Human bones : हड्डियां हमारे शरीर का आधार होती हैं जो पूरे शरीर को कई प्रकार के काम करने में निपुण बनाती हैं हमारे शरीर में हड्डियों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है क्योंकि इन्हीं के द्वारा हम अपने सभी काम कर पाते हैं।

बचपन और किशोरावस्था में हड्डियों का विकास होता है ऐसे में हड्डियों के निर्माण के लिए सही डाइट लेना जरूरी है।
उसके बाद Human Bones की ग्रोथ कम होने लगती है लेकिन फिर भी उन्हें स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है ताकि हम अपने जीवन को स्वस्थ रख पाएं।
हड्डियां क्या है – Human Bones in hindi
मनुष्य की हड्डियां (Human bones) बहुत से जोड़ों के द्वारा जुड़ी होती हैं जो लवण खनिज और कार्बनिक पदार्थों द्वारा बनी होती है।
हड्डियां शरीर के सभी अंगो को सुरक्षा प्रदान करती हैं यह कोमल तंतुओं को सतह प्रदान करने में भी मदद करती हैं। और शरीर के सभी अंगों को सुरक्षित रखती है।
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हड्डियों के काम – Human Bones health in hindi
1. शरीर को आकृति प्रदान करना।
2. शरीर को सपोर्ट देना।
3. नाजुक और कोमल अंगों की रक्षा करना जैसे हृदय, मस्तिष्क, फेफड़े इत्यादि।
4. शरीर में खनिजों के भंडार का काम करती हैं।
5. लाल रक्त कणिकाओं (रेड ब्लड सेल्स का निर्माण होता है।) के निर्माण में मददगार।
6. गति करने में मदद करना।
6. मांसपेशियों को सहारा देना।
हड्डियां कितने तरह की होती है – Types of human bones
मानव शरीर में बच्चों में 213 हड्डियां होती हैं और व्यस्क होने तक 206 हड्डियां रह जाती हैं।
# शरीर की हड्डियों को 4 भागों में विभाजित किया गया है।
1. खोपड़ी
2. धड़
3. कंधे तथा हाथ
4. कूल्हे व टांगें
हड्डियों को कितने भागों में बांटा गया है? (आकार के आधार पर)
1. लंबी हड्डियां।
शरीर की कुछ हड्डियां लंबी होती है यह शरीर में ज्यादा भी पाई जाती हैं। इस तरह थी हड्डियां हाथों और पैरों में होती है जो विशेषकर हमें हमारे रोजाना के काम करने में मदद करती है
पैरों में जांग की हड्डी “फेमर” शरीर की सबसे लंबी हड्डियां होती हैं।
2. छोटी हड्डियां।
शरीर में कुछ हड्डियां छोटी होती है यह वजन में भी बहुत कम होती है इस तरह की हड्डियां उंगलियों में मिलती है यह बहुत कमजोर होती है लेकिन यही एनर्जी लगाने में भी इस्तेमाल की जाती है।
3. चपटी हड्डियां।
इस तरह की Human bones शरीर को सुरक्षा देती हैं जो विशेषकर खोपड़ी और पसलियों में पाए जाती हैं यह बहुत नरम और मुलायम होती हैं जो एक तरह से कवच का काम करती है।
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4. अव्यवस्थित हड्डियां।
यह एक अलग आकार की हड्डियां होती है रीड की हड्डी और चेहरे में कुछ हड्डियां इसका उदाहरण है।
5. सेसामोयड हड्डियां।
इस तरह की हड्डियां घुटनों में और पैरों में होती है।
हड्डियों के कितने जोड़ होते हैं? – Human bone joints
1. अचल जोड़
इस तरह के जोड़ रेशेदार ऊतकों द्वारा आपस में जुड़े होते हैं इन जोड़ों में कोई भी गति नहीं होती। यह जोड़ खोपड़ी में और चेहरे के जबड़े में पाए जाती हैं।
2. थोड़ी गति वाले जोड़।
इस तरह के जोड़ थोड़ा बहुत हिल सकते हैं यह जोड़ रीड की हड्डियों में पाए जाती हैं।
3. गति वाले जोड़।
यह जोड़ बहुत ज्यादा हिल सकते हैं और झटको को सहन कर सकते हैं इन जोड़ो के बाहरी तरफ लिगामेंट लिपटा हुआ होता है।
