मस्सों से पता करें कि लीवर स्वस्थ है या नहीं।

जिगर और कॉर्पोरेट मजदूर दोनों ही अपने कामों में मल्टीटास्किंग करते हैं, लेकिन उनके बीच थोड़ा फर्क है। लिवर, जिगर को कहा जाता है, उसे इंटरनेट युग में एक ऑर्गेनिक ट्विस्ट के साथ “लिली लिवर” कहा जाता है। इसका मतलब है कि लिवर का देखभाल करना और सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।

मस्सों से पता करें कि लीवर स्वस्थ है या नहीं।
मस्सों से पता करें कि लीवर स्वस्थ है या नहीं।

जिगर या लिवर का सही ख्याल रखना कितना Important है। सही आहार, regular exercise, और disordered lifestyle से बचने के लिए आपको जागरूक होना चाहिए।

फैटी लिवर और डायबिटीज का संबंध बिल्कुल गलत है, क्योंकि फैटी लिवर आमतौर पर डायबिटीज के बाद नहीं होता है। यहां यह भी जरूरी है कि लोग अपने लिवर की सेहत के लिए जागरूक हों और healthy lifestyle अपनाएं।

शराब का Liver पर असर

शराब का सेवन करने से लिवर को तुरंत असर होता है, क्योंकि यह पेट में तेजी से absorb होती है। लिवर के एंजाइम सिस्टम पर भारी दबाव पड़ता है, जिससे इन एंजाइम्स का ओवरबर्डन हो सकता है। अगर शराब पीना बंद कर दिया जाए, तो लिवर में फैट का निर्माण कम हो सकता है और health and wellness सुधर सकता है।

मस्सों और लीवर के बीच Relation:

मस्से हमारे शरीर पर Generally पाए जाते हैं, लेकिन कई बार इन्हें लीवर की सेहत के साथ जोड़ा जाता है। आपकी देखभाल के लिए जरूरी है कि आप मस्सों को सिर्फ खूबसूरती की नज़र से नहीं देखें, बल्कि इन्हें Health के Signal के रूप में भी ध्यान में रखें।

अगर गर्दन या हाथ पर मस्से हैं, तो यह लीवर की Health को इंडिकेट कर सकते हैं। जब लीवर को काम करने में कोई दिक्कत होती है, तो इससे skin पर छाले या रंग में बदलाव की Problem हो सकती है।

नेकलेस का निशान भी, लीवर की क्षमता को दर्शाता हैं। गहरी काली Line या मेडिकल टर्म में “Akan Nagari Kens” लीवर की समस्या का Sign हो सकता है। और इसे ठीक करने के लिए शरीर का Test किया जाना चाहिए।

अगर कोई व्यक्ति इसे नजरअंदाज करता है और doctor से Contact नहीं करता, तो यह गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। स्वस्थ जीवनशैली और Regular checkup से लीवर के Issues सही समय पर पहचाने जा सकते हैं और उनका इलाज किया जा सकता है।

शराब का सेवन हमारे शरीर के अंगों को किस तरह Affect करता है, इसका ध्यान रखना जरूरी है। लीवर और किडनी, दोनों ही शरीर के Important Organ हैं। अगर हम long term health को बनाए रखना चाहते हैं तो इनका ख्याल रखना जरूरी है। लीवर खासकर अल्कोहल को absorb करने में मदद करता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में शराब पीना लीवर के लिए हानिकारक हो सकता है और यह किडनी को भी effect कर सकता है।

शराब की मात्रा का ध्यान रखते हुए, एक सप्ताह में महिलाओं को एक पेग और पुरुषों को दो पेग से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। यह Health के लिए सुरक्षित मात्रा है और इससे शराब का असर भी कम होता है। लीवर को Safe रखने के लिए आपको अधिक तेल, तला हुआ, और फास्ट फ़ूड से बचना चाहिए।

एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए, हमें अपनी शराब की मात्रा को control रखनी चाहिए। और सुरक्षित मात्रा में सेवन करना चाहिए, ताकि हमारे शरीर के अंगों को किसी भी नकारात्मक प्रभाव से बचाया जा सके।

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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए शराब कैसी है?

