ब्लड कैंसर कैसे फैलता है? जानिए blood cancer के बारे में अनसुने तथ्य

ब्लड कैंसर कैसे फैलता है? – Blood cancer अर्थराइड कैंसर है, से लुकेमिया और माइलोमा के नाम से भी जाना जाता है, यह एक ऐसा कैंसर है जो संग के रूप में बनता है। और असमान रूप से तेज़ी से फैलता है ब्लड कैंसर आसानी से बहुत जल्दी विभिन्न अंगों और ऊतकों में फैला जा सकता है। यह कैंसर मनुष्य के रक्त बनाने वाले ट्यूमर या इकट्ठा कोशिकाओं (सीएलएल) के असमान तरीके से बनने के कारण होता है।

ब्लड कैंसर कैसे फैलता है?
ब्लड कैंसर कैसे फैलता है?

ब्लड कैंसर वाले व्यक्ति में, अनियंत्रित रूप से बढ़ती एक प्रकार की सफेद कोशिका (ब्लास्ट) उत्पन्न हो जाती है, जो साधारण blood circulation में होने वाली cells की जगह ले लेती है। इससे नया स्वस्थ रक्त भी कैंसर से प्रभावित होकर बहता है और इस तरह कैंसर के सेल्स पूरे ब्लड में फ़ैल जाते हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट की राय

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है अगर आप या आपके आप कोई बार बार बीमार पड़ता हैं तो ऐसे में आपको सावधान बरतने की आवश्यकता है क्योंकि सभंव है कि यह blood cancer के लक्षण हों।

क्योंकि ब्लड कैंसर में शरीर के white blood cells कम होने लगते हैं जिस कारण शरीर कमजोर हो जाता है और ऐसे में बार-बार इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

इसलिए ब्लड कैंसर को शुरुआत में ही पकड़ लेना चाहिए इसे पहचानने के लिए इसके लक्षणों पर खास ध्यान रखें, जैसे- बार-बार बुखार आना, हड्डियों में दर्द, मल से खून निकलना, पीरियड्स के वक्त ज्यादा ब्लीडिंग और गले या बाहों में लिम्फ या नोड्स कैंसर की बीमारी के लक्षण हो सकते है। 

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Blood cancer के बारे में अनसुने तथ्य

यहां ब्लड कैंसर के बारे में कुछ तथ्य दिए गए हैं:

1. रक्त कैंसर को हेमेटोलॉजिकल कैंसर भी कहा जाता है, यानी यह एक ऐसा कैंसर है जो पूरे शरीर की रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और कार्य को प्रभावित करते हैं।

2. Blood cancer के तीन मुख्य प्रकार हैं ल्यूकेमिया,लिंफोमा, और मायलोमा।

3. ल्यूकेमिया एक प्रकार का रक्त कैंसर है जो अस्थि मज्जा को प्रभावित करता है और असामान्य सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन की ओर ले जाता है।

4. लिंफोमा ऐसा रक्त कैंसर होता है जिसमें लसीका प्रणाली प्रभावित होती है जो संक्रमण से लड़ने के लिए जिम्मेदार मानी जाती है यह अक्सर कोशिकाओं को खराब करने के साथ पैदा होने वाला कैंसर है इसे हॉजकिन के लिंफोमा या गैर-हॉजकिन के लिंफोमा दो अलग-अलग रूप में बांटा जाता है।

5. मायलोमा इस तरह का कैंसर होता है जो प्लाज्मा कोशिकाओं को बुरी तरह से प्रभावित करता है प्लाज्मा कोशिका एंटीबॉडी के उत्पादन में मदद करती है।

साथ ही यह कैंसर अस्थि मज्ज़ा को भी प्रभावित करती है जिससे हड्डियों में दर्द रहता है इससे हड्डियों में कमजोरी आ जाती है और बोन फ्रैक्चर आने की संभावना बढ़ जाती है।

6. ब्लड कैंसर क्यों होता है इसके वास्तविक कारण को पूरी तरह से नहीं समझ गया है लेकिन यह एक अनुवांशिकी परिवर्तन से जोड़ा जाता है जैसे कि कुछ रसायन की वजह से कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली रक्त कैंसर का खतरा बढ़ा देती है।

7. Blood cancer ke liye test रक्त कैंसर का इलाज करने के लिए सामान्य कुछ टेस्ट किए जाते हैं जैसे रक्त परीक्षण, अस्थि मज्जा बायोप्सी और सीटी स्कैन या पीईटी स्कैन।

Blood cancer व्यक्ति को किसी भी उम्र में प्रभावित कर सकता है हालांकि ज्यादातर वयस्क लोगों को होने की संभावना रहती हैं।

ब्लड कैंसर में व्यक्ति को ज्यादा पसीना आता है नींद में कमी आने लगती है मोटापा बढ़ता है या वजन तेजी से कम होने लगता है जी खराब रहता है सर दर्द रहता है इत्यादि।

