हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए? और चीनी की जगह भोजन में मिठास लाने के लिए किन चीजों का उपयोग किया जा सकता है?

मीठा ज्यादा खाने से शरीर पर बहुत ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए जरुरी है कि मीठा हमेशा लिमिट में खाएं।

हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए? यह आज के समय का महत्वपूर्ण सवाल बन गया है। क्योंकि आज के समय में लोग शुगर डायबिटीज के मरीज बन रहे हैं।

क्योंकि अगर शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तो कई तरह की बीमारियां होने के संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं जैस डायबिटीज, थायराइड, हार्ट अटैक जीवन शैली से संबंधित समस्याएं आदि।

हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?
हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?

रिसर्च के अनुसार अधिक चीनी खाने से हृदय से संबंधित बीमारियों का जोखिम 38% तक बढ़ जाता है।

चीन खाने से ना केवल दिल से संबंधित बीमारियां होती हैं बल्कि शरीर में और भी बहुत सारी बीमारियां होने का सबसे बड़ा कारण ज्यादा शुगर का सेवन करना है।

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चीनी (Sugar) क्या है।

चीनी कार्बोहाइड्रेट का एक रूप है। शरीर सभी कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में तोड़ देता है। विभिन्न प्रकार की शर्कराएं होती हैं, जो अणुओं की संरचना में अलग होती हैं।

मोनोसैकराइड में केवल एक चीनी अणु होता है, जो उन्हें चीनी का सबसे सरल रूप बनाता है। उनमें शामिल हैं:

• ग्लूकोसेगैलेक्टोज।

• जिसमें दूध में फ्रुक्टोज होता है।

• फलों में मिठास। शरीर कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में तोड़ता है, जो रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है और ऊर्जा के रूप में कार्य करता है।

शरीर कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में तोड़ता है, जो रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है और ऊर्जा के

कुछ शर्करा, जैसे ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और लैक्टोज, खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में स्वाभाविक रूप से होते हैं। शक्कर उन खाद्य पदार्थों में किसी भी शर्करा को संदर्भित करता है जो स्वाभाविक रूप से नहीं होते हैं, जैसे पके हुए पदार्थ में चीनी।

चीनी खाने से क्या होता है ?

कार्बोहाइड्रेट ईंधन हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता हैं। शरीर कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों को ग्लूकोज में तोड़ देता है जो बाद में रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता है।

शरीर में एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया तंत्र होता है जिसके द्वारा उच्च ग्लूकोज के स्तर से इंसुलिन उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।

और निम्न स्तर से इस हार्मोन के स्तर में कमी आती है। शरीर को स्वस्थ इंसुलिन की आवश्यकता होती है।

इंसुलिन हार्मोन होता है जो शुगर को कंट्रोल में रखने का कार्य करता है अगर हमारे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तो इंसुलिन हार्मोन सामान्य रूप से नहीं बनता जिससे शरीर में बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।

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हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जब हम बहुत अधिक चीनी के बारे में बात करते हैं, तो हम अतिरिक्त चीनी के बारे में बात कर रहे हैं, न कि भोजन में स्वाभाविक रूप से होने वाली चीनी।

चीनी और अतिरिक्त चीनी के बीच मुख्य अंतर यह है कि चीनी को भोजन में जोड़ा जाता है या नहीं या यह स्वाभाविक रूप से उस भोजन में पाया जाता है।

उदाहरण के लिए, शहद को केवल चीनी कहा जाता है यदि इसे स्वयं खाया जाए। एक बार जब आप किसी उत्पाद को मीठा करने के लिए शहद का उपयोग करते हैं, चाहे वह दही हो या कुकीज़, शहद को “अतिरिक्त चीनी” माना जाता है।

हीलिंग सुपरफूड्स के लेखक करेन एन्सल, आरडी बताते हैं। जब प्राकृतिक शर्करा की बात आती है तो पूरे शकरकंद या एक सेब में पाए जाने वाले प्राकृतिक शर्करा की बात होती है।

तो “हम में से अधिकांश इसे ज़्यादा करने के करीब भी नहीं आते हैं,”

अगर शरीर में शुगर सामान्य है तो शरीर नॉर्मल और सकारात्मक रूप से जीवन जीने का इच्छुक होता है पर शर्करा की अधिक मात्रा बॉडी को कमजोर और रोगी बना देती है।

चीनी खाने के नुकसान: (चीनी हानिकारक क्यों है?)

हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?
हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?

चीनी हमारी Health को किस तरह नुकसान पहुंचाती है–

1.अधिक चीनी से बढ़ता है मधुमेह होने का जोखिम।

ज्यादा मात्रा में चीनी के सेवन से टाइप – 2 मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है हालांकि इसके और भी कारण होते हैं लेकिन शुगर ज्यादा मात्रा में खाना इसकी एक बड़ी वजह है।

ज्यादा मीठा खाने से मोटापा बढ़ता है जो डायबिटीज होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है।

बहुत से देशों की रिसर्च में पाया गया है कि रोजाना चीनी का सेवन करने से शरीर में कैलोरीज़ बढ़ने लगती है जिससे मधुमेह विकसित होने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।

2.अधिक चीनी का सेवन कैंसर बनाता है।

ज्यादा मात्रा में शुगर का सेवन करने से कई प्रकार का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है चीनी से बने प्रोडक्ट सबसे ज्यादा मोटापा बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

जिससे कैंसर का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है इसके अलावा चीनी बॉडी की सूजन को भी बढ़ाती है।

अध्ययन में पाया गया है कि 4,00000 से अधिक लोगों में ज्यादा चीनी की खपत ना करने की वजह से ऐसोफागस कैंसर, फुफूस कैंसर, पेट का कैंसर तथा गले का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

3.अधिक चीनी से आपका sexual स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

रक्त प्रवाह में चीनी का लंबे समय तक उचित स्तर होना एक सामान्य दुष्प्रभाव है। यह पुरुषों को नपुसंक बना सकता है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह आपके संचार तंत्र को प्रभावित करता है जो आपके पूरे शरीर में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है।

4. चीनी बढ़ने से सोने में कठिनाई होती है।

जब आप देर रात को मीठा खाना खाते हैं तो उसके बाद शरीर में ऊर्जा बढ़ जाती है वह आपके लिए सोने में मुश्किल पैदा कर सकती है।

एक रात की नींद खराब का मतलब है कि आप अगले दिन थके हुए होंगे जिससे उच्च ऊर्जावान मीठे भोजन के लिए आपका मन करेगा।

जिससे एक और चक्र पैदा होता है जिसे तोड़ना मुश्किल हो सकता है वह है नींद की कमी।

5.ज्यादा चीनी खाने से बढ़ता है दिल की बीमारियों का खतरा।

चीनी युक्त पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन दिल से संबंधित बीमारियों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा जिम्मेदार माना गया है।

रिसर्च के अनुसार जिन व्यक्तियों के खाद्य पदार्थों में चीनी की मात्रा ज्यादा होती है वो मोटापा और सूजन से ग्रस्त होते हैं। जिससे दिल की बीमारियां होने के चांसेस बढ़ने लगते हैं।

अमेरिका में किए गए शोध के अनुसार 35000 से ज्यादा लोग ज्यादा चीनी का सेवन करते हैं जिन्हें दिल की बीमारियां होने का खतरा भी बहुत ज्यादा होता है।

6. डिप्रेशन का कारण है ज्यादा शुगर।

शुगर या प्रोसेस्ड फूड ज्यादा खाने से डिप्रेशन की बीमारी बढ़ सकती है रिसर्च बताती है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा चीनी खाते हैं उनमें अन्य लोगों से ज्यादा डिप्रेशन होने की संभावना होती है।

7. चीनी ज्यादा खाने से आपकी त्वचा समय से पहले झुर्रीदार हो जाती है।

स्किन की उम्र बढ़ने में तेजी लाने के लिए शरीर में शुगर की मात्रा जिम्मेदार होती है ऐसा इसलिए होता है।

क्योंकि बहुत अधिक आहार शर्करा आपके रक्त प्रवाह में प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया करती है और उन्नत ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट (ए जी ई) बनाता है।

शुगर त्वचा के कॉलेजन और इलास्टिक में संरचनात्मक प्रोटीन को नुकसान पहुंचाती है जो आपकी स्किन को कोमल और ग्लोइंग रखते हैं।

चीनी निश्चित रूप से आपकी त्वचा को तेजी से झुर्रियोंदार बना सकता है जिससे आप बूढ़े दिख सकते हैं।

