जानिए Oxytocin hormone की कमी से होने वाले 10 रोग – एक विस्तृत जानकारी

Oxytocin hormone की कमी से होने वाले रोगों के बारे में आज हम इस पोस्ट में बात करने वाले हैं ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी होने पर यह बीमारियो होने का खतरा रहता है जैसे नींद में कमी, तनाव, मूड स्विंग्स, मानसिक विकार।

इसके अलावा इस हार्मोन की कमी से सामाजिक समस्याएं भी हो सकती हैं जिसकी वजह से व्यक्ति अकेलापन और उदासीनता की भावनाओं को महसूस कर सकता है।

तो चलिए जानते हैं oxytocin hormone की कमी से होने वाले रोगों के बारे में। इस पोस्ट में आपको उन सभी समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी जो ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के कारण हो सकती हैं जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।

Table of Contents

ऑक्सीटोसिन हार्मोन क्या है?

Oxytocin hormone, जिसे आमतौर पर “lubrication hormone” के नाम से जाना जाता है, इंसान के शरीर में एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है।

यह हार्मोन सामाजिक रिश्तों, प्यार, और सहयोग की भावनाओं को बढ़ावा देने में मदद करता है। लेकिन यदि आपके शरीर में इसकी कमी हो जाती है तो आपको कई समस्याएं हो सकती हैं।

Oxytocin hormone की कमी से होने वाले रोगों इस प्रकार हैं:

oxytocin hormone ki kami se hone wale 10 rog
Oxytocin hormone in hindi

Oxytocin harmone की कमी से होने वाले रोग –

1. सामाजिक रिश्तों में कमी

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी शरीर में होने की वजह से व्यक्ति के सामाजिक रिश्ते भी कमजोर हो सकते हैं।

क्योंकि इस हार्मोन की वजह से व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है उसकी भावनाओं पर उसका काबू नहीं रहता और वह दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करने के बजाए बुरी तरह से पेश आने लगता है।

और इस वजह से वह अपने सामाजिक रिश्तों से दूर होने लगता है दूसरे लोग भी उसे पसंद करना बंद कर देते हैं तथा उससे दूरी बनाए रखना चाहते हैं।

2. डिप्रेशन और अवसाद

ऑक्सीटोसिन हार्मोन कम होने की वजह से व्यक्ति डिप्रेशन और तनाव का शिकार भी हो सकता है क्योंकि यह हार्मोन खुशी और सुख शांति की भावनाओं को प्रोत्साहित करने का काम करता है।

लेकिन जब इसकी कमी शरीर में हो जाती है तो व्यक्ति नकारात्मक भावनाओं को आकर्षित करने लगता है।

3. सोशल आंकुश

ऑक्सीटोसिन की कमी से, व्यक्ति का सोशल relation कमजोर हो सकता है, जिससे उन्हें नए लोगों से मिलने और नए सामाजिक परिस्थितियों का सामना करने में मुश्किल हो सकती है।

4. नींद में कमी

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के कारण व्यक्ति की नींद भी गड़बड़ हो जाती है वह पूरी तरह से सो नहीं पाता और उससे नींद आने में दिक्कत होने लगती है।

5. सिर दर्द

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के कारण सिर दर्द भी होता है क्योंकि व्यक्ति नकारात्मक भावना को आकर्षित करता है ऐसे में वह टेंशन लेता है और ऐसी स्थिति में सिर दर्द होना एक सामान्य बात है।

6. शारीरिक कमजोरी

ऑक्सीटोसिन हार्मोन कम होने के कारण शारीरिक कमजोरी भी होने लगती है क्योंकि व्यक्ति मानसिक समस्याओं से घिर जाता है जिस कारण वह अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान नहीं दे पाता।

7. वजन घट जाना

इस हार्मोन की कमी के कारण वजन कम होने लगता क्योंकि भावनाओं पर काबू न करने के कारण व्यक्ति ज्यादा आराम परस्त हो जाता है।

8. मूड स्विंग्स

इस हार्मोन की शरीर में कमी होने की वजह से mood swings होना भी एक आम समस्या है ऐसे में व्यक्ति कभी बहुत प्यार से पेश आता है और कुछ ही देर में परेशानी भरा व्यवहार दिखाने लगता है।

9. गुस्सा या चिड़चिड़ापन

लोगों को गुस्सा भी इस हार्मोन की कमी के कारण आने लगता है व्यक्ति का व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है।

10. हृदय समस्याएं

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से दिल की बीमारियों की संभावना होती है ऐसे में हार्ट अटैक आने का खतरा भी बढ़ जाता है।

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ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के लक्षण

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि:

  • खुद को समझाना मुश्किल हो जाता है।
  • सामाजिक पिछड़ेपन की भावना।
  • संजीवनी आकांक्षा में कमी।

oxytocin hormone की कमी से होने वाले रोगों का संभावित उपचार

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से होने वाले रोगों के इलाज के लिए कई तरीके हो सकते हैं। यहाँ कुछ उपचार विकल्प हैं:

