Himalaya Renalka Syrup Ke Fayde Aur Nuksan: किडनी और पेशाब से जुड़ी प्रॉब्लम्स का समाधान करने में

Himalaya renalka syrup पेशाब से जुड़ी प्रॉब्लम्स में असर करता है। यह urinary bladder में होने वाली जलन को कम करने में असरदार है, जो अक्सर परेशानियाँ की वजह बनी रहती है। इसके अलावा, सूजन को कम करने में मदद करता है। ये kidney function को balance रखने में मदद करता है और किडनी के साथ-साथ समस्याओं का समाधान करने में भी मदद मिलती है।

Himalaya Renalka Syrup
Himalaya Renalka Syrup Ke Fayde Aur Nuksan

हिमालय रिनलका सिरप के नुकसान – Himalaya renalka syrup side effects in Hindi

आमतौर पर इस प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने वाले इसके फायदे को देखकर इसे चुनते हैं इसकी वजह यह है कि हर जगह पर इसका प्रचार सिर्फ इसके फायदों को लेकर किया जा रहा है चाहे वह इंटरनेट हो या कोई और जगह इसलिए इसके नुकसान के बारे में लोग जागरुक नहीं है। आज हम खास तौर पर इसके नुकसानों को आप तक पहुंचाएंगे।

Possible side-effects

1. खुजली या दाने हो सकते हैं:

इस जड़ी-बूटी के इस्तेमाल से कुछ लोगों को त्वचा पर खुजली या दाने हो सकते हैं, जो allergic reaction का कारण बन सकते हैं। अगर आपकी skin sensitive है तो इसका एक Limited मात्रा में ही उपयोग करें।

2. पेट खराबी या पाचन problems:

इस आयुर्वेदिक सिरप का सेवन करने से कुछ लोगों को पेट में problem या पाचन संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, अगर किसी को पेट संबंधित समस्याएँ हैं, तो वह इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लें।

3.‌ high blood pressure or diabetes में असर:

इसमें शामिल कुछ ingredients उच्च रक्तचाप या diabetes के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं, इसलिए इसे लेने से पहले जिन्हें इस तरह के issues हो, वो डॉक्टर से पूछ कर इसका इस्तेमाल करें।

4. पेट में गैस:

इस जड़ी-बूटी का उपयोग करने से किसी को पेट में गैस या ब्लोटिंग जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

5. एलर्जिक प्रतिक्रियाएँ:

इस जड़ी-बूटी का सेवन करने से किसी को त्वचा पर खुजली या सूजन हो सकती है।

6. सांस लेने में कठिनाई:

इस जड़ी-बूटी का सेवन करने से किसी को rare allergic reactions हो सकती हैं, जैसे कि सूजन या सांस लेने में कठिनाई। इससे पहले doctor से सलाह लेना अच्छा है।

7. दूसरी दवाओं के साथ:

इसमें शामिल कुछ ingredients दूसरी दवाओं के साथ reaction कर सकते हैं, इसलिए अगर कोई व्यक्ति दूसरी दवा ले रहा है, तो उन्हें इसे लेने से पहले doctor से मशवरा लेना चाहिए।

8. Skin Irritation or Aggravation:

इस जड़ी-बूटी का सेवन करने से किसी को त्वचा में इरिटेशन या elegance हो सकती है।

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हिमालय रिनलका सिरप के उपयोग – Himalaya renalka syrup uses in Hindi

रेगुलर हिमालय रेनाल्का सिरप का खास फॉर्मूला बिमारियों से निजात दिलाने में, शरीर की सेहत को बनाए रखने में, और शरीर के प्राकृतिक पीएच को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

  • हिमालय रेनाल्का सिरप को नियमित रूप से लेने से यह natural pH बनाए रखने में मदद करता है। 
  • इस cystitis और urethritis जैसे Infection से जुड़ी समस्याओं में आरामदेह हो सकता है।
  • इसमें शामिल प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ बिमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती हैं। हिमालय रेनाल्का सिरप को लेने से शरीर का blood circulation बेहतर होता है और इससे शरीरिक स्वास्थ्य की सुरक्षा हो सकती है। 
  • इसका इस्तेमल करने एक Natural और सुरक्षित तरीका है जो गुरुदे से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है, बिना किसी परेशानी के।