चीनी की मात्रा आहार में सीमित करने से आप खुद को इस नकारात्मक प्रभाव से बचा सकते हैं।

8.अधिक चीनी बढ़ाती है लिवर पर सूजन।

लगातार अधिक मात्रा में ज्यादा चीनी का सेवन करते रहने से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।

शोध में यह पाया गया है कि ज्यादातर फैटी लीवर की समस्या उन लोगों में पाई गई है जो अत्यधिक चीनी का सेवन करते हैं।

इसे मेडिकल साइंस में अल्कोहल फैटी लिवर रोग के नाम से जाना जाता है क्योंकि ड्रिंक्स में भी शुगर का उपयोग किया जाता है।

इसीलिए कई प्रकार की ड्रिंक के सेवन से भी यह जोखिम बढ़ता है तो ना केवल चीनी कम मात्रा में खानी चाहिए बल्कि ड्रिंक्स का सेवन भी कम से कम करना जरूरी है।

9.अधिक चीनी से हमारी याददाश्त भी कमजोर होने लगती है।

शुगर के ज्यादा सेवन से याददाश्त भी कमजोर होने लगती है इसका सबसे बड़ा कारण होता है दिमागी सेल्स की कार्य क्षमता में कमी होना।

क्योंकि चीनी बॉडी सेल्स को प्रभावित करती है जो हमारे पूरे शरीर में फेले होते हैं।

चीनी के ज्यादा उपयोग से याददाश्त में कमी आती है जो बताता है कि शुगर की अधिकता से हमारी दिमागी सेहत कमजोर हो जाती है।

10. चीनी खाने से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है।

अगर लगातार ज्यादा मात्रा में शुगर बॉडी में जाती है तो शरीर में तरह-तरह की बीमारियां पनपने लगती है।

क्योंकि ज्यादा चीनी इम्यूनिटी को कमजोर करती है और शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता को घटाती है।

11.खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।

अधिक मात्रा में चीनी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदयक होती है।

इस स्थिति में दिमाग तक ग्लूकोस पूरी तरह से नहीं पहुंच पाता जिससे मस्तिष्क सही तरीके से काम करने में सक्षम नहीं रहता ऐसे में व्यक्ति कोंसंट्रेट करने में समस्या महसूस करता है।

दिन के दौरान बहुत अधिक चीनी आपके रक्त शर्करा के स्तर के साथ खिलवाड़ कर सकती है और ऊर्जा स्पाइक्स और क्रैश का कारण बन सकती है।

आप काम पर जागते रहने के लिए संघर्ष कर सकते हैं या स्कूल में कक्षा में सो सकते हैं। शाम को, एक कटोरी आइसक्रीम या कुकीज़ आपको चीनी से भर सकती हैं।

जो आपको रात में जगा सकती हैं। यह आपके गहरी नींद के समय को भी कम कर सकता है। तो हो सकता है कि आप तरोताजा महसूस करते हुए न उठें।

12. ज्यादा चीनी से बुढ़ापा जल्दी आता है।

वक्त से पहले एजिंग सिम्टम्स आना ज्यादा शुगर खाने का बड़ा साइड इफेक्ट होता है जब ज्यादा मात्रा में चीनी बॉडी में जाती है तो शरीर में इंफ्लेमेटरी बनाती हैं।

जिससे स्किन पर तरह तरह की समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं जैसे झुर्रियां, झाइयां इत्यादि जो व्यक्ति को समय से पहले बूढ़ा बनाते हैं।

13. ज्यादा चीनी से होती हैं स्किन प्रॉब्लम्स।

शुगर के ज्यादा उपयोग से शरीर में सूजन बढ़ने लगती है स्किन पर तरह-तरह की परेशानियां होने लगती हैं जैसे एक्जीमा, मुंहासे, रूखापन, झाइयां, झुर्रियां, ब्राउन स्पॉट्स।

इन सब से छुटकारा पाने के लिए अपनी डाइट में चीनी की मात्रा को नियंत्रित करने की जरूरत होती है।

14. ज्यादा शुगर के सेवन से cavity होती है।

चीनी दांतों में कैविटी पैदा कर सकती हैं यह आपके मुंह में बैक्टीरिया को पोषित करती है जो एसिड को पीछे छोड़ देती है जो आपके दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचाता है।

इसमें मीठे पदार्थ सूखे मेवे कैंडी चॉकलेट शामिल होते हैं। खट्टी मिठाइयाँ सबसे खराब हैं। वे लगभग बैटरी एसिड के रूप में अम्लीय हैं!