अगर प्रेग्नेंट महिलाएं शराब पीती हैं, तो उनके बच्चे को भी नुकसान हो सकता है, जैसा कि genetically scientifically prove है। एल्कोहल से जुड़े समस्याएं बच्चे में आ सकती हैं, जैसे कि Cold fetal alcohol syndrome। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप प्रेग्नेंसी के दौरान शराब न पिएं, ताकि बच्चे को कोई नुकसान ना हो। इससे मरने वाले लोगों के मामले देखकर सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि फैटी लिवर और डायबिटीज जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। नॉन-अल्कोहोलिक ड्रिंक्स का सेवन करना एक safe option हो सकता है जो आपकी सेहत को बेहतर बनाए रख सकता है।

फैटी लीवर का क्या कारण है?

शरीर में वसा जमा होने की एक मुख्य कारण है फैटी लिवर। जब हम खाना खाने के बाद बैठे रहते हैं, तो शुगर और एनर्जी का मसल्स में consumption नहीं होता, जिससे लिवर में फैट जमा हो सकता है। यह फैट शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंचकर artery को hard कर सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल पर असर हो सकता है। सलाह दी जाता है कि Regular physical activity और सही आहार से इसे control किया जा सकता है।

बच्चों में फैटी लीवर

बच्चों में फैटी लीवर से बचाव के लिए आपको खानपान पर ध्यान देना जरूरी है। “एक रियल इंसिडेंट ने दिखाया कि बच्चे का वजन 134 किलो था, जिससे उसके हार्ट पर दबाव हुआ।” बच्चों को हेल्दी रखने के लिए उन्हें ठीक से खाना चाहिए। लीवर कैंसर और दूसरे कैंसरों का कारण फैटी लीवर और obesity हो सकती हैं। खानपान को Healthy रखने से आप और आपके परिवार खुदको महफूज़ रख सकते हैं।

लिवर के लिए घी

liver cirrhosis में घी खाने से नुकसान हो सकता है, इसे सीधे लेना अच्छा नहीं होता। स्वस्थ लीवर के लिए तेल ज्यादा बेहतर है, लेकिन इसे फ्राई नहीं करना चाहिए। इससे सीने में जलन हो सकती है, जो लीवर समस्या हो सकती है। एसिडिटी के कारण पढ़ाई में मन नहीं लगना भी एक symptom है, इसलिए Healthy lifestyle बनाए रखना अहम है। बॉडी के इशारों को समझने के लिए ब्लड प्रेशर, आइज, और लीवर फंक्शन टेस्ट करवाएं। यूरिन का रंग भी जरूरी है, इसलिए डॉक्टर से परामर्श करें।

उम्र का blood pressure से क्या संबंध है?

adulthood ब्लड प्रेशर के साथ जुड़ी होती है, क्योंकि Adult होने पर arteries में फैट जमा होता है। फैट का जमाव बढ़ने से Arteries condition होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसलिए, हेल्दी आहार और regular exercise से इसे नियंत्रित रखना जरूरी है। बच्चों से लेकर बड़ों को सलाद, हरी सब्जियां, और उचित फैट खाने की सीख देना चाहिए। वजन को नियंत्रित रखना भी जरूरी है, योग और व्यायाम से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकता है।

हेल्दी लीवर के लिए क्या खाएं

लीवर के लिए आपको कुछ खास चीजें जरूर खानी चाहिए जैसे की मूली, काला चना, अखरोट, हल्दी और फल। nutritious food में processed food से बचें और Sugar Containing Drinks से दूर रहें। भारतीय खानपान में balanced plate की research करें और मीट की जगह पर दाल, और सब्जियां शामिल करें। भोजन के बाद पानी पीने से बचें, और स्नैक्स के रूप में फल और नट्स का उपयोग करें। इससे आपका लीवर स्वस्थ रहेगा और आपकी शारीरिक सेहत बनी रहेगी।।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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