How to harmful complainers in hindi|शिकायत करने वालों से सदैव घिरे रहने पर सेहत को क्या नुकसान हो सकता है?

How to harmful complainers in hindi: अगर हम लोग ऐसे लोगों से गिरे हुए होते हैं जो हमेशा हमारे बारे में बुरे शब्द कहते हैं और हमारी कमियां निकालते हैं तथा हमेशा किसी ना किसी कारण से शिकायत करते रहते हैं तो इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है।

How to harmful complainers in hindi|शिकायत करने वालों से सदैव घिरे रहने पर सेहत को क्या नुकसान हो सकता है?

जब कोई हमारे सामने हमारी शिकायत करता है तो इससे शारीरिक हेल्थ से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य सबसे पहले प्रभावित होता है हमें टेंशन और तनाव होने लगता है तथा गुस्सा आता है।

अगर आप नेता या बड़े अधिकारी हैं तो सदैव शिकायतों से घिरे रहना ही बेहतर है अगर आप इनमें से कोई भी नहीं हैं तो यह जानकारी आपके लिए है।

इसका भी ध्यान रखें कि कहीं आपके आस पास वाले आप कि किसी बात की शिकायत तो नहीं करते। इसका निवारण तुरंत ही कर लें।

नहीं तो फिर शिकायत सुनते रहने से चिड़चिड़ापन आ जाता है और कुछ रिश्ते कम होने की संभावना बढ़ जाती है कभी सामने वाले की जिंदगी खराब हो जाती हैं तो कभी आपका जीवन प्रभावित होता हैं।

जब हमारी शिकायत हमारे बारे में कोई बार-बार करता है तो हम उन लोगों के बारे में अपने अंदर गलत छवि बनाने लगते हैं जो हमें सही भी लगती है।

क्योंकि जो शिकायतें उन्हें हमसे होती हैं वास्तव में हमारे अंदर इतनी सारी कमियां नहीं होती और हम कई बार उन्हें सफाई भी देते रहते हैं।

अपने बारे में उन्हें बताते हैं कि उनकी शिकायतें हमसे जो भी हैं वह सब व्यर्थ हैं लेकिन जब कोई किसी विषय पर अपनी धारणा बना लेता है तो उससे बदलना असंभव हो जाता है।

गलत फेमियो को बदला जा सकता है।

गलत सोच को सुधारा जा सकता है।

लेकिन गलत धारणा को नहीं बदला जा सकता।

ऐसे में फिर हम जब खुद को Helpless महसूस करते हैं तब हमारी हेल्थ पर नकारात्मक असर होना शुरू हो जाता है इससे ना केवल मानसिक स्थिति खराब होती है बल्कि हमारी शारीरिक सेहत भी प्रभावित होती है।

शिकायत के स्पष्ट प्रभाव तनाव और एक समग्र नकारात्मक मनोदशा हैं, लेकिन अब शोध से पता चलता है कि लगातार शिकायत करने से स्वास्थ्य पर वास्तविक प्रभाव पड़ता है।

शिकायत नकारात्मकता पैदा करके दिमाग को खुद को फिर से काम करने के लिए मजबूर करती है जिस कारण से अगली बार कोई घटना होने पर हमारा दिमाग इसी तरह की प्रतिक्रिया पैदा करता है। शिकायत हमारे अलावा अन्य लोगों पर भी प्रभाव डालती सकती है।

How to harmful complainers in hindi

दूसरों की शिकायतों से हमारी हेल्थ पर क्या क्या असर होते हैं।

गुस्सा आना।

जब कोई बार-बार किसी विषय पर हमसे शिकायत करता है और हम उसे अपने बारे में अपना पॉइंट ऑफ वियू (point of view) बताते हैं उसे समझाने का प्रयास करते हैं।

लेकिन जब वह सामने वाला हमारी बात को नहीं समझता तो हमें गुस्सा आने लगता है और हम सोचते हैं कि वह जानबूझकर हमारे लिए यह सब करना चाहता है जिससे हमारा क्रोध उसको देख कर खुद ब खुद बाहर आ जाता है।

How to harmful complainers in hindi|शिकायत करने वालों से सदैव घिरे रहने पर सेहत को क्या नुकसान हो सकता है?