जो human bones को मजबूती प्रदान करता है यह जोड़ टांगों में और हाथों में पाए जाते हैं।
# गति वाले जोड़ 6 प्रकार के होते हैं।
A. फिसलने वाले जोड़।
इस तरह के जोड़ किसी भी दिशा में मुड़ सकते हैं जो कलाई में और टखनों में होते हैं।
B. कब्जे दार जोड़।
ऐसे जोड़ों में हड्डियां के सिरे आपस में इस तरह जुड़े होते हैं जिससे केवल एक ही दिशा में गति हो पाए जैसे दरवाजे के कब्जे होते हैं उसी तरह से। इस तरह के जोड़ घुटनों में तथा उंगलियों में होते है।
C. कांडीलॉयड जोड़।
इस तरह के जोड़ दो दिशाओं में घूम सकते हैं जैसे कलाई का जोड़।
D. काठीदार जोड़।
यह जोड़ काफी हद तक गति कर सकते हैं इस तरह के जोड़ अंगूठे में पाए जाते हैं जो अंगूठे को चारों तरफ घूमने योग्य बनाता है।
E. गेंद और गड्ढा जोड़।
इस तरह के जोड़ में एक हड्डी का सिरा गेंद की तरह गोल होता है जो दूसरी हड्डी के गड्ढे जैसे सिरे में फिट हो जाता है इस तरह के जोड़ को टांगों और कंधे में पाए जाते हैं।
F. कीलदार जोड़।
यह जोड़ रीड की हड्डी की पहली और दूसरी एटलस और एक्सिज़ के बीच में होती है जिसके कारण खोपड़ी हिल पाती है।
हड्डियों में कौन-कौन सी बीमारी होती है? – Human Bones disease in hindi
• जोड़ों में दर्द।
• ऑस्थोपोरोसिस।
• फ्रैक्चर
• स्कोलियोसिस।
• पेजेट की बीमारी।
• पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस।
• रूमेटाइड गठिया।
• गठिया।
• बर्साइटिस।
• कुट्ट रोग। ( रीढ़ की हड्डी की टीबी)
• कशेरुक डिस्क का कुशनिंग।
• वक्षीय क्षेत्र में बेचैनी।
• कार्पल हड्डी में दर्द। ( कार्पल टनल सिंड्रोम)क
• लाई का दर्द।
कौन सी चीजें हड्डियों को कमज़ोर बनाती हैं?
• अधूरी नींद।
• AC रूम में बैठने की आदत।
• शारीरिक क्रियाकलाप में कमी।
• शराब व सिगरेट पीना।
• लंबे समय तक किसी दवाई का उपयोग।
• सुस्ती।
• भोजन में नमक का अधिक सेवन।
• बाहर का खाना।
• मोटापा।
• लम्बे समय तक एक ही जगह बैठे रहना।
• खाने में पोषक तत्वों आभाव।
• आलस।
क्या हड्डी की बीमारी ठीक हो सकती है?
• Human bones की बीमारी का इलाज तो मुमकिन है क्योंकि कुछ हड्डियों की बीमारी ऐसी होती हैं जिनका इलाज नहीं है।
• लेकिन हड्डियों को टूटने से रोका जा सकता है अगर हड्डियों में किसी तरह से गति कम ज्यादा होती है तो उसका उपचार किया जा सकता है।
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• टूटी हुई Human bones को जोड़ने के लिए प्लास्टर जरूर किया जाता है लेकिन वह हड्डियां खुद जुड़ती हैं उन्हें जोड़ने में दवाई या ट्रीटमेंट नहीं होता।
• क्योंकि हमारा शरीर इस तरह का है जो खुद को धीरे-धीरे अपने आपकी ठीक कर लेता है और हड्डियां खुद जुड़ जाती हैं।
हड्डी क्यों दुखती है?
• अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो हड्डियों में भी विटामिन डी और कैल्शियम की कमी होने लगती है जिस वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
• ऐसे में हड्डियों में दर्द महसूस होता है जो कई बार असहनीय भी लगता है।
• इस से छुटकारा पाने के लिए आपको कैल्शियम से भरपूर आहार का सेवन करने की जरूरत है।
• अगर आपको हड्डियों में दर्द की शिकायत है तो आप विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करना शुरू करें।
• ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपकी हड्डियों में दर्द की शिकायत दूर हो जाएगी।
हड्डियों को मजबूत रखने के लिए क्या करें?