शरीर में सही blood circulation होता है, जिसे अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है और अच्छी lifestyle हो सकती है।

हिमालय रिनलका सिरप के फायदे – Himalaya renalka syrup benefits in Hindi

1. मिटाए यूरिन संबंधित समस्याएँ: रीनल सिरप, बार-बार पेशाब आना या फिर उसका रुक-रुक कर आना जैसी समस्याओं को मिटाने में सहायक है।

2. गुर्दों को स्वस्थ रखें: इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां गुर्दों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती हैं, छोटे-मोटे stones को रोकती हैं और Infection से बचाव करती हैं।

3. यूरिन में जलन कम करे: यह आपको पेशाब करते समय होने वाली जलन को कम करने में मदद करता है, जिससे आपका अनुकरण आसान होता है।

4. मूत्रपथ में स्वच्छता बनाए रखे: इससे मूत्रपथ में स्वच्छता बनी रहती है और इन्फेक्शन का कमी होती है, जिससे आपके स्वास्थ्य को बचाव मिलता है।

5. शरीर की ऊर्जा को बनाए रखे: रीनल सिरप शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे आपका दिनचर्या बेहतर रहता है।

  • यह kidney में blood circulation को बढ़ाने में मदद करता है।
  • और पेशाब के अंदर के pH संतुलन को सही रखने में मदद करता है।

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हिमालय रिनलका सिरप इस्तेमाल का तरीका – Himalaya renalka syrup how to use in Hindi

रीनल सिरप का उपयोग करने के लिए, दिन में दो बार, खाने के बाद, दो छोटी चम्मच के साथ गुनगुने पानी के साथ लें। लेकिन ध्यान दें कि आप इसे डॉक्टर की सलाह से ही लें, खासकर अगर आप में कोई अन्य चिकित्सा स्थिति है।

Dosage:

बच्चों के लिए : बच्चों को, दिन में 2-3 बार, पानी के साथ 1 छोटी चमच यानी कि 5 मिली।

Adults: वयस्कों के लिए, दिन में 2-3 बार, पानी के साथ 10 मिली या डॉक्टर के Guidance के हिसाब से लें।

Price

रीनल सिरप की कीमत लगभग 75 रुपये है, और यह आपको मेडिकल स्टोर्स या आयुर्वेदिक स्टोर्स से आसानी से मिल सकता है।

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Ingredients: हिमालय रिनलका सिरप की सामग्री

हिमालया रेनालका सिरप में पश्चिमी गुडूची, श्वेत पर्णी, मुण्डी पर्णी, वाणक्यरी, कटुकी, धतकी, शंख भस्म, आदि होते हैं। ये सभी घटक benifits से भरपूर होते हैं और urethritis संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।

