युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है? : युवा नागरिक बहुत ऐसे कार्य कर रहे हैं जिससे उन पर देश को गर्व है। जैसे सभी क्षेत्रों में- शिक्षा, खेल, साहित्य, सॉफ्टवेयर, इंटरनेट प्रौद्योगिकी,समाज सेवा आदि। लेकिन, कुछ युवा गुमराह हो जाते हैं और ड्रग्स और शराब , नशीली दवाएं आदि का सेवन करने लगते हैं।

जो एक चिंता का विषय है युवा आज के समय में नशे के जाल में फंस रही है जिस वजह से उनका भविष्य खराब होने लगता है। यह न केवल उनके लिए बुरा होता है बल्कि उनकी फैमिली पर भी इसका बुरा असर पड़ता है।

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

नशे की लत क्या है?(युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?)

• नशे की लत एक बीमारी की तरह होती है जो व्यक्ति के पूरे जीवन को खराब कर देती हैं जैसे शराब, नशीली दवाइयां, ड्रग्स, सिगरेट बीड़ी इत्यादि।

• ऐसे पदार्थ जो मनुष्य के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं नशीले पदार्थ होते हैं।

• निकोटिन को भी नशे का ही रूप कहा जाता है क्योंकि किसी भी तरह के नशे में निकोटिन की मात्रा जरूर होती है लोग इन के नुकसान जानने के बाद भी इनका सेवन करने से नहीं रुकते।

• नशा जब शुरू होता है जब व्यक्ति खुद की लाइफ से सेटिस्फाइड नहीं होता और वह खुद को नया माहौल देना चाहता है जिसके लिए वह खुद को संतुष्टि देने के लिए नशा करना शुरू कर देता है और फिर धीरे धीरे नशा उसकी आदत बन जाती हैं।

• नशा व्यक्ति खुद भी कर सकता है या फिर अपने दोस्तों में रहकर उनकी गलत आदतों को अपनाकर भी यह आदत लग सकती हैं अक्सर देखा गया है कि शुरुआती दौर में किसी रिश्तेदार या दोस्त द्वारा नशा करने की सलाह दी जाती है।

नशे की लत के प्रकार –

नशे की लत के प्रकार क्या है

1.सिगरेट और तंबाकू ।

2.मारिजुआना।

3.निकोटिन।

4.कोकीन

5.हेरोइन

6.एक्सटसी /Ecstasy

7.सिर दर्द और नींद की दवाई।

नशीली दवाओं का दुरुपयोग।

• आजकल युवा लड़के और लड़कियां नशीली स्मैक, ब्राउन शुगर, हेरोइन, शराब, सिगरेट और अन्य प्रतिबंधित दवाएं ले रहे हैं जो उनकी जिंदगी खराब कर रही हैं। किसी भी तरह के नशें का सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

• किसी भी तरह के नशें का मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कुछ युवा लड़के और लड़कियां इसको ज्यादा मात्रा में लेते हैं। वो भी ऐसी दवाइयां जिनमें ड्रग्स या अल्कोहल होता है।

• कुछ लोकप्रिय दवाएं ल्यूमिनल, मैंड्रेक्स, कैनबिस, हेरोइन और अन्य अल्कोहल-आधारित दवाएं हैं। जो आज की युवा पीढ़ी सेवन कर रही है।

नशीली दवाओं की लत के कारण।

नशे की लत के मनोवैज्ञानिक कारण :

• किसी तरह का आघात (trauma)

• तनाव।

• मानसिक बीमारी।

• सामाजिक हेसिटेशन।

• कार्यों में खराब प्रदर्शन।

• करियर में असफलता।

• अकेलापन।

• दोस्त बनाने में मुश्किल हो ना।

• शारीरिक या मानसिक शोषण।

• पारिवारिक हालत।

नशे की लत के आनुवंशिक कारण :

• अगर आपके माता-पिता किसी तरह का नशा करते हैं तो बहुत संभावना है कि आपको भी नशा करने की इच्छा महसूस हो। इस तरह के नशे को अनुवांशिक कारण से नशा करना कहा जाता है।

• यह जींस के कारण होता है मनुष्य के जीन उसे निकोटिन लेने के लिए उत्तेजित करते हैं जिस उत्तेजना में वह नशे की तरफ जाने लगता है।

नशे की लत आसपास के माहौल के कारण :