हड्डियां हमारे शरीर का आधार है जो हमें किसी भी काम को करने के लिए मुमकिन आकार प्रदान करती हैं।
इन्हें मजबूत रखना बहुत जरूरी है ताकि हम खुद को स्वस्थ रखें। और पूरी एनर्जी के साथ अपना जीवन बिना समस्याओं के जी पाएं।
कौन से तरीके हैं जिनसे हम अपनी हड्डियों को मजबूत बनाए रख सकते हैं चलिए जानते हैं।
1. हेल्दी डाइट लें।
ऐसा आहार जिसमें अच्छे पोषक तत्व हों खासकर विटामिन डी और कैल्शियम भरपूर मात्रा में मिले। डाइट में शामिल करें। जैसे –
• दूध और दूध से बने पदार्थ।
पनीर और दही भी दूध से ही बनते हैं यह चीज़ें आपको एक ही तरह से पोषक तत्व प्रदान करते हैं हालांकि इनमें कुछ बदलाव होते हैं लेकिन इन के फायदे एक ही है।
दही और दूध में प्रोटीन और कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी होते हैं।
• सूखे मेवे।
सूखे मेवे हड्डियों को एनर्जी प्रदान करते हैं इनमे प्रोटीन विटामिन कैल्शियम काफी अच्छी मात्रा में होता है जिससे हड्डियों को शक्ति प्राप्त होती है।
• हरी सब्ज़ियां।
हरी सब्जियों में भी विटामिन डी, कैल्शियम जैसे बहुत अच्छे और भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनके सेवन से हड्डियों में होने वाली समस्याओं से निजात मिलती है और हड्डियां हमेशा स्वस्थ और मजबूत रहती हैं।
• फिश और चिकन।
फिश और चिकन में बहुत अच्छी मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन पाया जाता है इस में पाए जाने वाले पोषक तत्व हड्डियों की हेल्थ के लिए बहुत अच्छे होते हैं।
अगर आप नॉनवेजिटेरियन हैं तो आपको अपनी डाइट में फिश और चिकन को जरूर शामिल करना चाहिए।
• फल।
अलग-अलग तरह के फल आते हैं जिनमे अलग-अलग तरह की पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हड्डियों को हेल्थी रखने में मदद करते हैं इसलिए आपको रोजाना दो-तीन तरह के फल जरूर खाने चाहिए।
2. योगा और व्यायाम।
• हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए योग और व्यायाम भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
• अगर आप कोई शारीरिक क्रियाकलाप नहीं करते, तो आपकी हड्डियां बहुत जल्दी कमजोर होने लगती हैं।
• आप शारीरिक क्रियाकलाप करते हैं तो आपकी हड्डियों में ऊर्जा बनी रहती है और हड्डियां मजबूत रहती हैं।
• आज की व्यस्त जीवन शैली में लोग शारीरिक क्रियाकलाप बहुत कम करते हैं।
• जिसकी वजह से उनकी हड्डियों में तरह-तरह की प्रॉब्लम से पैदा होने लगती है।
• इसके लिए उन्हें जरूरी है कि वह रोजाना कुछ समय के लिए योगा या फिर व्यायाम करने की आदत बनाएं ताकि उनकी हड्डियां स्वस्थ और मजबूत रहे।
• योगा करने के लिए आपको ज्यादा समय बिताने की जरूरत नहीं है रोजाना सिर्फ आधा घंटा आप अगर योगा कर लेते हैं तो आप की हड्डियां हमेशा स्वस्थ बने रहेंगी।
3. मादक द्रव्यों के सेवन से बचें।
• धूम्रपान या नशीले पदार्थों का सेवन हड्डियों को नुकसान पहुंचता है तो इन बुरी आदतों से दूर रहें।
• मादक पदार्थ हर तरह से नुकसानदायक होते हैं फिर चाहे शरीर की हड्डियों के लिए हो किसी भी तरह की है से संबंधित।
• हमें चाहिए कि हम खुद को स्वस्थ रखने के लिए किसी भी तरह की नशीली चीजों को अपनी जिंदगी से दूर रखें।
4. अपने डॉक्टर की मदद लें।
• अगर आपकी हड्डियों में कोई समस्या है और आप उसे ठीक करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें डॉक्टर से चेकअप करवाने के बाद ही हड्डियों का इलाज करें।
• डॉक्टर आपकी हड्डियों की जांच करके आपको सही जानकारी देंगे कि आपकी हड्डियों में क्या समस्या है और आप इसे किस तरह से ठीक कर पाएंगे।