थैरेपी: इस हार्मोन की कमी यदि घरेलू उपचार से पूरी नहीं होती तो इसके लिए थेरेपी का सहारा भी लिया जा सकता है जिसमें रोग को समझकर सही उपचार दिया जाता है।

दवाएँ: कुछ दवाएँ भी ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी की पूर्ति के लिए डॉक्टर द्वारा दी जा सकती हैं।

दिनचर्या में परिवर्तन: अपनी लाइफ स्टाइल में परिवर्तन करके भी आप इस हार्मोन की कमी का इलाज कर सकते हैं उसके लिए हेल्दी खाना खाएं और एक्सरसाइज नियमित रूप से करें।

स्वस्थ आहार: पोषण से भरपूर भोजन इस हार्मोन की कमी का इलाज कर सकता है इसीलिए अपने खाने में हेल्दी भोजन लें जैसे फल, सब्जियां और जूस इत्यादि।

नियमित व्यायाम: ऑक्सीटोसिन हार्मोन कम होने के उपचार के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से व्यायाम करने की आदत डालनी चाहिए इसके लिए वह अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकता है।

ऑक्सीटोसिन हार्मोन कैसे बनता है?

रिसर्च के अनुसार ऑक्सीटोसिन हार्मोन तब बनता है जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की तरफ आकर्षित होता है।

ऐसे में आपके दिमाग में डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है और सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है इसी प्रक्रिया से oxytocin hormone बनता है।

ऑक्सीटोसिन हार्मोन कैसे बढ़ाये?

ऑक्सीटोसिन हार्मोन को बढ़ाने के लिए कुछ तरीके हो सकते हैं:

1. स्पेशल लविंग मोमेंट्स: दिल की बातों को आपसी मोहब्बत और सहानुभूति के साथ दूसरे व्यक्ति से बातचीत करके ऑक्सीटोसिन की उत्पत्ति को बढ़ाया जा सकता है।

2. फिजिकल टच: अपने साथी के साथ फिजिकल कंटैक्ट, जैसे कि हुग्स और होल्डिंग हैंड्स, भी ऑक्सीटोसिन को बढ़ा सकता है।

3. मसाज और स्पा: मसाज और स्पा नियमित रूप से करने से भी ऑक्सीटोसिन को बढ़ाया जा सकता है।

4. सोने की प्रक्रिया: नियमित पर्याप्त नींद आपके ऑक्सीटोसिन स्तर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है

5. प्रिय गतिविधियाँ: वो गतिविधियाँ जो आपको Pleasure और सुखदायक अहसास कराएं वे भी ऑक्सीटोसिन को बढ़ा सकती हैं।

6. प्रेम और सहानुभूति: अपने परिवार और दोस्तों के साथ सकारात्मक रिश्तों को बढ़ावा देने से भी आपके इस हार्मोन का स्तर बढ़ा सकते हैं।

7. प्राकृतिक आसन: योग और मेडिटेशन के आसनों को नियमित रूप से अभ्यास करके भी oxytocin hormone की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

8. हंसना: हंसने से आपके शरीर में खुशी के हार्मोन पैदा होते हैं, जिनमें से एक ऑक्सीटोसिन भी है।

9. पालतू जानवरों के साथ समय बिताना: पशु के साथ समय बिताना चाहिए इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने से भी आपके ऑक्सीटोसिन स्तर में वृद्धि हो सकती है।

10. डांस और गाने: नृत्य और संगीत का रोजाना मज़ा लेने से भी आपके मनोबल को बढ़ावा मिलता है और ऑक्सीटोसिन का निर्माण हो सकता है.

11. हेल्दी डाइट: ऑक्सिटोसिन हॉर्मोन को बढ़ाने के लिए डाइट में हेल्दी और पौष्टिक भोजन लें जैसे एवोकाडो, तरबूज अंजीर,चिया सीड्स,केला और डार्क चॉकलेट।

कृपया ध्यान दें कि यह सुझाव केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है इस बारे में आपको डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा सबसे बेहतर होता है।

The Oxytocin Factor: Tapping the Hormone of Calm, Love and Healing

ऑक्सीटोसिन के फायदे:

इसके निम्नलिखित फायदे होते हैं –

सामाजिक रिश्तों में मदद: oxytocin hormone माता-पिता, साथी, और बच्चों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और मानसिक खुशी को बढ़ावा दे सकता है।

विश्वास और प्रेम की भावना: यह हार्मोन विश्वास को बढ़ाने में मदद कर सकता है जिससे आप अपने साथी या परिवार के सदस्यों के प्रति अधिक विश्वासपूर्ण और स्नेह के साथ रह सकते हैं।

