसान से पहले इस चिप का प्रयोग जानवरों पर किया गया कई तरह के रोबोटिक उपकरणों पर भी इसे यूज़ किया गया। उसके बाद बंदरों पर इसका ट्रायल किया गया। अंत में इंसान पर न्यूरालिंक चिप को ट्राई किया गया, जिसमें काफी सफलता मिली है।
यह उपकरण Bluetooth के माध्यम से चलेगा मतलब जिस तरह से एक मोबाइल दूसरे मोबाइल से ब्लूटूथ के जरिए कनेक्ट हो जाता है इसी तरह दिमाग में डाली गई चिप को किसी भी उपकरण के ब्लूटूथ से कनेक्ट किया जाएगा। उसके बाद एक इंसान उस डिवाइस को बिना छुए सिर्फ अपने विचारों के जरिए ऑपरेट कर सकेगा।
न्यूरालिंक की लागत कितनी है? – Neuralink chip price
न्यूरालिंक चिप की कीमत कितनी होगी? यह सवाल बहुत लोग कर रहे हैं तो एक रिपोर्ट के अनुसार यह बताया गया है कि इस चिप के प्रत्येक प्रत्यारोपण सर्जरी की लागत $ 10,500 है।
आने वाले समय में इंसान नहीं परीक्षणों के लिए कई तरह की योजनाएं बनाई गई हैं, एलोन मास्क ने यह कहा है कि अब भविष्य में इंसान पर इसके और ट्रायल किए जाएंगे और इससे सुनिश्चित होगा कि यह चिप कितनी ज्यादा और बेहतर बनेगी। इसके नकारात्मक पहलुओं पर भी काम किया जाएगा, जितना हो सकेगा इसे एक सफल प्रोडक्ट बनाया जाएगा।
क्या इसमें शेयर खरीदे जा सकते हैं?
नहीं, अभी इसके शेयर्स कोई आम इंसान नहीं खरीद सकता क्योंकि यह किसी के लिए उपलब्ध नहीं है।
केवल कुछ प्राइवेट कंपनियां ही इसमें अपने शेयर डाल सकती हैं क्योंकि यह सभी के लिए अभी तक नहीं, कोई भी बिना स्पेशल परमिशन के Neuralink के शेयर नहीं खरीद सकता।