गुस्सा तो हमें उन लोगों पर आता है लेकिन यह गुस्सा असलियत में हमारे लिए खतरनाक होता है गुस्से से शारीरिक और मानसिक स्थिति खराब होती है खून के बहाव में अनियमितता होने लगती है खून गाढ़ा हो जाता है तथा हम तनाव में रहने लगते हैं।

मन उदास रहता है।

जब कोई व्यक्ति हमारी बुराई करता है तो मन बहुत उदास हो जाता है और हम खुद को छोटा समझने लगते हैं हमेशा उदास रहने लगते हैं।

हम खुद को Blame करते हैं कि हम ऐसे क्यों नहीं है जैसे सब है जबकि यह सिर्फ हमारे मन का एक भ्रम (illusion) होता है जो दूसरों के द्वारा हमारे मन में बैठा दिया जाता है।

खुद को जज करना।

शिकायत करने वाले लोगों के आस पास रहने से एक समय ऐसा आता है जब हम खुद को जज (judge) करने लगते हैं और अपने आप में यह सोचते हैं कि क्या हम वाकई में इतने बुरे हैं क्या मुझ में किसी प्रकार की अच्छाई नहीं है और ऐसे में हम अपना आत्मविश्वास भी गवा देते हैं।

शिकायत बीमारियों कारण है।

यह ब्लड प्रेशर व ग्लूकोज स्पाइक्स की वजह बन सकता है जिस कारण कई तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जैसे विशेषज्ञों ने पाया लोग इस समस्या को दूर करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं।

चिड़चिड़ापन महसूस होता है।

शिकायतें भरी जिंदगी इंसान को चिड़चिड़ा बना देती है इंसान दूसरों की बातों को सुनना नहीं चाहता। क्योंकि उसे लगता है कि कोई भी उससे बात करेगा तो उसके बारे में शिकायत ही बोलेगा।

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हमेशा उसकी बुरा ही करेगा जिस वजह से वह किसी से भी सही से बात नहीं करता। और हमेशा हर बात का जवाब चिड़चिड़ाहट में देता है।

व्यक्ति discourage होता।

जैसा कहा भी जाता है कि हम जैसे लोगों के साथ रहते हैं हममें उनकी आदत आने लगती है और यह साइंस भी प्रूफ करती है इसीलिए जब कोई हमारी शिकायत करता है तो हम Discourage हो जाते हैं।

खुद को बचाने के लिए हम सामने वाले में भी कमियां ढूंढने लगते हैं और यह आदत हमारी जिंदगी में नकारात्मक सोच बनाने का कारण बन जाती है।

दबाव में रहना।

दूसरों की शिकायतों के कारण हम एक दबाव में रहने लगते हैं इसीलिए खुद को खुलकर किसी के सामने जाहिर नहीं कर पाते हमेशा हिचकते रहते हैं और खुद को अंडरकॉन्फिडेंट महसूस करते हैं।

अकेलापन

किसी की शिकायत हमें अकेलापन महसूस कराती है क्योंकि हम सोचते हैं कि हममें इतनी सारी कमियां है इसका मतलब यह है कि हमें कोई भी पसंद नहीं करता और इसीलिए हम खुद को दूसरों से अलग रखना चाहते हैं जिससे हमारे अंदर stress tention जैसी भावनाएं और बढ़ जाते हैं।

खुद को हीन मानना।

अपने आपको दूसरों से बहुत कम समझ लेना और हीन मानना भी इसका एक प्रभाव होता है यह नकारात्मक प्रभाव जीवन के सभी स्तरों को प्रभावित करता है।

How to harmful complainers in hindi|शिकायत करने वालों से सदैव घिरे रहने पर सेहत को क्या नुकसान हो सकता है?

हर जगह हम खुद को जाहिर (Express) करते वक्त अपने आपको कम मानते हैं और दूसरों को यह जाहिर भी करते हैं कि हम उनसे कम है।

तनाव और अवसाद होना।

जब कोई हमारी शिकायत करता है तो हमारा दिमाग स्ट्रेस हारमोंस रिलीज करता है ये हार्मोन न्यूरल कनेक्शन के उन हिस्सों को नुकसान पहुंचता है जो हमारी हर प्रकार की समस्या को हल करने का काम करते हैं।

वही अगर बार-बार कोई हमारी शिकायत दोहराता है और हमें लगता है कि यह शिकायत गलत है तो धीरे-धीरे हमारा दिमाग अवसाद की ओर बढ़ता जाता है और एक समय में हम डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं तो जरूरी यह है कि हम दूसरों की मानसिकता को खुद पर हावी ना होने दें।

कॉन्फिडेंट की कमी।

हमारा कॉन्फिडेंस हमारे जीवन जीने के तरीके को दर्शाता है तथा हमें दूसरों के सामने बेहतर दिखाता है पर जब कोई बार बार हममें कमी निकालता है हमारी बुराइयां करता है या शिकायत करता है।