यदि आप मीठा खाना खाते हैं, तो बाद में पानी से अपना मुँह धो लें या एसिड को बेअसर करने के लिए थोड़ा दूध पियें।

चीनी की जगह मिठास लाने के लिए किन चीजों का उपयोग किया जा सकता है? (चीनी की जगह क्या खाएं?)

आईये अब जानते हैं चीनी की जगह मिठास लाने के लिए किन चीजों को उपयोग कर सकते हैं:

1. गुड़,शक्कर – गुड़ या शक्कर को चीनी के बदले में उपयोग करना बेहतर है क्योंकि इनमें बहुत हानिकारक केमिकल नहीं मिलाया जाते।

जबकि चीनी को बनाने में कई तरह के ऐसे कैमिकल मिलाए जाते हैं जो स्वास्थ्य वर्धक नहीं होते।

2. देसी खांड – देसी खांड चीनी से कम नुकसानदायक होता है क्योंकि इसमें चीनी जितने हानिकारक पदार्थ नहीं होते।

बल्कि देसी खांड कई तरह से स्वास्थ्य लाभ में मददगार होती है।

3. मिश्री- मिठास के लिए हम चीनी के अलावा मिश्री का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मिश्री हेल्थ के लिए अच्छी होती है।

मिश्री धागे में जो बंधी हुई प्रयोग करनी चाहिए क्योंकि टुकड़े वाली मिश्री चीनी का ही दूसरा रूप होती है।

4. शहद – शहद भी सेहत के लिए लाभकारी चीज होती है। इसे चीनी के बदले में इस्तेमाल करने से हमारे शरीर को ऊर्जा और शक्ति मिलती है।

5. कोकोनट शुगर – मार्केट में कोकोनट शुगर के पैकेट्स आते हैं। कोकोनट शुगर चीनी के बदले में इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य पर फायदेमंद प्रभाव होते हैं।

क्या सारी sugar (चीनी) खराब होती है?

हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?
हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?

फलों में स्वाभाविक रूप से चीनी होती है लेकिन यह अन्य पोषक तत्व और फाइबर के साथ पाई जाती हैं जो इस मीठे को सोडा या चीनी और केक आदि से अलग बनाते हैं।

मीठे खाद्य पदार्थों में अक्सर कोई भी महत्वपूर्ण पोषक तत्व नहीं होता पर प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले मीठे में सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्व पाए जाते हैं।

पर कुछ लोगों को जैसे “मधुमेह से पीड़ित लोग” इस प्रकार के मीठे का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।

अगर आप निश्चित नहीं है कि आपको कितनी चीनी खानी चाहिए तो अपने डॉक्टर से बात करें आपके वजन और आपके ब्लड शुगर की जांच के बाद डॉक्टर आपको सही बता पाएंगे।

आपके शरीर के बारे में सही चीनी की खबर एक सुरक्षित और स्वस्थ स्तर खोजने में आपकी मदद करती है।

डॉक्टर आपके पूरे स्वास्थ्य की जांच करके आपकी हर गतिविधि को जानकर आपको शुगर की सही मात्रा सेवन करने की सलाह देंगे।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपके शरीर में बहुत ज्यादा शुगर है?

शुगर के लक्षण:

• सिर दर्द।

• चिड़चिड़ापन।

• ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई।

• चिंता होना।

• थकान और कमजोरी

• घबराहट

• तनाव महसूस करना।

• शरीर में कंपन।

• चक्कर आना।

• शारीरिक सूजन।

एक दिन में कितनी चीनी खानी चाहिए?

हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?
हमें चीनी क्यों नहीं खानी चाहिए?