• आसपास के माहौल को देखकर भी नशे की लत लग सकती है जैसे अगर आपके घर में कोई बड़ा नशा करता है जैसे आपके माता पिता भाई बहन या कोई रिश्तेदार तो संभावना है आप भी उनको देखकर नशा करने लगे।

• अधिकतर परिवार में बड़ों को देखकर बच्चों में नशे की लत लगती है यह लक्षण बच्चों को बहुत हद तक नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।

• दोस्तों के साथ रहकर भी नशा करने की आदत आती है।

• ऐसे ग्रुप में भागीदारी करने से भी यह लत लग सकती है जो नशे का आदि हो सकता है जैसे खेल में, अगर किसी प्रकार की दवाई का सेवन करते हैं तो ऐसे में नशे की आदत लग सकती हैं।

• अधिकतर नशे की लत किशोरावस्था में लगती है इसके जिम्मेदार पेरेंट्स को समझा जाता है जब माता-पिता बच्चों को उपेक्षित करते हैं तो बच्चे अपनी उपेक्षा और अपमानजनक स्थिति से बचने के लिए नशा करने लगते हैं।

नशे की लत के लक्षण

√ बेचैनी होना।

√ चिड़चिड़ापन।

√ गुस्सा आना।

√ घबराहट होना।

√ मूड अचानक बदलना।

√ जल्दी थकावट होना।

√ कमजोरी महसूस होना।

√ नींद में समस्यां।

√ ज्यादा पसीना आना।

√ बीमारी।

√ ब्लड प्रेशर की समस्या।

√ भूख कम लगना।

√ सिर में दर्द और चक्कर आना।

√ कन्फ्यूजन होना।

नशे के प्रतिकूल प्रभाव

(1) मन पर : युवा मन सकारात्मक सोचने में असमर्थ हो जाता है।

(2) शरीर पर : शरीर सुस्त हो जाता है। वह दिन-रात दवा के असर में रहना चाहता है।

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

(3) व्यवहार पर : व्यवहार असामान्य हो जाता है और उसका मानस रुग्ण हो जाता है। वह लड़ना और चोरी करना जैसी बुरी आदतों को शुरू कर देता है।

(4) करियर पर : उनकी शिक्षा, उत्पादकता और सामाजिक संपर्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार उनके पूरे करियर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

(5) परिवार पर : कुछ लड़के, अकेले वेतन भोगी होने के बावजूद अपने परिवारों के लिए, नशीली दवाओं के जाल में पड़ जाते हैं और इस तरह परिवार भूखों मर जाता है।

(6) पढ़ाई पर : कुछ कॉलेज जाने वाली लड़कियां, जो इस जाल में फंस जाती हैं, अपनी पढ़ाई और यहां तक ​​कि सही रास्ता भी खो देती हैं।

(7) जीवन के तरीके पर : एक बार जब कोई युवा दवा के खतरनाक रैकेट में फंस जाता है, तो वह कभी भी इससे बाहर नहीं निकल सकता है। नशीली दवाओं से वह अनुचित तरीकों से पैसा कमाता है।

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नशे की लत को कैसे रोकें ।

इच्छाशक्ति को मजबूत करें। : युवाओं को खुद इसे लेना बंद करने का संकल्प लेना चाहिए। उसे और अधिक खेल और करियर-निर्माण में खुद को बिजी करना चाहिए।

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

पुनर्वास : जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता है इलाज के बाद, वरना वे अपनी पुरानी जीवन शैली में लौट आएंगे।

सकारात्मक दृष्टिकोण बनाएं : नशा करने वाले युवाओं के परिवार के सदस्यों को भी सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। बार बार ताना मारना, पीटना, बुरा कहना अच्छा नहीं है बल्कि ऐसा करने से पीड़ित सम्भल नहीं पाता।

नशीली दवाओं के विरोधी कार्यक्रम : सरकारी एजेंसियों ने कई नशा मुक्ति कार्यक्रम शुरू किए हैं‌ उनकी सहायता लें।

नशे की रोकथाम क्यों महत्वपूर्ण है?

• नशा करने से मनुष्य की सेहत बुरी तरह से खराब हो जाती है ना केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी व्यक्ति कमजोर और बेकार हो जाता है।

• थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकान महसूस करने लगता है चिड़चिड़ा हो जाता है अगर नशा ना मिले तो गलत व्यवहारिक करने लगता हैं।

• नशा एक ऐसी बुरी मनोवैज्ञानिक समस्या है जो लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है आज के समय में युवा पीढ़ी इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है जिसकी वजह से समाज को ही नहीं, बल्कि देश को भी नुकसान पहुंचता है।

• इसलिए जरूरी है कि नशे की लत को रोकने के लिए समाधान निकाले जाएं ताकि अपनी हेल्थ को बरकरार रखने के साथ साथ देश का विकास बेहतर हो।

नशे की लत को कैसे दूर करें?