स्पष्टता और संवाद कौशल: यह आपके बोलने और गैर-वाणीकी संवाद क्षमता में सुधार कर सकता है, जिससे आपकी दूसरो के साथ बातचीत में स्पष्टता और समझ बढ़ सकती है।

ऑक्सीटोसिन के नुकसान:

इसके निम्न नुकसान हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं –

संबंधों में खराबी: यदि शरीर में अधिक मात्रा में ऑक्सीटोसिन हो जाए तो आपका विश्वास या स्नेह दूसरों के साथ अत्यधिक हो सकता है, जिससे संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

अधिक ऑक्सीटोसिन स्तर से सामाजिक स्थिति में बुरा प्रभाव: यह हार्मोन सामाजिक संवाद में मदद कर सकता है, लेकिन यह अत्यधिक ऑक्सीटोसिन स्तर से बढ़कर व्यक्ति को आत्म-मान्यता में कमी का सामना करने के बारे में संकेत देता है।

ध्यान रखने वाली बात यह है कि किसी भी चीज की ज्यादा मात्रा नकारात्मक प्रभाव देती है इसीलिए आपको ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्तर सामान्य बनाए रखना है इसके लिए आपको अपने चिकित्सक से बात करनी चाहिए। ‌

ऑक्सीटोसिन हार्मोन का कार्य

रिसर्च के अनुसार ऑक्सीटोसिन हार्मोन के प्रभाव के बारे में ,यह सुख, खुशी और आकर्षण में मदद कर सकता है। यह समाज में पारिवारिक बंधनों को मजबूत करने में भी मदद कर सकता है।

इस का मुख्य कार्य व्यक्ति को सामाजिक और व्यक्तिगत जिंदगी में खुशी व सुख प्रदान करना होता है जहां व्यक्ति बिना मानसिक समस्याओं के बेहतर महसूस कर पाता है।

निष्कर्ष

Oxytocin hormone की कमी से होने वाले रोगों के बारे में हमने आपको इस पोस्ट में गहरी जानकारी देने का प्रयास किया है आशा करते हैं आपको यहां ऑक्सीटोसिन हार्मोन के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला है।

यहां आपको यह भी पता चला होगा कि यह हार्मोन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है। इस हार्मोन की कमी से होने वाले रोगों के लक्षणों को पहचानकर उपचार करने के लिए सही दिशा में कदम उठाएं।

Frequently Asked Questions (FAQs):

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन किस ग्रंथि से निकलता है

यह हार्मोन पीयूष ग्रंथि से निकलता है।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन क्या होता है?

ऑक्सीटोसिन हार्मोन एक प्राकृतिक रूप से शरीर में पैदा होने वाला हार्मोन है जो सामाजिक रिश्तों और प्रेम-भावनाओं को बढ़ावा देने में मदद करता है।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के लक्षण क्या होते हैं?

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से व्यक्ति के सामाजिक रिश्तों में खराबी, डिप्रेशन, और सोशल पिछड़ेपन की समस्या हो सकती है।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से बचाव के लिए क्या करें?

स्वस्थ आहार, सामाजिक सहयोग, और सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने के साथ-साथ व्यायाम और योग भी इसकी कमी से बचाने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी का उपचार क्या है?

ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी के उपचार के लिए आप थैरेपी और दवाओं का विकल्प चुन सकते हैं, हालांकि सही उपचार के लिए चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से कौन-कौन सी समस्याएँ हो सकती हैं?

इस हार्मोन की कमी से सामाजिक रिश्तों में कमी, डिप्रेशन, तनाव, और सोशल नकारात्मकता जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

Q. क्या ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से बचा जा सकता है?

हां, ऑक्सीटोसिन हार्मोन की कमी से बचा जा सकता है उसके लिए सकारात्मक लाइफस्टाइल सकारात्मक मानसिकता, और सहयोगी सामाजिक रिश्ते महत्वपूर्ण होते हैं।

Q. ऑक्सीटोसिन हार्मोन का जीवन काल

इसका जीवन काल 3 मिनट से 30 मिनट हो सकता है, इसका का प्रभाव तीस मिनट के अंदर ही पड़ता है यह हार्मोन तेजी से काम करता है लेकिन बहुत देर तक नहीं।

Q. क्या खाने से ऑक्सीटोसिन बनता है?

ऑक्सीटोसिन मैग्नीशियम से बनता है इसलिए मैग्नीशियम से भरपूर चीजें खाएं जैसे केले, इसके अलावा डार्क चॉकलेट भी इस हार्मोन को बढ़ाने में सहायक होती है।

Q. पुरुषों में ऑक्सीटोसिन हार्मोन कैसे बढ़ाएं?

नियमित व्यायाम करें, योग और मेडिटेशन करने की आदत बनाएं हेल्दी आहार लें, हंसते रहें, पूरी नींद लें।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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