अगर प्रतिदिन (24 चम्मच) अतिरिक्त चीनी बहुत ज्यादा है तो शुगर की सही मात्रा क्या है? यह कहना मुश्किल है।

क्योंकि चीनी आपके आहार में आवश्यक पोषक तत्व नहीं है चिकित्सा संस्थान अनुशंसित RDA’s ने चीनी के लिए कोई फिक्स संख्या जारी नहीं की है।

हालांकि हार्ट एसोसिएशन का मानना है कि महिलाओं को 120 केलोरी लगभग( 6 चम्मच या 24 ग्राम) से ज्यादा चीनी नहीं खानी चाहिए।

और पुरुषों को 150 कैलोरी (यानी 9 चम्मच या 36 ग्राम) से ज्यादा चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए।

शरीर से चीनी की मात्रा घटाएं कैसे।

रिफाइंड चीनी का उपयोग कम मात्रा में करें।

अतिरिक्त चीनी के लिए निम्नलिखित नामों की तलाश करें और उनकी मात्रा या आवृत्ति से ब समाधान चुने या कम करने का प्रयास करें।

खाद्य लेबल पढ़ना आपके द्वारा ज्यादा चीनी के सेवन की निगरानी के लिए सर्वोत्तम तरीका है।

इसके लिए आप अतिरिक्त चीनी तलाश करें की पैकेट पर कितनी मात्रा लिखी है और अधिक मीठा खाने से कैसे बचाव करें।

जैसे जब भी आप कोई ऐसा प्रोडक्ट खरीदने जाएं जिस में शुगर की मात्रा हो तो आपको उस के ऊपर चीनी की मात्रा को पढ़ना है।

और फिर अपने लिए एक नियम सेट करना है कि आप उस पर लिखी कितनी चीज खाएंगे इनमें कुछ चीजें यह हो सकती है।

• प्रोटीनयुक्त आहार।

• चोकलेट।

• केक या पेस्ट्री।

कुल चीनी जिसमें अतिरिक्त शुगर शामिल है को अक्सर ग्राम में सूचीबद्ध किया जाता है।

प्रति सर्विंग चीनी के साथ-साथ सर्विंग की कुल संख्या पर ध्यान दें यह केवल 5 ग्राम चीनी प्रति सर्विस होनी चाहिए।

लेकिन अगर आपकी सामान्य मात्रा तीन या चार सर्विंग है तो आप आसानी से 20 ग्राम चीनी का सेवन कर सकते हैं और इस प्रकार बहुत अधिक चीनी का सेवन करने से बच सकते हैं।

अगर आपके शरीर में बहुत ज्यादा शुगर है तो आपको क्या करना चाहिए?

जैसा कि हमने देखा बहुत अधिक चीनी खाने के बाद खुद को स्वस्थ रखना मुश्किल लगता है लेकिन अभी भी आप खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।

उसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है चलिए जानते हैं अगर शरीर में ज्यादा शुगर हो जाए तो क्या करना चाहिए।

1.अपराध बोध से बचें –

चाहे आप सामान्य रूप से स्वस्थ हो लेकिन अगर आप चीनी का सेवन ज्यादा कर रहे हैं तो आपका स्वास्थ्य बिगड़ने और आपको बीमारियां घेरने की संभावना बनी रहती है।

ऐसे में आपको अपने आप को समझाना चाहिए कि आपको अपने खाने में चीनी की मात्रा कम खानी है।

इतना आसान नहीं है लेकिन आपको एक मानसिकता बनानी है, हो सकता है आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़े लेकिन आपको खुद को ज्यादा मीठा खाने से रोकना पड़ेगा।

अगर आप खुद को नहीं रोक पाते तो खुद में अपराध बोध रखने की बजाय चीनी की मात्रा कम करने की कोशिश करते रहें।

क्योंकि अगर आपके शरीर में चीनी की मात्रा बढ़ जाती है तो दवाई खाने के साथ आपको चीनी खाने भी छोड़नी पड़ेगी।

वरना डॉक्टर आपको ठीक करने में सफलता नहीं ले पाएंगे इसीलिए आपको यह है पक्का करना है।

कि आप को दवाई की जरूरत ना पड़े आप अपने शुगर लेवल को खुद ही अपनी कोशिशों और मेहनत से सामान्य कर ले।

2.पानी पिएं –

आपके शरीर में शुगर की अधिकता आपको ऊर्जा में कमी महसूस कराती है ऐसे में आपके शरीर में पानी की भी कमी हो जाती है तो आपको अपने शरीर को हाइड्रेट रखना सबसे जरूरी हो जाता है।