8. उपचार – इसके उपचार के विकल्प यह हैं जो आमतौर पर ब्लड कैंसर के ट्रीटमेंट में गिने जाते हैं कीमोथेरेपी, विकिरण चिकित्सा, लक्षित चिकित्सा, इम्यूनोथेरेपी, यह इसमें शामिल हो सकते हैं।

स्टेम सेल transplant, या इन तरीकों का एक संयोजन। उपचार का चुनाव कैंसर के प्रकार और अवस्था पर निर्भर करता है।

यहां पर याद रखें, अगर आपको शक हो रहा है कि आपको या आपके किसी जानने वाले को blood cancer हो सकता है, तो बिना देर किए उचित निदान और उपचार के लिए health care professionals से परामर्श करें।

यह एक ख़तरनाक और गंभीर समस्या है यदि इसे शुरू में ही पकड़ लिया जाए और सही इलाज करें तो इसे काबू किया जा सके है देर होने पर इस पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है।

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जब ब्लड कैंसर होने की शुरुआत होती है तो शुरु में ही शरीर के टिश्यूज या डीएनए DNA के अंदर mutation होने लगता है इसका मतलब इसके अंदर लगातार ब्लड कैंसर सेल्स बढ़ने लगते हैं।

यह कैंसर बोन मैरो में होना आरंभ होता है फिर धीरे-धीरे ब्लड में फैलने लगता है‌ और इस वजह से व्हाइट ब्लड सेल्स को हानि पहुंचती है और ऐसे में कारण ब्लड सर्कुलेशन अजीब तरीके से काम करने लगता है या बेकाबू तरीके से ब्लड प्रेशर बढ़ने घटने लगता है।

इस कंडीशन में खून के बहाव पर किसी तरह से कंट्रोल कर पाना मुश्किल होता है हालांकि रक्त कैंसर के होने का कारण क्या होता है इसका कोई स्पष्ट कारण अब तक नहीं मिला।

ब्लड कैंसर की पहचान क्या है? (Blood cancer symptoms)

ब्लड कैंसर मैं शरीफ रोगों से लड़ने की क्षमता खोने लगता है यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाती है।

शरीर में इंफेक्शन बढ़ जाता है जिस वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

स्किन बुरी तरह से प्रभावित होने लगती है यानी छोटे से स्क्रैच या हल्के से खुजलाने से भी त्वचा से ब्लड निकलने लगता है।

शरीर पर नीले धब्बे नजर आने लगते हैं तो इन सभी लक्षणों के देखने पर आप ब्लड कैंसर की पहचान कर सकते हैं और जांच करा सकते हैं।

ब्लड कैंसर के मुख्य लक्षण

बुखार रहना या ठंड लगना।

लगातार थकान रहना।

भूख में कमी।

जी मिचलाना।

बेवजह तेजी से वजन घटाना।

रात में पसीना आना।

हड्डी/जोड़ों का दर्द।

पेट में समस्या।

सिर दर्द।

ब्लड कैंसर में क्या परेशानी होती है?

Blood cancer में मरीज़ को यह परेशानी उठानी पड़ती हैं उसका वजन अचानक से कम होने लगता है, रोगी हमेशा लगातार शरीर में थकान महसूस करता है, उसकी भूख में कमी आ जाती है, असामान्य रूप से रक्तस्त्राव हो सकता है, और हड्डियों में दर्द रहता है इत्यादि।

क्या Blood cancer पूरी तरह ठीक हो सकता है?

हां अब ऐसा संभव है हालांकि कुछ समय पहले तक इसका सटीक इलाज मौजूद नहीं था परन्तु पिछले 10-15 साल में कैंसर के ट्रीटमेंट में बहुत तेज से डेवलप्ड टेक्नोलजी आ गई हैं‌ जिससे ब्लड कैंसर को भी पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।

लेकिन जरूरी है कि आप इसे समय रहते पहचाने जांच कराएं और ट्रीटमेंट लें।

ब्लड कैंसर में क्या परहेज करें?

यदि किसी व्यक्ति को ब्लड कैंसर हो जाए तो डॉक्टर के अनुसार उसे तला, मसालेदार, वसायुक्त और तेज गंध वाले भोजन से बचना चाहिए।

साथ ही ऐसे रोगी को कच्ची सब्जियां / सलाद और छिलका युक्त फलों नहीं खाने चाहिए।

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बासी भोजन और बाहर मिलने साइड के खाना खाने को पूरी तरह से अवोइड करें। 

ब्लड कैंसर में क्या खाना चाहिए?

ब्लड कैंसर के रोगी को फल और सब्जियां जो विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट इत्यादि के हाई सोर्स होते हैं को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

जैसे जामुन, खरबूजा, केला, अनानास, नाशपाती, ब्रोकली, नींबू, संतरा, दालें इत्यादि।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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