112 saal ki budhiya ki ghuti बच्चों के लिए बहुत कारगर आयुर्वेदिक दवा है अभी तक जिन लोगों ने अपने बच्चों के लिए इस घुटी का इस्तेमाल किया है उनके इसके बारे में अच्छे रिव्यूज देखने को मिले हैं। इसे 28 जड़ी बूटियां से तैयार किया जाता है इसका सेवन आपके बच्चे को लंबे समय तक स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाए रख सकता है।
Ingredients:
अजमोद, कासी, सोनफ, अतीस, निसोत, गुलवनप्सा, पीपलामूल, बदराजवॉय, अनीसून, उस्तखड़ूस, गजवन, बहेड़ा, किशमिश, पीपल चोटी आदि।
112 saal ki ghutti के उपयोग – 112 saal ki ghutti uses in Hindi
112 साल की बुरहिया की घुटी के निम्नलिखित उपयोग हो सकते हैं:
यह घुट्टी शिशुओं और बच्चों की समस्याओं जैसे बुखार, दस्त, खांसी, सर्दी, कब्ज, आंतों के कीड़े, पाचन समस्या, थक्के वाले दूध की उल्टी, (अपच) पेट फूलना (गैस्ट्रिक समस्या), भूख की कमी, कमजोरी और स्वास्थ्य के अन्य प्रोब्लम के लिए एक असरदार उपाय के रूप में काम करती है।
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112 साल की बुडिया की घुटी के फायदे – 112 saal ki budhiya ki ghuti Benefits in hindi:
इसके निम्नलिखित फायदे होते हैं जो इस प्रकार हैं:
1. बच्चों के दांत निकलते समय 112 saal ki budhiya ki ghuti बहुत उपयोगी होती है।
2. यह सर्दी, खांसी और बुखार में बहुत असरदार है।
3. दूध का गाढ़ा होना, उल्टी होना तथा कब्ज में भी 112 saal ki budhiya ki ghuti लाभकारी है।
4. यह टेपवर्म को मारता है और पेचिश, गैस्ट्रोपैथी आदि का उपचार करता है।
5. यह घुटी पाचन संबंधी विकारों को दूर कर बच्चे को तंदुरुस्त और मजबूत बनाता है।
6. 112 saal ki budhiya ki ghuti बच्चों के दिल, दिमाग और लीवर को ताकत देती है और दिमाग को तेज करने में लाभकारी है।
7. यह कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन और फॉस्फोरस से भरपूर होता है।
112 साल की घुटी के नुकसान – 112 saal ki budhiya ki ghuti side effects in hindi
112 saal ki budhiya ki ghuti के बारे में किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी अभी तक नहीं मिली है हालांकि आपको इसका उपयोग डॉक्टर के सलाह पर ही करना चाहिए ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर न हो।
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112 साल की घुट्टी कैसे दे – 112 saal ki ghutti kaise de
इसकी सही खुराक क्या होनी चाहिए यह बच्चे के स्वास्थ्य और उम्र पर निर्भर करती है इसलिए इसे बच्चे को देने के लिए डॉक्टर से सही डोज़ के बारे में जानकारी लें।
शुरुआत में बच्चों की घुट्टी देने से पहले, आपको इन बातों का ध्यान देना चाहिए:
डॉक्टर की सलाह: सबसे पहले, बच्चों को किसी डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की सलाह लें। वे बच्चे के उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर उचित घुट्टी की खुराक बता सकते हैं।
सही दवा: जब आप डॉक्टर की सलाह ले लें तो बच्चे को घुट्टी देने के लिए सही ब्रांड की घुंटी खरीदें। और सुनिश्चित करें कि यह उनकी उम्र और आवश्यकताओं के आधार पर है।
खुराक का पालन करें: घुट्टी के खुराक के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा का पालन करें। अक्सर घुट्टियों की खुराक बच्चों के स्वास्थ्य और वजन के हिसाब से होती है।
साफ पानी के साथ दें: बच्चों को 112 saal ki budhiya ki ghuti को साफ पानी के साथ दें।
यदि आपके पास विशेष समस्याएं हैं या आपको घुट्टी देने के बारे में कोई संदेह है, तो आपको डॉक्टर से और अधिक सलाह लेनी चाहिए।
112 saal ki budhiya ki ghuti सुरक्षा जानकारी:
• इस्तेमाल करने से पहले इसके लेवल को ध्यान से पढ़ें।
• इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
• ज्यादा मात्रा में उपयोग करने से बचें।
• इस सीधा सूरज की रोशनी के संपर्क में ना रखें।
• सुखी और ठंडी जगह पर स्टोर करके रखें।