तो हमारा confident धीरे-धीरे कम होने लगता है हम लोगों के सामने कॉन्फिडेंट फील नहीं कर पाते, और खुद को सबसे अलग रखना पसंद करने लगते हैं।

धूम्रपान से ज्यादा खतरनाक होती है शिकायत।

एक शोध यह साबित करता है कि शिकायत हमारी हेल्थ को उस प्रकार नुकसान पहुंचाती है जैसे हम लगातार कई घंटों तक सिगरेट पी रहे हो।

इसलिए इस खतरनाक चीज से बचने के लिए हमें उन लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए। जो हर वक्त शिकायत करते रहते हैं ताकि हम खुद को समस्याओं से दूर रख पाएं।

शिकायतो से कैसे बचा जा सकता है।

दूसरों के बारे में हमारी एक धारणा बन जाती है।

  • क्योंकि शिकायतों से भरी जिंदगी जीते रहने के कारण हमारा दिमाग हमें यह समझाता है कि सामने वाला हमेशा हमारे खिलाफ ही बात करेगा। और ऐसे में हम उसके बारे में हमेशा अपने खिलाफ रहने की प्रवृत्ति बना लेते हैं।
  • जबकि हमें यह सोचना चाहिए की दुनिया में कोई भी इंसान ऐसा नहीं है जिससे गलती नहीं होती, और जिस इंसान में कमी नहीं है हर इंसान में किसी ना किसी प्रकार की कमी जरूर होती है।
  • और ऐसे ही जो लोग शिकायत करते हैं या दूसरों में कमियां निकालते हैं उनमें यही कमी है कि वह बार-बार शिकायत करते हैं इसीलिए हमें समझना चाहिए कि वह उनकी कमी है उसे हमें अपने दिल से नहीं लगाना है।
  • खुद को Analyse करना चाहिए कि क्या वाकई में हममें यह कमी है क्या जो शिकायत हमसे सामने वाला कर रहा है वह सही है या गलत, और उसके बाद अगर वह सही है
  • अगर सच्चाई दिखाई दे तो हमें खुद में इंप्रूवमेंट करना चाहिए खुद को बदलने की कोशिश करनी चाहिए तथा खुद में सकारात्मक बदलाव करने चाहिए।
  • क्योंकि यह तो अच्छा है ना कि सामने वाला हमें बेहतर बना रहा है भले ही वो शिकायत करके हमें बुरा साबित करना चाहता है लेकिन उसकी वजह से हम खुद को बेहतर बना पा रहे हैं यह हमारे लिए एक अच्छा पाइंट होता है।
  • दुनिया में हर इंसान खुद को परफेक्ट मानता है और दूसरों को बहुत खराब और गलत समझता है इसका मतलब यह नहीं है कि हम बुरे हैं इसका मतलब यह है कि हो सकता है हममें कुछ कमियां है जिन्हें हम सुधार सकते हैं।

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  • लेकिन दूसरों की वजह से हम खुद को नकारात्मक माहौल में ले जाए, गुस्सा करें, चिड़चिड़ापन महसूस करें। इससे तो हमारा ही नुकसान होगा इसलिए जरूरी यह है कि हम सच्चाई को अपनाएं और खुद को बेहतर बनाएं।
  • दूसरों की बातों पर अधिक गोर ना करें क्योंकि यह उनका माइंड सेट है आपका माइंड सेट आपके विचारों पर आधारित है और किसी और का माइंडसेट या किसी और के कुछ कहने से आपका वैचारिक और व्यवहारिक जीवन खराब नहीं होना चाहिए।
  • आप कैसे हैं यह आप से ज्यादा कोई और नहीं जान सकता इसलिए यह समझे कि लोग सिर्फ कमियां निकालना जानते हैं उनका यह तरीका उनकी कमी है यह आपकी कमी नहीं है आपको यह समझना पड़ेगा।

आशा करते हैं कि इस आर्टिकल से आपको यह समझ आया होगा कि शिकायत करने वाले लोगों से घिरे रहने पर हमारी हेल्थ पर बहुत नकारात्मक असर पड़ सकता है।

जिससे बचने के लिए हमें खुद ही कोशिश करने की जरूरत है और यह समझने की जरूरत है कि सामने वाला जो कह रहा है वह शायद हमारी भलाई के लिए ही है और हमें खुद को और बेहतर बनाने की जरूरत है।

जबकि उसमें यह क्षमता ही नहीं है कि वह खुद की कमी को पहचान पाए और यह समझ पाए कि दूसरों से शिकायत करना उसकी खुद की एक कमी है।

Thank you for reading.

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