किडनी के मरीजों की क्यों होती है मौत सच से उठा पर्दा || Live AIIMS Meerut

Aacharya Manish ने कहा: जितने भी किडनी वाले पेशेंट हैं उनकी मौत एक ही चीज से होती है हार्ट अटैक से। हार्ट बीमारियों से मौत क्यों होती है क्योंकि बॉडी में फ्लूड भर जाता है डायलेसिस कराया नहीं या बॉडी से फ्लूड नहीं निकाला। जिससे फ्लूड हार्ड को कमजोर करता रहता है।

किडनी के मरीजों की क्यों होती है मौत सच से उठा पर्दा
किडनी के मरीजों की क्यों होती है मौत सच से उठा पर्दा

जब हम रात को सोते हैं तो शरीर में भरा फ्लूट हार्ड की मसल्स को weak करता रहता है तो किडनी के पेशेंट की जब भी मौत होती है 90% हार्ट अटैक से या फिर हार्ड फेल से होती है।

किडनी के मरीजों की क्यों होती है मौत सच से उठा पर्दा

किडनी में गड़बड़ होने के कारण क्या होते हैं?

अब ध्यान से समझे कि आपको किडनी में प्रॉब्लम क्यों आई, होता यह है कि हमारे शरीर में दो वाइटल ऑर्गन्स (Vital Organs) हैं जिन्हें बचाने के लिए हमारी बोडी पूरी जान लगाती है नंबर 1 हमारा दिमाग और नंबर 2 हमारा हार्ट यानी दिल।

नेचर ने हमारी बॉडी को यह ऑर्डर दिया है कि उसे हमारे दोनों इंपॉर्टेंट ऑर्गन्स को हर हाल में बचाना है क्योंकि अगर हमारे हार्ट या दिमाग को कुछ हो जाता है तो हमारी मौत हो जाएगी इसीलिए बॉडी पूरी कोशिश करती है हार्ड और दिमाग को सुरक्षित रखने की।

तो जब भी बॉडी के पास ऐसी स्थिति आती है जिसमें हमारे दिल या दिमाग को कोई परेशानी हो सकती है ऐसे में बॉडी दिमाग की नहीं सुनती।

बल्कि हमारी बॉडी हमारे पेट में मौजूद good bacteria की बात सुनती है फिर जो decision पेट के गुड बैक्टीरिया लेते हैं उन पर हमारी बॉडी अमल करती है। कि भैया इतनी ज्यादा प्रॉब्लम हो गई है इसको बाहर निकलना पड़ेगा।

आप किसी शादी में जाकर खूब खाओ आप देखना आपको पेशाब बार-बार आएगा करके देखो अब एक बार फिर मेरे कहने पर खाना ध्यान से एक बार ध्यान रखना बार-बार पेशाब आएगा।

अच्छा पेशाब लाने की ग्रंथि कौन सी है पेशाब कैसे आ सकता है पहले समझें यूरिन सीधा तो नहीं आ सकता। हमने जो खाया वह कहां गया पहले आमाशय में उसके बाद कहां गया छोटी आंत में फिर वह कहां गया।

जैसे उदाहरण के तौर पर हमें लगता है कि हमने रात को 9:00 बजे खाया लेकिन आमाशय 10:00 बजे 11:00 बजे खाएगा उसको, छोटी आंत खाएगी 11:00 से लेकर 3:00 बजे तक फिर 3:00 बजे से 5:00 बजे तक बड़ी आंत खाएगी।

मलाशय खाएगा 5:00 बजे से लेकर 6:00 6:30 बजे तक, तो रात भर बॉडी में पाचन चल रहा है तो क्या ब्रेन को पूरा आराम मिलेगा? हार्ट को पूरा रेस्ट मिलेगा?

आप लोगों ने कभी चिड़िया तोता कबूतरों को देखा है वो किस टाइम खाते हैं चेक कर लेना है वह सूरज के हिसाब से चलते हैं सुबह को खाते हैं जंगल में रहने वाले जानवर प्रकृति के हिसाब से चलते हैं।

आपके घर में जो पालतू है उनकी थोड़ी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है क्योंकि सूरज की रोशन घर में आ रही है या नहीं आ रही है इससे उनका दिमाग हिल जाता है जो प्रकृति के साथ रहते हैं वो प्रकृति के साथ चलते हैं।

जब आपके दादा परदादा लक्कड़ दादा जो भी थे जब लाइट नहीं थी तो किसके साथ चलते थे बीमार होते थे क्या? नहीं उनका शरीर मजबूत होता था वह लंबे समय तक जीते थे।

महाराणा प्रताप की तलवार साढ़े 31 किलो की थी चेक कर लो। अकबर की तलवार 16 किलो की, शिवजी की साढे 18 किलो की थी चेक कर लो बढ़िया म्यूजियम में देख लो गुरु गोविंद सिंह की तलवार 20 किलो के ऊपर की थी।