किसी भी तरह के नशे को छोड़ने के लिए जरूरी है कि आप उसे धीरे-धीरे छोड़ें एक ही बार में कोई भी आदत छोड़ना मुश्किल है और नशे की आदत तो बिल्कुल नहीं छोड़ी जा सकती।

नशा छोड़ने के लिए पहले नशा करने की मात्रा को कम कर दीजिए मतलब शराब अगर आप छोड़ना चाहते हैं तो जितनी शराब नॉर्मल पीते हैं उसकी आधी मात्रा का सेवन करें।

अगर आप गुटखा खाते हैं तो गुटके को आधी मात्रा में खाएं इसी तरह किसी भी तरह के नशे में करें।

युवाओं में नशे की लत क्यों बढ़ रही है?

धीरे-धीरे मात्रा को घटाते जाएं इसके लिए आप अपना एक टाइम टेबल बना सकते हैं कि आपको कब कितनी मात्रा में नशा करना है उसी के अनुसार अपनी डोज तय करें।

ऐसा करने से धीरे-धीरे नशा करने की उत्तेजना भी कम होती है नशा करने की आदत भी धीरे-धीरे छूटने लगती है और पूरी तरह से नशा छोड़ना आसान हो जाता है।

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नशा छोड़ने के लिए इन खास तरीकों को आजमाएं।

परिवार का सपोर्ट लेें।

नशा छोड़ने के लिए परिवार का सपोर्ट बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट के अनुसार किसी भी तरह का नशा छोड़ने के लिए पारिवारिक सपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसलिए परिवार को नशा करने वाले मेंबर को समझाना चाहिए। ना कि उसे मारना पीटना या ताना देना जैसे काम करने चाहिए। इस तरह से उसके साथ व्यवहार करने से उसके लिए नशा छोड़ना और मुश्किल हो जाएगा।

तो परिवार के सदस्य को पीड़ित का समर्थन करने का प्रयास करना चाहिए उसकी परेशानी को समझ कर उसका साथ दें ताकि वह जल्दी नशा छोड़ पाए।

आत्मविश्वासी बने।

अगर आपका इरादा पक्का है तो आप किसी भी काम को कर सकते हैं फिर चाहे वह आपके लिए कितना भी मुश्किल हो।

तो आपको जरूरत है कि आप ठान लें आपको नशा छोड़ना ही है ऐसा करने से आप का आत्मविश्वास बढ़ेगा।

हमारा आत्मविश्वास इतना शक्तिशाली होता है जो हमें हर तरह की चुनौतियों को सामना करने के लिए हिम्मत देता है।

एक बार नशा छोड़ने के बाद खुद का आत्मविश्वास बनाए रखें और दोबारा नशे की लत को ना दोहराएं।

लाइफस्टाइल बदले।

एक्सपर्ट बताते हैं कि नशा छोड़ने के लिए अपनी लाइफ स्टाइल में भी बदलाव करना बहुत जरूरी है इसके लिए आपको खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाना होगा।

नशा छोड़ने की प्रक्रिया इतनी आसान नहीं होती इसमें बहुत सारी प्रॉब्लम्स आपको झेलनी पड़ेगी।

आपके लिए मुश्किल भी होगा लेकिन किसी अच्छे काम के लिए मुसीबतों को झेलना हीं पड़ता है।

इसके लिए अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ चेंज कीजिए जैसे हेल्थी डाइट लें अच्छी नींद ले एक्सरसाइज और योगा करने की आदत बनाएं।

पुरानी बीमारी का इलाज करवाएं।

बहुत बार लोग किसी बीमारी के कारण भी नशा करना शुरू करते हैं। एक बीमारी में अच्छा फील करने के लिए नशे का सहारा लेने लगते है और बाद में इसकी लत हेल्थ बुरा प्रभाव डालती है। ऐसे में नशे की वजह जानिए और यदि वह कारण आपकी बीमारी है, तो पहले उसका सही इलाज कराएं।

दूसरे ऑप्शन तलाशें।

अगर आपको बीड़ी पीने की आदत है तो आप इसकी जगह सोंफ खाना शुरू करो सौंफ खाने से बहुत हद तक नशे की लत कम हो जाती हैं।