  • वेस्टर्न Guduchi: गुडूची शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और मूत्र संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसमें ‘Indian Tinospora’ है, जो कई औषधीय गुणों से भरपूर है।
  •  White Foliage: यह मूत्र संबंधित समस्याओं के इलाज में काम आती है और शरीर की शोधनीय गुणकर्मों को स्थानांतरित करके मूत्रप्रदाह में सुधार करती है।
  • Mundi Parni: इसमें रक्तशोधक और मूत्रशोधक गुण होते हैं, जो मूत्रप्रदाह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
  • Vanakyaari: इसका उपयोग मूत्रप्रदाह और मूत्र संबंधित रोगों के इलाज में होता है, और इसके शोधनीय गुण समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
  • Katuki: इससे विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने और मूत्रप्रदाह में सुधार करने में मदद होती है।
  • Dhatki: धतकी गुर्दे की स्वस्थता को बनाए रखने में मदद करती है और मूत्र संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकती है।
  • Shankha Bhasma: इसका उपयोग गुर्दे की पथरी और मूत्रप्रदाह को नियंत्रित करने में किया जाता है, और यह शोधनीय गुणों से भरपूर है।
  • पुनर्नवा: यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसे मूत्र संबंधित रोगों के इलाज में उपयोग किया जाता है। पुनर्नवा मूत्रप्रदाह को नियंत्रित करने में मदद करती है और विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में सहायक हो सकती है।
  • गोधूमा: गोधूमा बॉडी को ठंडक प्रदान करती है और मूत्र संबंधित रोगों के इलाज में उपयोगी होती है। इसके शीतल गुण से रक्तशोधन भी होता है।
  • White Punarnava: श्वेत पुनर्नवा भी मूत्र संबंधित समस्याओं में सुधार करने में मदद कर सकती है। इसका उपयोग विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में किया जा सकता है।
  • White Sarpagandha: यह एक औषधीय पौधा है जो तंतुओं को शांत करने और मूत्र संबंधित रोगों को ठीक करने में मदद कर सकता है।
  • द्विपर्णीय: इसे बार-बार पेशाब आने वाली समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। द्विपत्री मूत्रप्रदाह को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकती है।
  • नागरमोथा: इसे किडनी संबंधित समस्याओं में सुधार करने के लिए जाना जाता है और इसमें शोधनीय गुण हो सकते हैं जो मूत्रप्रदाह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
  • पाठा: इसका उपयोग मूत्र संबंधित रोगों के इलाज में किया जा सकता है और यह शरीर को साफ करने में मदद कर सकता है।
  • शतावरी:: शतावरी मूत्रप्रदाह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकती है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में भी सहायक हो सकती है।
  • कपूर: इसका शांतिकारक और शोधनीय स्वभाव होता है, जिससे मूत्रप्रदाह में सुधार हो सकता है और शरीर को ठंडक प्रदान की जा सकती है।

सावधानियां:

इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करें।

सावधानी से इस्तेमाल करें और किसी तरह के साइड इफेक्ट्स की जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। 

अगर आपको पेशाब में खून या कोई अजीब रंग दिखे, तो सीधा डॉक्टर से सलाह ले। इस बिमारी को ignore मत करो, वरना और भी बड़ी मुश्किल हो सकती है।

अगर तेरे जोड़ों में सुजान है, या फिर पीला पेशाब या urethra में infection  है, तो जल्दी से डॉक्टर से कनेक्ट कर। उनको बताएं सही से, ताकि सही दावा और इलाज हो सके। 

और हां, अगर आप बहुत समय से इस सिरप का इस्तमाल कर रहे हैं और कुछ फर्क नहीं पड़ रहा है, तो फिर भी एक बार डॉक्टर की रे लें।

Pregnancy ya periods के दौरान-

गर्भावस्था के दौरान और पीरियड्स के समय, महिला के शरीर में काई हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, और इस दौरान कोई भी दवा इस्तेमाल करने से परेशानी हो सकती है। गर्भावस्था या पीरियड्स के दौरान किसी की भी दवा, विशेष आयुर्वेदिक दवाएं लेने से पहले, आपको हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

हिमालय रेनाल्का सिरप का इस्तमाल भी नियम के तहत आता है। यदि आप गर्भवती हैं या आपके पीरियड्स चल रहे हैं, तो आपको इस सिरप का इस्तेमल शुरू करने से पहले अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। वो आपको सही guidence देंगे, क्योंकि हर महिला का शरीर अलग होता है और इसमें अलग-अलग बदलाव होते हैं।

बच्चों के लिए- 

बच्चों की खुराक उनकी आयु, वजन, और स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर समायोजित की जाती है। डॉक्टर से मिलकर सही खुराक का निर्धारण और डॉक्टर की राय और directions का पालन करना बेहद ज़रूरी है।

हिमालय रेनाल्का सिरप बच्चों के स्वास्थ्य के लिए Safe और effective हो सकता है, लेकिन उसका उपयोग किसी भी दवा या हर्बल उपचार से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही करें।

Saniya Qureshi is a Health and Beauty writer, senior consultant and health educator with over 5 years of experience.

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