और यह लोग इतनी भारी तलवार को ऐसे घूमाते थे जैसे कोई हल्का खिलौना हो आज के लोग उनकी तलवार को उठाएंगे तभी उनकी कलाई मुड़ जाएगी बोलने लगेगी। क्योंकि उनमें ताकत थी लेकिन हमने ताकत नहीं है हमारा खाना और खाने का तरीका खराब है।

तो पुराने समय के लोग सारा काम सूरज के हिसाब से करते थे वह सूरज के हिसाब से उठते थे यानी सूरज के हिसाब से चलते थे और हमारे यहां सूरज कमरों के अंदर ही है एक सफेद सूरज अलग-अलग ब्रांड के सूरज यानी Tube light हैं।

जिसकी वजह से हमारा स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता क्योंकि हम असली सूरज के सामने खाने की बजाय अपने कमरों में लगे सूरज के सामने खाना पसंद करते हैं।

21 day fatty liver diet plan in hindi (लिवर को स्वस्थ रखने के लिए आहार)

तो जब भी बॉडी में ऐसा कचरा जाता है तो हमारी बॉडी के गुड बैक्टीरिया डिसीजन लेते हैं हार्ड को और दिमाग को बचाने का। जिसके लिए वह इस गंदगी को शरीर से बाहर निकालने के लिए किडनी को आर्डर देते हैं और इसीलिए किडनी तेजी से काम करने लगती है।

क्योंकि किडनी जब तक छानेगी की नहीं जब तक यूरिन आएगा नहीं तो इससे किडनी पर ओवरलोड पड़ता है तो किडनी रात भर काम करती रहती है किडनी पूरी रात काम करती है जिससे उसकी कार्य क्षमता में कमी आने लगती है।

जब भी आप शादी में खाना खाते हैं या सिर में दर्द, बुखार या किसी भी तरह की दवाई का सेवन करते हैं कोई भी दवाई बिना साइड इफेक्ट के नहीं होती और इस गंदगी को बाहर निकालने के लिए लिवर ज्यादा काम करने लगता है।

जिससे बॉडी brain और heart को बचाने के लिए किडनी को ज्यादा एनर्जी देखकर काम करने के लिए कहती है जिस कारण काम करते-करते एक दिन किडनी थक जाती है।

फिर क्या किडनी की बीमारियां होना शुरू हो जाती है और क्योंकि किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो खाना पचाने में भी प्रॉब्लम होने लगती है और इस तरह सबसे ज्यादा असर हमारे ब्रन और हार्ट पर ही होता है।

तो ऐसे में किडनी खराब नहीं हुई क्योंकि जब किडनी प्रेशर में आकर ओवरलोडेड हो जाती है ज्यादा काम करने लगती है तो शरीर को लगता है कि हार्ट और दिमाग पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है ऐसे में शरीर किडनी को सिकोड़ देता है।

किडनी की प्रॉब्लम से बचने के उपाय? (kidney ki dekhbhal kaise karen)

जब भी आप टेस्ट कारण और आपकी किडनी में प्रॉब्लम के बारे में डॉक्टर आपको जानकारी दें तो आपको सबसे पहले काम करना है सूरज डूबने के बाद खाना बंद कर दो ऐसा करने से धीरे-धीरे बॉडी वापस क्लॉक सेट हो जाएगी और किडनी रिकवर होने लगेगी।

कैसे पता चलेगा कि हमारी किडनी ठीक हो रही है आपकी किडनी में सुधार हो रहा है इसके लिए पूरे दिन आप जितना यूरिन करते हैं रात में उसका वन थर्ड 1/3 यूरिन आना चाहिए इससे आपको यह समझ आएगा कि आपकी किडनी वापस ठीक हो रही है।

यानी आपकी किडनी हेल्दी हो रही है यह आपके यूरिन से पता चलेगा सुबह यानी दिन का यूरिन और रात में यूरिन कम आने लगेगा। लेकिन उसके लिए पहली शर्त है सूरज डूबने के बाद खाना नहीं खाना है।

लेकिन क्या सिर्फ खाने से ही किडनी पर ओवरलोड होता है पानी से नहीं हो सकता तो आपने कई सारी यूट्यूब वीडियो देखी होगी और काफी जगह पद भी होगा लोग बताते भी है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए मन को अपने ज्यादा पानी पिया तो कम कैसे करना पड़ेगा किडनी को।