उसके लिए पानी सबसे अच्छा स्रोत है ऐसे मैं आपको बार-बार पानी पीना चाहिए ताकि आप अपने शरीर से शुगर की मात्रा को निरंतर बढ़ने से रोक पाएं।

3.सम्पूर्ण पदार्थ खाएं –

ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनसे आपके शरीर को अधिक मात्रा में ऊर्जा मिले और जो आपकी शुगर लालसा को भी तृप्त करने में मदद करें।

4.व्यायाम –

उचित चीनी से अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है जो शरीर को सकारात्मक रूप से एनर्जी देने की बजाय कुछ देर के लिए शरीर को ऊर्जावान महसूस कराती है।

लेकिन यह शरीर में बीमारियों को बढ़ाने और व्यक्ति को लंबे समय तक बीमार रखने में ज्यादा काम करती है।

एक अच्छी कसरत आपको शुगर की अधिकता से होने वाले जोखिमों से बचाने के लिए मददगार साबित हो सकती है।

उसके लिए आपको रोज अपनी दिनचर्या में व्यायाम करने की अच्छी आदत बनाने होगी।

शुगर नियंत्रित करने के लिए क्या खाएं।

करेला।

शुगर से पीड़ित लोगों को स्वास्थ्य विशेषज्ञ करेला खाने के लिए कहते हैं उसके लिए आप चाहे तो करेले की सब्जी का सेवन कर सकते हैं या करेले का जूस ले सकते हैं।

इस हरी सब्जी में फाइटोकेमिकल्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं।

हरी सब्जियां।

आपको शुगर को कंट्रोल करने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे पालक लौकी तोरी पत्तेदार सब्जियां ब्रोकली यह सब्जियां फाइबर से भरपूर होती हैं।

जो शुगर के मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होती है इनमें विटामिन ए विटामिन सी विटामिन “के” काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं जो आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करते हैं।

जामुन।

जामुन में विटामिन ए विटामिन सी,आयरन और बहुत से अन्य स्वास्थ्यवर्धक न्यूट्रीशन मौजूद होते हैं यह त्वचा मसूड़ों और डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव करते हैं।

डॉक्टर का कहना है कि जामुन का सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है उसके लिए आप जामुन खा सकते हैं।

जामुन के सिरके का सेवन कर सकते हैं या फिर जामुन की गुठली के पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

दूध।

विशेषज्ञों की मानें तो शुगर के रोगियों को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि उन्हें अपनी बीमारियों से लड़ने के लिए बहुत सारे न्यूट्रिशंस की जरूरत होती है जो दूध से उन्हें मिल जाते हैं।

लेकिन ध्यान रखें कि दूध को बिना मलाई के ही सेवन करें क्योंकि मलाई में शुगर की मात्रा होती है इसलिए इसका विशेष ख्याल रखें।

साबुत अनाज।

शुगर होने पर आपको अपने खाने में अनाज को बदलने की जरूरत हो जाती है क्योंकि शुगर के पेशेंट को अपने खाने में मोटा अनाज लेना चाहिए।

इसीलिए अगर आप शुगर से पीड़ित हैं तो खाने में मोटे अनाज का सेवन करें क्योंकि मोटे अनाज में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पोटेशियम फाइबर और बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं।

साबुत अनाज की रोटी से मतलब है कि आटे में पाया जाने वाला चौकर अलग ना करें उसके साथ ही आटा गूथ कर रोटी बनाए।

क्योंकि चोकर में मल्टीग्रेंस, ब्राउन राइस, जों आदि जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं।

इससे आपको प्रोटीन विटामिन खनिज फाइबर कार्बोहाइड्रेट और भी बहुत सारे पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।

दही।

दोपहर के खाने में दही जरूर खाएं यह आपकी शुगर को नियंत्रित करने में बहुत हेल्प करती है शुगर के मरीज के लिए यह रामबाण उपाय का काम करती है।

इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन और भी अधिक अच्छे पोषक तत्व मिलते हैं खासकर दही में पाया जाने वाला सीएलए शरीर में ब्लड में शुगर को बढ़ने से रोकता है।

यह एक ऐसा पदार्थ है जो वजन घटाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।

अंडे।

अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो अपने खाने में अंडे को जरूर शामिल करें एक हेल्दी इंसान को हर रोज एक अंडा अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