सिगरेट के लिए आप इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का इस्तेमाल कर सकते हैं ई सिगरेट का उपयोग करके आप अपनी सिगरेट पीने की आदत को जल्दी छोड़ पाएंगे।

हालांकि ई-सिगरेट में भी निकोटिन का उपयोग किया जाता है लेकिन इसमें बहुत कम मात्रा में निकोटिन होता है तो यह आप का नशा छुड़ाने मैं मददगार हो सकती है।

नया प्लान बनाएं।

लत छोड़ने के लिए आपको एक शेड्यूल बनाने की जरूरत है जिसमें आपको यह तय करना है कि किस तरह आप अपनी लत को छोड़ सकते हैं अपने भविष्य के लिए एक रणनीति तय कीजिए।

उसमें अपने कारण लिखिए कि आप क्यों नशा छोड़ना चाहते हैं और तरीका बनाएं किस तरह से आप नशे को छोड़ पाएंगे।

घरेलू उपाय का इस्तेमाल।

घरेलू इलाज नशा छुड़ाने के लिए उपयोगी होते हैं तो आप उनको भी ट्राई कर सकते हो उसके लिए आपको अदरक लेना है उसमें और उसके टुकड़ों को काट कर उस पर काला नमक लगाना है फिर उसके ऊपर नींबू निचोड़ लीजिए और इन्हें सूखने दीजिए।

फिर इन टुकड़ों को जब भी आपको नशे की लत महसूस हो चूसते रहिए इसका उपयोग दिन में दो से तीन बार कीजिए धीरे-धीरे ऐसा करने से आप अपने नशे को छोड़ने में बहुत सहायता ले पाएंगे।

जानकारी लें। – नशे के बुरे प्रभावों के बारे में जानते रहिए तथा आप किस तरह से नशे की बुरी लत से बच सकते हैं उसके बारे में भी नॉलेज लेते रहेंं।

ऐसा करने से आपके मन में नशे को लेकर बुरे स्वास्थ्य जोखिम की सच्चाई आएंगी तो आप अपने स्वास्थ्य को देखकर यह निर्णय ले पाएंगे कि आपको नशे को छोड़ना है।

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नशा छोड़ने का इलाज

काउंसलिंग

√ काउंसलिंग एक ऐसा तरीका है जिससे आपको मानसिक रूप से तैयार किया जाता है ताकि आप नशे को छोड़कर अपने स्वास्थ्य के बारे में विचार करें और खुद को एक सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करें।

√ यह काउंसलिंग डॉक्टर द्वारा या किसी एक्सपोर्ट के द्वारा दी जाती है जो आपको किसी भी तरह के एडिक्शन को खत्म करने में बहुत हेल्प करती है।

√ नशे की बुरी आदत को छोड़ने के लिए आप काउंसलिंग का सहारा ले सकते हैं इसके लिए आप अपने आसपास के किसी ऐसे डॉक्टर या फिर एक्सपोर्ट से काउंसलिंग ले जो नशा छुड़ाने में आपकी हेल्प कर पाएं।

दवा

नशा छोड़ने के लिए दवा भी एक तरीका है अगर आपको बहुत ज्यादा नशे की लत है तो आप दवा का सहारा ले सकते हैं दवाई लेने से आप जल्दी ही नशे से मुक्ति पा सकते हैं।

नशा मुक्ति दवाई किसी अच्छे और जानकार डॉक्टर से ही लेनी चाहिए खुद मेडिकल स्टोर से खरीद कर नहीं खानी चाहिए।

डॉक्टर आपका हेल्थ चेकअप करके आपको सही दवाई देते हैं जिससे आप जल्दी से जल्दी अपना इलाज कर पाते हैं और खुद खरीद कर दवाई खाने से आपको नुकसान भी हो सकते है।

‌ ‌ नशा छोड़ने के लिए टाइम लगता है जितनी पुरानी आपको नशे की लत होगी उतना ही समय नशा छोड़ने के लिए भी लगेगा। एक जैसा इलाज सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता इसीलिए खुद का इलाज सही रूप में करने के लिए पहले डॉक्टर से अपना चेकअप कराइए उसके बाद इलाज कीजिए।

आपके हेल्थ चेकअप के अनुसार आपको किस स्टेज की नशे की लत है यह पता लग जाता है जिससे आप का इलाज जल्दी करना आसान होता है।

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