यानी किडनी पर ओवरलोड हो जाएगा जिससे किडनी को ज्यादा काम करना पड़ेगा और इससे किडनी खराब हो सकती है तो आपको अपनी एक सीमित मात्रा में पीना है जितनी आपके शरीर को जरूरत है और एक हेल्थ इंसान को दिन में केवल 2 लीटर यानी 8 गिलास पानी पीने चाहिए।

अब एक और चीज वीडियो में लोग बताते हैं कि हर 2 घंटे में खाओ और 2 घंटे में खाने से ओवरलोड किडनी पर पड़ता है किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है जबकि केवल दिन में दो बार खाना चाहिए सुबह का और शाम को खाओ ताकि हमारा शरीर ठीक से कम करें और किडनी पर ओवरलोड ना हो।

लिवर खराबी होगा ठीक आलू बुखारे और इमली से ऐसे।

कैसे पता चलेगा कि हमारा हार्ट सेफ है या हमें हार्ट अटैक आने वाला है?

उसके लिए सुबह के समय अपने खून की जांच करें ब्लड प्रेशर चेक करें कितना है जितना ब्लड प्रेशर आपका सुबह का होगा फिर आपको शाम को ब्लड प्रेशर चेक करना है सुबह के ब्लड प्रेशर से शाम का ब्लड प्रेशर 5 से 10% कम होना चाहिए यदि ऐसा है तो आपका हार्ट या दिल अभी सुरक्षित है उसे कोई खतरा नहीं है।

लेकिन यदि इसका उल्टा होता है सुबह के वक्त सुबह के वक्त आपका ब्लड प्रेशर कम है और रात के टाइम ज्यादा है तो इसका मतलब है कि आपके दिल को ज्यादा काम करना पड़ रहा है उसे पर ज्यादा लोड पड़ रहा है जिसे दिल की बीमारियां होनी शुरू हो सकती हैं और हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ जाती है।

यहां हम हार्ट की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जिनको किडनी की प्रॉब्लम्स होती है उनमें से 90% लोगों की मौत होने की वजह से ज्यादातर हार्ट अटैक या हार्ट प्रॉब्लम्स होते हैं बाकी 10% लोगों की मौत के अन्य कारण हो सकते हैं। तो अगर दिल को सुरक्षित रखना है तो किडनी को भी हेल्दी रखना पड़ेगा।

आपको यह बात ध्यान रखती है कि जब भी आपको किडनी की प्रॉब्लम हुई इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी किडनी खराब हो गई है इसका मतलब है कि आपकी किडनी ओवरलोडेड हो गई है spress हो गई है किडनी कमजोर है किडनी प्रेशराइज्ड है।

तो जब कोई चीज ओवरलोडेड हो जाती है तो क्या करते हो आप जब आपके घर में कोई भी चीज ओवरलोडेड हो जाती है तो आप क्या करते हैं जैसे यदि आपके घर में इनवर्टर बोलने लगता है ओवरलोडेड हो जाता है तब आप क्या करते हो आप इनवर्टर से चलने वाले सामानों को बंद करने लगते हैं जैसे फ्रीज, टीवी, पंखे ताकि इनवर्टर का लोड कम हो जाए।

तो बस ऐसे ही जब आपकी किडनी ओवरलोडेड हो तो किडनी का लोड घटा दो उसके लिए रात को सूरज ढलने के बाद खाना बंद कर दो।

और अच्छा-अच्छा खाना खाओ हेल्दी हेलिंग वाला खाना खाओ जैसे जड़ी बूटियां आयुर्वेदिक समान खराब चीजों से बचाव जैसे तली हुई चीज ज्यादा मिर्च मसाले वाली चीज बाहर का खाना इन सब चीजों को खाना बंद करो

तो ऐसा करने से आपकी किडनी क्या करेगी धीरे-धीरे वापस रिकवर होना शुरू करेगी धीरे-धीरे ठीक होने लगेगी अब किडनी पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाएगी एक ही बार में यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह से खुद की किडनी को इंप्रूव करते हैं।

आप अपनी उम्र के हिसाब से कितना चलते हैं कितनी एक्सरसाइज करते हैं कितना हेल्दी खाना खाते हैं नंगे पैर घास पर चलते हैं कितना आप सूरज की रोशनी लोग और कितना आप इन सभी चीजों के साथ कंसिस्टेंसी से बने रहोगे किसी सब चीजों से आपकी किडनी वापस से ग्रो होना शुरू होती है और जल्दी ठीक होती है।

यदि आप इस तरह से इन सभी चीजों का ध्यान रखकर अपनी किडनी को ठीक करेंगे तो 3 महीने में 30% से ज्यादा इंप्रूवमेंट अपनी किडनी में ला सकते हैं ध्यान रखें किडनी को ठीक करने के लिए कोई डॉक्टर की जरूरत नहीं है आपको खुद अपनी किडनी ठीक करनी पड़ेगी।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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