इसके बहुत सारे फायदे होते हैं अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन कैल्शियम अमीनो एसिड होते हैं जिससे शरीर हेल्दी और बीमारियों से दूर रहता है।

अंडा खाने से शरीर में गुड केलोस्ट्रोल बढ़ता है ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है शरीर में बनने वाली सूजन कम होती है और डायबिटीज आदि का खतरा भी कम हो जाता है।

शरीर में शुगर बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए।

• मीठे फल।

• रिफाइंड शुगर।

• चॉकलेट।

• कैंडी।

• फैट मिल्क।

• अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले पदार्थ।

• शराब।

चीनी (Sugar) से जुड़े अन्य सवाल।

(1.) शुगर में भोजन कितनी बार खाना चाहिए?

शुगर के पेशेंट को हर 2 घंटे के बाद कुछ ना कुछ जरूर खाना चाहिए उसे अपनी एक अच्छी डाइट प्लान बना लेनी चाहिए।

जिसमें ब्रेकफास्ट लंच डिनर भी शामिल हो साथ साथ ही ध्यान रखें कि वह लोग ज्यादा देर तक भूखे ना रहे हैं।

इसके लिए सुबह उठकर खाली पेट पानी का सेवन करें नाश्ता करने के 2 घंटे बाद कोई सब्जी का जूस या सब्जी का सैलेड लें।

उसके 2 घंटे बाद लंच करें और शाम के 4:00 बजे के समय ग्रीन टी या कुछ और हेल्दी चीज खा सकते हैं फिर शाम का खाना 7:00 बजे से पहले कर लेना चाहिए।

इससे आपको एक आइडिया मिल गया होगा कि आपको अपनी डाइट किस तरह की रखनी है कैसे आपको खुद को हेल्दी रखने के लिए पूरे दिन भोजन टाइमिंग बनानी है।

(2.) शुगर में कौन कौन से ड्राई फ्रूट खाने चाहिए?

शुगर के पेशेंट को किसमिस खाना चाहिए इसे खाने से शुगर लेवल शरीर में नियंत्रित रहता है खुबानी भी ड्राई फ्रूट होता है।

जिसको खाने से शुगर पेशेंट अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रख सकते हैं यह एक हेल्दी ड्राई फ्रूट होता है जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

(3.) शुगर के मरीज चिकन खा सकते हैं?

शुगर के मरीज चिकन खा सकते हैं क्योंकि चिकन में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शुगर कंट्रोल करने में मददगार होते हैं।

चिकन शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने के साथ-साथ डायबिटीज और थायराइड जैसी प्रॉब्लम्स को भी नियंत्रित करते हैं।

(4.) शराब पीने से शुगर बढ़ती है?

शराब में चीनी की मात्रा होती है जो शुगर बढ़ाने का कारण बनती है इसीलिए शुगर के पेशेंट को शराब पीना मना किया जाता है।

(5.) क्या शुगर में चाय पी सकते हैं?

शुगर में चाय कॉफी का सेवन ना करना ही बेहतर होता है क्योंकि भले ही आप चाय में चीनी का उपयोग ना करें। लेकिन चाय में पाया जाने वाला कैफ़ीन शुगर की मात्रा को बढ़ाता है।

इसीलिए दूध वाली चाय शुगर के पेशेंट को बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए। इसकी बजाय आप ग्रीन टी ब्लैक टी अपनी डाइट में शामिल करें।

इसे बिना शहद और बिना चीनी के पीने की आदत बनाएं ऐसे पीने से आपकी चाय की तलब भी पूरी हो जाएगी और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।

(6.) शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए?

शुगर के पेशेंट को अरहर की दाल खाना बताया जाता है क्योंकि यह दाल शुगर कंट्रोल करने में सहायक होती है।

अरहर की दाल के अलावा चना, दाल राजमा, हरी मूंग की दाल शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखते हैं।

(7.) शुगर के मरीज गुड़ खा सकते हैं?

गुड में चीनी की मात्रा पाई जाती है जिससे शुगर लेवल बढ़ने की संभावना रहती है इसीलिए डॉक्टरों के द्वारा शुगर के मरीज को गुड़ खाना मना किया जाता है।

इस आर्टिकल में बताए गए तरीके और सुझाव के माध्यम से किसी भी उपचार या डाइट पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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